Nita Ambani Biography In Hindi | नीता अंबानी की जीवनी
Nita Ambani Biography In Hindi | नीता अंबानी की जीवनी
Nita Ambani Biography In Hindi
आज बात करने जा रहे है देश के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी की | हमेशा ही लाइमलाइट में रहती हैं। नीता अंबानी कभी अपने फैशनेबल अंदाज के लिए तो कभी आईपीएल तो कभी फुटबॉल मैच के कारण वह हमेशा ही मीडिया में छाई रहती हैं।मगर आपको बता दें कि नीता अंबानी जितनी सोशल है उतनी ही संस्कारी भी हैं। नीता अबांनी अपने पति मुकेश अंबानी के बिजनेस के साथ अपने घर को भी अच्छे से संभाला हुआ है। उन्हें फाइनेंशियल डील्स बहुत अच्छे से करनी आती हैं तो वही भारतीय रीति रिवाजों से घर के कार्यक्रम करने भी बखूबी आते हैं। वर्ष 2018 और 2019 में नीता अंबानी ने अपने बेटी आकाश अंबानी और बेटी ईशा अंबानी की शादी की थीं। इस शादी के दौरान वह एक अच्छी बहू, मां, पत्नी के साथ-साथ एक बहुत अच्छी सास भी साबित हुई हैं।
नीता अंबानी का जन्म 1 नवम्बर 1963 को मुंबई के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता बिरला के सीनियर एग्जीक्यूटिव थे और उनकी माता गृहिणी थी। नीता ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रोज मैनर गार्डन स्कूल से पूरी की और नरसी मोंजी कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स एंड इकनोमिक से ग्रेजुएशन पूरा किया। इसके साथ ही नीता ने इंटीरियर डिज़ाइनर का भी अभ्यास किया था।पिछले 2 दशको से रिलायंस CSR को आगे बढ़ाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है और साथ ही भारतीय सामाजिक क्षेत्र के विकास में भी उनका अतुल्य योगदान रहा है। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ, खेल-कूद, आपदा, कला, परंपरा और ग्राम विकास के क्षेत्र में काफी सराहनीय कार्य भी किये है।बचपन से ही नीता को भारतीय शास्त्रीय डांस में काफी रूचि थी और वह एक कुशल भरतनाट्यम नर्तकी भी बनी। |नीता अंबानी, मुकेश अंबानी की पत्नी है और रिलायंस उद्योग के संस्थापक, पद्म विभूषण से सम्मानित श्री धीरुभाई अंबानी की बड़ी बहु है। उन्हें 3 बच्चे है: एक बेटी ईशा और दो बेटे आकाश और अनंत।
मुकेश अंबानी और नीता अंबानी के प्रेम विवाह की कहानी:-
नीता अंबानी ने एक गुजराती परिवार में जन्म लिया था, जहां संगीत और शास्त्रीय नृत्य हमेशा पसंद किए जाते हैं और इस नृत्य को प्रमुख स्थान दिया जाता हैं। उनकी मां एक प्रसिद्ध गुजराती लोक डांसर थी। उनकी मां ने सिर्फ आठ वर्ष की उम्र में नीता को नृत्य सिखाना शुरू कर दिया। नीता भी नृत्य में बहुत रुचि दिखाने लगी। भरतनाट्यम में वह अपने कौशल के लिए काफी प्रसिद्ध हो गईं।
नीता अंबानी पूरे गुजरात में अपने भरतनाट्यम नृत्य के लिये बहुत प्रसिद्द थीं। उनके कई प्रदर्शनों में से एक नृत्य धीरू भाई ने भी देखा। वह नीता के शानदार प्रदर्शन से बहुत प्रभावित हुये। उनके नृत्य में धीरू भाई ने भारतीय परंपरा के साथ एक अद्भुत सुंदरता देखी। यह कार्यक्रम बिड़ला मातोश्री के परिसर में हुआ था। धीरूभाई ने आयोजक से उनके बारे में पूछा और टेलीफोन नंबर सहित नीता से संबंधित सभी जानकारियाँ ले ली|
अगले दिन, धीरू भाई ने नीता के घर फोन किया। यह खुद नीता ही थी जिसने फोन उठाया था। जब उन्होंने सुना कि वह व्यक्ति दूसरी तरफ कह रहा है कि वह धीरू भाई अंबानी बोल रहे है और नीता से बात करना चाहता है, तो उसने तुरंत जवाब दिया कि यहाँ एलिजाबेथ टेलर के अलावा कोई नहीं है|
फिर नीता ने यह सोचकर फ़ोन को काट दिया, कि यह किसी के द्वारा मजाक किया गया है| आखिरकार भारत के प्रसिद्ध व्यापारी धीरू भाई उन्हें कैसे फोन कर सकते हैं और उनसे बात भी करना चाहते हैं।
धीरू भाई ने फिर से फोन किया। इस बार नीता के पिता ने फोन उठाया। उन्होंने धीरू भाई की आवाज़ को पहचाना। नीता के पिता से धीरू भाई ने नीता से मिलने के लिए कहा। थोड़ी दृढ़ता से, उन्होंने धीरू भाई को मिलने के लिए सहमति दी।
अपने कार्यालय में, धीरू भाई ने नीता से कई चीजों के बारे में प्रश्न पूछा, जिसमें शिक्षा, शौक और खाना पकाने के कौशल से संबंधित सवाल शामिल थे। फिर, उन्होंने नीता को अपने घर आने के लिए आमंत्रित किया। तब उन्होंने स्पष्ट रूप से नीता से कहा कि वह उन्हें मुकेश की पत्नी के रूप में उन्हें देख रहे है, और इसलिए उन्हें घर पर आना चाहिए और कहा मुकेश भी उन्हें देखना चाहते है|
परिवार के साथ चर्चा करने के बाद, नीता, धीरू भाई अंबानी के घर गईं और मुकेश ने दरवाजा खोला, उन्होंने नीता को पहचान लिया, क्योंकि धीरू भाई निरंतर नीता के बारे में बात करते रहते थे। नीता अन्दर आई सबके साथ बैठी और सबसे बात की और तब मुकेश के साथ कहीं बाहर मिलने का फैसला लिया। मुकेश और नीता अंबानी ने इस बैठक के बाद से बार-बार मिलने लगे। हालांकि, नीता अभी भी इस संबंध के बारे में काफी उलझन में थीं।
वह पहले अपनी शिक्षा पूरी करना चाहती थी। वह धीरू भाई के फैसले से अवगत थी, लेकिन वह इस रिश्ते को कुछ समय देना चाहती थी। एक दिन जब मुकेश और नीता पोद्दार रोड से गुजर रहे थे, मुकेश ने अपनी कार को लाल यातायात सिग्नल देखकर रोक दिया। हालांकि सिग्नल ग्रीन होने के बावजूद भी उन्होंने अपनी कार नहीं चलाई।
नीता ने उन्हें कार आगे बढ़ाने के लिए कहा क्योंकि इससे यातायात जाम हो सकता था। मुकेश ने उसे स्पष्ट रूप से कहा- क्या तुम मुझसे शादी करोगी ? उन्होंने उनसे कहा वह कार तब आगे बढ़ाएंगे जब वह उनके प्रश्न का जवाब देंगी। नीता को कोई विकल्प नहीं मिला और उन्होंने उनसे हाँ कर दिया।
व्यवसाय:-
उन्होंने रिलायंस इंडस्ट्रीज की सी एस आर शाखा, रिलायंस फाउंडेशन, चैरिटेबल ट्रस्ट भी शुरू की जो देश की सबसे बड़ी निजी नींव बन गई है। 2014 में, वह रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोर्ड के लिए गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में चुनी गयी थी।
वह मुंबई में गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से एक प्रमुख स्कूल धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल के संस्थापक और अध्यक्ष के रूप में भी कार्य करती है। और वह अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आई ओ सी) की सदस्य बनने वाली पहली भारतीय महिला है।
नीता अंबानी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) मुंबई टीम चला रही हैं। वह आई पी एल के सहयोग के लिए व्यापक रूप से जानी जाती है। हालांकि, नीता अंबानी के बारे में कुछ ज्ञात तथ्य भी हैं। उदाहरण के लिए, उन्होंने हमेशा सामाजिक समस्यायों में गहरी दिलचस्पी ली है।
वह धीरू भाई इंटरनेशनल स्कूल, मुंबई में चला रही है। वह एक शास्त्रीय नर्तकी है और उन्होंने मुकेश अंबानी को मुंबई में एक अत्याधुनिक अस्पताल खोलने के लिए राजी किया, उसका नाम हे.
नीता अंबानी अवार्ड्स और सम्मान:-
- 2015 में बिज़नस टुडे द्वारा “भारत की सबसे प्रभावशाली महिला” का पुरस्कार।
- आल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन (AIMA) द्वारा “2015 की सबसे प्रभावशाली महिला उद्यमी (उद्योगपति)।”
- के.सी. कॉलेज द्वारा के.सी. डायमंड लीग में “2015 की सबसे धनि महिला” का पुरस्कार।
- श्री चन्द्रशेखरेन्द्र सरस्वती विश्वा महाविद्यालय SCSVMV, कांचीपुरम विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा और मानवता के क्षेत्र में अतुल्य योगदान के लिये 2013 में “डॉक्टरेट” (D.Litt) की उपाधि।
- NDTV गुड टाइम्स द्वारा “लाइफ स्टाइल आइकॉन ऑफ़ द इयर 2013” का पुरस्कार।
- आल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन (AIMA) द्वारा “कॉर्पोरेट ऑफ़ द इयर 2012” का पुरस्कार।
- 2011 में बिज़नस टुडे द्वारा, “व्यापार की सबसे प्रभावशाली महिला” का पुरस्कार।
- सोसाइटी में अतुल्य योगदान के लिये “हेलो पत्रिका का हॉल ऑफ़ फेम अवार्ड 2010।”
- शिक्षा के क्षेत्र में अतुल्य योगदान के लिये “जेंट (Giant) इंटरनेशनल अवार्ड 2008।”