Saikhom Mirabai Chanu biography in hindi – शेखोम मीराबाई चानू
Saikhom Mirabai Chanu biography in hindi – शेखोम मीराबाई चानू की जीवनी
Saikhom Mirabai Chanu biography in hindi
मीराबाई चानू का जन्म 8 अगस्त 1994 को मणिपुर के इंफाल से 20 किमी दूर नोंगपोक काकचिंग गांव में हुआ था. मीराबाई अपने 6 भाई बहनों में सबसे छोटी है. इनका परिवार आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है. आर्थिक रूप से सक्षम न होने का कारण मीरा बाई को अपने भाई सैखोम सांतोम्बा मीतेई के साथ पहाड़ों पर लकड़ी बीनने के लिए जाना पड़ता था. इस दौरान मीरा बाई की उम्र सिर्फ 12 वर्ष थी. इनकी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव में ही पूरी हुई.
मीराबाई चानू एक भारतीय वेटलिफ्टर है जिन्हें हाल ही में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा खेल रत्न अवॉर्ड द्वारा सम्मानित किया गया है. इसी के साथ मीराबाई उन दो लोगों में शामिल हो गई हैं जिन्हें वर्ष 2018 में देश का सबसे बड़ा खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड दिया गया.
कुंजारानी देवी मीराबाई की कोच है. कुंजारानी देवी स्वयं एक वेटलिफ्टिंग की खिलाड़ी रहे चुकी है.
नाम Name | मीराबाई चानू |
पुरा नाम Full Name | साइखोम मीराबाई चानू |
जन्म तारीक Date of Birth | 8/8/1994 |
उम्र Age | 24 साल |
रहवासी Residence | मणिपुर |
नागरिकता Nationality | भारतीय |
पेशा Occuption | खिलाड़ी |
खेल Game | वेट लिफ्टिंग |
वर्ग | 48 किलोग्राम |
शारीरिक बनावट Physical Status | |
लम्बाई Hight | 4 फिट 11 इंच |
वजन Weight | 48 किलोग्राम |
रंग Colour | गोरा |
आँखों का कलर | काला |
कुल मैडल Total Medal | |
गोल्ड Gold | 2 |
सिल्वर Silver | 1 |
कोच Coach | कुंजरानी देवी |
मीराबाई चानू करियर और रिकॉर्ड (Mirabai Chanu Career and Records)
मीराबाई चानू ने मात्र 12 साल की उम्र में अंडर15 का खिताब जीत लिया था और 17 साल की उम्र में जूनियर चैंपियन बन गई थी. आर्थिक रूप से सक्षम ना होने के कारण मीराबाई का परिवार लोहे की बार नहीं खरीद सकता था इसलिए उन्होंने बात से ही बार बना कर अपनी ट्रेनिंग को जारी रखा.
- वर्ष 2014 में मीराबाई ने ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में भी 48 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल जीता था.
- वर्ष 2016 में मीराबाई रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था परंतु इस ओलंपिक में इन्हें कोई भी पदक नहीं मिला था.
- वर्ष 2016 में ही इन्होंने साउथ एशियन गेम्स जो कि गुवाहाटी में आयोजित हुए थे. उसमें उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था.
- वर्ष 2017 में वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में 48 किलोग्राम वर्ग में मीराबाई ने गोल्ड मेडल हासिल किया था.
- वर्ष 2018 में चोट के चलते मीराबाई एशियन गेम्स में हिस्सा नहीं ले पाई थी.
मीराबाई अवॉर्ड्स (Mirabai Chanu Awards)
- वर्ष 2018 में मीराबाई को भारत सरकार द्वारा पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया.
- वर्ष 2018 में ही इन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा भारत का सर्वोच्च खेल अवॉर्ड राजीव गांधी खेल रत्न प्रदान किया गया है.
वो मेरे ख़ुशी के आंसू थे
ओलंपिक के बाद एक साल तक कोच विजय शर्मा के नेतृत्व में ट्रेनिंग ली। पिछले सप्ताह ही विश्व चैंपियनशिप में 194 किलोग्राम वजन उठाकर चानू ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। गर्व से भरे उस क्षण का नजारा पूरे देश ने देखा। वह नजारा, जब चानू अमेरिका के ऐनाहिम शहर में तिरंगा ओढ़कर पोडियम पर खड़ी थीं और उनकी आंखों से अनवरत आंसू बह रहे थे। चानू बड़ी विनम्रता से कहती हैं- देश के लिए मेडल जीतना गर्व की बात होती है। वे तो मेरी खुशी के आंसू थे।
चानू कहती हैं,
‘खिलाड़ी का जीवन अलग होता है। हमारे लिए हर खेल के बाद एक नई चुनौती आती है। हमारे काम के घंटे तय नहीं होते। हर मैच के बाद और ज्यादा मेहनत करनी होती है।’