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Alka Yagnik Biography in Hindi – अलका याज्ञनिक की जीवनी

Alka Yagnik Biography in Hindi – अलका याज्ञनिक की जीवनी

Alka Yagnik Biography in Hindi

अपनी दिलकश आवाज से लोगों के दिलों पर राज करने वाली अलका याज्ञनिक भारत की प्रसिद्ध और अमर गानो के लिए जानी जाती। भारत की ये सुप्रसिद्ध गायिका ने बॉलीवुड मे न केवल अपना पैर जमाया बल्कि 30 सालो तक गायिका क्षेत्र मे लोहा मनवाया। उन्हें भारत की सर्वश्रेष्ठ प्लेबैक सिंगर के तौर पे कई राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला हैं।

अलका के कुछ सुपरहिट गानें जो इस प्रकार हैं: कुछ-कुछ होता हैं, टिप-टिप बरसा पानी, परदेशी-परदेशी, छम्मा-छम्मा, पूछो जरा पूछो, एक दो तीन, लाल दुपट्टा, मुझको राणाजी माफ करना, बाजीगर ओ बाजीगर.

अलका याग्निक का जन्म 20 मार्च 1966 को पश्चिम बंगाल के कलकत्ता(अब कोलकता) शहर में हुआ था. वह एक गुजराती हिन्दू परिवार से आती हैं. अलका याग्निक की माता शुभा याग्निक एक क्लासिकल सिंगर थी.

उन्होंने फ़रवरी 1989 में शिल्लोंग के मशहूर बिज़नसमैन नीरज कपूर के साथ शादी की. उसी साल उन्हें अपनी एकलौती लड़की सयेशा हुई.

अलका याग्निक की माता एक क्लासिकल गायिका थी तो अलका को गायिकी की शिक्षा बहुत ही कम उम्र में मिल गयी थी. उन्होंने मात्र 6 साल की उम्र में पहली बार कलकत्ता आकाशवाणी रेडियो में काम किया था.

10 साल की उम्र तक अलका संगीत में परायण हो चुकी थी इसीलिए उनकी माता उन्हें कलकत्ता से बॉम्बे (अब मुंबई) ले आई.

अलका की माँ ने उनका करियर बनाने के लिए कई प्रयास किये आखिरकार उन्होंने एक पत्र के माध्यम से राज कपूर से संपर्क किया. राज कपूर ने जब अलका की आवाज सुनी तब वह उनसे काफी प्रभावित हुए और पत्र को लेकर प्यारेलाल के पास पहुंचे.

उनकी आवाज सुनकर प्यारेलाल भी उनसे प्रभावित हो गए उन्होंने अलका को दो ऑफर दिए. उन्होंने बताया कि वह चाहे तो अभी से एक डबिंग आर्टिस्ट के तौर पर काम करे. या फिर आवाज परिपक्व होने तक का इंतज़ार करे. तब अलका की माँ ने इंतज़ार करने का फैसला किया.

अलका याग्निक का संगीत करियर (Alka Yagnik Music Career)

14 साल की उम्र में अलका याग्निक ने पहली बार फिल्म “पायल की झंकार” के गाने “थिरकत अंग लचक झुकी” में अपनी आवाज दी.

जिसके बाद 1981 में आई फिल्म लावारिस के गाने “मेरे अंगने में” ने उन्हें शोहरत की बुलंदियों तक पहुँचा दिया. जिसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में अपनी गायकी से लोगों का ध्यान अपनी ओर खिंचा.

साल 1988 में आये गाने “एक दो तीन” के लिए इन्हें पहली बार फिल्मफेयर का अवार्ड मिला.

उन्होंने अपने तीन दशक पुराने करियर में हिंदी के अलावा उर्दू, गुजराती, अवधी, भोजपुरी, तमिल, तेलगू और मलयालम भाषा में गाने गाए हैं. अलका याग्निक आज उन गायिकाओं में से एक हैं जिन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री के सभी बड़े संगीतकरों के साथ काम किया हैं.

अलका याग्निक के अवार्ड (Alka Yagnik Awards)

अलका याग्निक को संगीत से जुड़े हुए लगभग सभी अवार्ड से नवाजा जा चुका हैं. जिसकी सूची कुछ इस प्रकार हैं.

  1. नेशनल अवार्ड
  2. फिल्मफेयर अवार्ड
  3. लता मंगेशकर अवार्ड
  4. आईफा अवार्ड
  5. स्टार स्क्रीन अवार्ड
  6. जी सिने अवार्ड

जब फिल्म के निर्माताओं ने अलका पर भरोसा जताया :

अलका यागनिक हार मानने वाले में से नहीं थीं. शुरूआती दिनों में उन्हें बहुत कम गानें का मौका मिला लेकिन अलका को कामयाबी तब मिली जब 1988 में फिल्म तेजाब आयी उस फिल्म में अलका ने गाना गाया था ”’ एक दो तीन ”, फिल्म तो हिट हुई ही लेकिन फिल्म्स से ज्यादा गाना हिट हुआ. तब अलका जी रातोंरात स्टार बन गई.

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