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कोरोना वायरस के डर से बार-बार हाथ धोने से हो गए है रुखे तो सरसों के तेल का ऐसे करें इस्‍तेमाल

हाथों की हाइजीन के लिए हाथ धोना बेहद जरूरी है लेकिन बार-बार हाथ धोने के कारण साबुन और हैंडवॉश से त्वचा की नेचुरल नमी खोने लगती है तो सरसों के तेल का इस्तमाल करे !
कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया में फैल चुका है। भारत में कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कोरोना वायरस से बचने के लिए अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बन पाई है। ऐसे में WHO ने इस जानलेवा वायरस से बचने का एकमात्र रास्ता सफाई को बताया है। WHO के अनुसार, अगर आप अपने आस-पास साफ सफाई का ध्यान रखेगी, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आएंगे और रेगुलर तरीके से अपने हाथों को साफ करेगे तो इस कोरोना वायरस से बचा जा सकता है। WHO के दिशा निर्देशों के अनुसार, हाथ धोते समय करीब 20 सेकेंड तक उन्हें अच्छे से मलें। हाथ धोने के बाद उन्हें तौलिए या ड्रायर से साफ करना न भूलें। जी हां हाथ धोते समय हथेलियों को आपस में रगड़ें। दोनों हाथों की उंगलियों को जोड़कर मलें। अंगूठों को अच्छे से हल्के-हल्के रगड़ना न भूलें। हाथ के पिछले हिस्से पर भी साबुन लगाएं। कोविड -19 से बचने के लिए दिन में कई बार और किसी भी चीज को छूने के बाद हाथों को धोना जरूरी है, लेकिन बार-बार हाथों को धोने से रुखापन आ जाता है। लेकिन यह काफी परेशान करने वाली स्थिति भी होती है। लेकिन अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्‍योंकि इससे बचने का एक बहुत ही आसान उपाय आप अपना सकते है। इसके लिए आपको अपने वॉशवेशिंग के पास एक बोतल में सरसों के तेल को रखना है। ताकि हाथ पोंछने के तुरंत बाद आप इसे अपने हाथों पर लगा सकें और अपनी स्किन को ड्राई होने से बचा सकें। लेकिन शायद सरसों का तेल हाथ पर लगाने की सलाह आपको थोड़ी अजीब लग रही होगी।

एक्‍सपर्ट की राय

क्‍या सच में सरसों को तेल इतना असरदार हो सकता है और यह किसी तरीके से काम करता है यह जानने के लिए हमने आयुर्वेदिक एक्‍सपर्ट वाजपेयी जी से बात की तब उन्‍होंने हमें बताया कि ”सरसों का तेल बहुत ही तीखा होता है। हाथ में इसे लगाकर उसकी मालिश करना बहुत फायदेमंद है। हम हमेशा कोरोना के आने से पहले सिर में और हाथों में कच्ची घानी का तेल ही लगाया करते थे और आज भी यह हाथों पर किसी तरह के बैक्‍टीरिया को पनपने से रोकता है। इसके अलावा इसे लगाने से हाथों की ड्राईनेस भी दूर होती है क्‍योंकि इसमें मौजूद चिकनाहट देर तक रूकती है और रोम कूपों के द्वारा ब्‍लड को साफ रखती है।”

सरसों का तेल प्रकृति गर्म होता है। साथ ही इसमें एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते है, साथ ही यह नेचुरल मॉश्‍चराइजर है जो हाथों की सॉफ्टनेस बनाए रखने के साथ ही रंगत निखारने में भी हेल्‍प करते है। आप चहे तो रात को सोने से पहले भी इसे लगा सकती है।

त्‍वचा के लिए अन्‍य फायदे

सालों से बालों और चेहरे की देखभाल के लिए सरसों के तेल का इस्‍तेमाल किया जा रहा है। हालांकि समय के साथ केमिकल युक्त क्रीम और मॉइश्चराइजर को लोगों ने त्वचा के लिए अच्छा और फायदेमंद समझ लिया है। लेकिन आज भी आप इसका इस्‍तेमाल स्किन केयर के लिए कर सकती हैं। ये एक नेचुरल क्लींजर है जो त्वचा के पोर्स को गहराई से साफ करने का काम करता है। साथ ही ये बॉडी के टेम्‍परेचर को कम करने और बॉडी को डिटॉक्‍स करने में हेल्‍प करता है। इसके मसाज से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और त्वचा पर निखार आता है!त्वचा पर झुर्रियों का असर होने लगा है तो रोजाना सरसों के तेल की मालिश करें। क्योंकि इसमें विटामिन ई, ए और बी काम्पेक्स होता है जो कि समय से पहले चेहरे की झुर्रियों को दूर करता है। साथ ही इसे चेहरे पर लगाने से त्वचा की नमी भी बनी रहती है।

यूं तो सर्दियों के मौसम में होंठ फटने की समस्या ज्यादा होती है लेकिन कुछ महिलाओं के होंठ किसी भी सीज़न में फट जाते हैं ऐसे में आप रात को सोने से पहले होठों पर 2-3 बूंदे सरसों के तेल की लगाएं। फिर इसे ऊपर से लिप बाम से कवर कर दें। या आप चाहे तो फटे होंठों की समस्‍या से बचने के लिए सरसों के तेल का इस्‍तेमाल नाभि पर भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको सिर्फ 2 बूंदे अपनी नाभि में लगानी होगी। इससे एक दिन में ही आपके होंठ सोफ्ट हो जाएंगे।

इस तरह से सरसों का तेल आपकी हाथों की ड्राईनेस को दूर करने के साथ-साथ त्‍वचा और बालों से जुड़ी कई समस्‍याओं को दूर करता है। आप भी इसे अपनी ब्‍यूटी रुटीन में शामिल कर सकती हैं।

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