9-science

bihar board class 9th science solutions | बल तथा गति के नियम

bihar board class 9th science solutions | बल तथा गति के नियम

                          पाठ्य पुस्तकीय प्रश्नों के उत्तर (पृष्ठ 131)
प्रश्न 1. निम्न में किसका जड़त्व अधिक है : (a) एक रबड़ की गेंद एवं उसी आकार
का पत्थर, (b) एक साइकिल एवं एक रेलगाड़ी, (c) पांँच रुपये का एक सिक्का एवं एक
रुपये का सिक्का।
उत्तर-(a) पत्थर का,
(b) रेलगाड़ी का,
(c) पाँच रुपये के सिक्के का।
कारण-क्योंकि इनका द्रव्यमान अपेक्षाकृत अधिक है।
प्रश्न 2. नीचे दिए गए उदाहरण में गेंद का वेग कितनी बार बदलता है, जानने का
प्रयास करें:
“फुटबाल का एक खिलाड़ी गेंद पर किक लगाकर गेंद को अपनी टीम के दूसरे
खिलाड़ी के पास पहुंँचाता है। दूसरा खिलाड़ी उस गेंद को किक लगाकर गोल की ओर
पहुंँचाने का प्रयास करता है। विपक्षी टीम का गोलकीपर गेंद को पकड़ता है और अपनी
टीम के खिलाड़ी की ओर किक लगाता है।”
इसके साथ ही उस कारक की भी पहचान करें जो प्रत्येक अवस्था में बल प्रदान करता है।
उत्तर-(i) प्रथम खिलाड़ी गेंद पर बल आरोपित करता है और बल के कारण गेंद का वेग
बढ़ता है।
(ii) दूसरा खिलाड़ी पहले बल आरोपित करके गेंद को रोकता है जिससे गेंद का वेग घटता
है। पुनः वह खिलाड़ी गेंद पर बल आरोपित करता है और उसे गोल की ओर त्वरित करता है।
(iii) गोल रक्षक गेंद पर बल आरोपित करता है और उसे अपने साथी की तरफ बढ़ाता है।
प्रश्न 3. किसी पेड़ की शाखा को तीव्रता से हिलाने पर कुछ पत्तियाँ झड़ जाती हैं।
क्यों?
उत्तर-पेड़ की शाखा तथा पत्तियाँ विराम में रहती हैं। जब शाखा को हिलाते हैं तो शाखा
गतिमान हो जाती है तथा पत्तियां स्थिर जड़त्व के कारण विराम में रहने की कोशिश करती हैं।
अतः पत्तियों पर एक बल लगता है जिसके कारण पत्तियाँ टूट कर गिर जादी हैं।
प्रश्न 4. जब कोई गतिशील बस अचानक रुकती है तो आप आगे की ओर झुक जाते
हैं और जब विरामावस्था से गतिशील होती है तो पीछे की ओर हो जाते हैं, क्यों?
उत्तर-गतिशील बस में बैठा हुआ यात्री भी समान गति से बस की दिशा में गति करता
है। जब बस अचानक रुक जाती है तो यात्री का निचला हिस्सा बल के कारण विरामावस्था में
आ जाता है जबकि ऊपरी हिस्सा गति में रहता है। परिणामस्वरूप हम आगे की ओर झुक जाते
हैं। ऐसा ही विरामावस्था से बस गतिशील होती है तो हम पीछे की ओर हो जाते हैं।
                              क्रियाकलाप 9.5
• एक बड़े आकार का गुब्बारा (बैलून) लें तथा इसमें पूरी तरह से हवा भरें।
• इसके मुख को धागे से बाँधे।
• इसकी सतह पर किसी चिपकाने वाले टेप की सहायता से चित्र 9.11 में दर्शाए अनुसार
एक स्ट्रा (प्लास्टिक को पतली नली) लगाएँ।
• स्ट्रँ के बीच से एक धागे को पार कराएं, जिसके दोनों सिरों को दीवार पर चित्रानुसार
लगाएंँ।
• गुब्बारे के मुंँह पर बंँधे धागे को खोल दें।
• अब गुब्बारे में भरी हवा उसके मुख से बाहर की ओर निकलने लगेगी।
• स्ट्राँ (अथवा गुब्बारे) की गति की दिशा का अवलोकन करें।
उत्तर-स्ट्रॉ (अथवा गुब्बारे) की गति की दिशा वायु के निकलने की दिशा से विपरीत
होती है।
                  पाठ्य पुस्तकीय प्रश्नों के उत्तर (पृष्ठ 140)
प्रश्न 1. यदि क्रिया सदैव प्रतिक्रिया के बराबर है तो स्पष्ट कीजिए कि घोड़ा गाड़ी
को कैसे खींच पाता है?
उत्तर-गाड़ी को खींचते समय घोड़ा नीचे पृथ्वी की सतह को अपने पैरों से पीछे की तरफ
धकेलता है। न्यूटन के गति के तृतीय नियम के अनुसार पृथ्वी (सड़क) भी घोड़े के पैरों पर
उतना ही प्रतिक्रिया बल विपरीत दिशा में लगाती है जिसके कारण गाड़ी आगे की तरफ बढ़ती है।
प्रश्न 2. एक अग्निशमन कर्मचारी को तीव्र गति से बहुतायत मात्रा में पानी फेंकने वाली
रबड़ की नली को पकड़ने में कठिनाई क्यों होती है ? स्पष्ट करें।
उत्तर-जब अग्निशमन कर्मचारी पानी फेंकने वाली रबड़ की नली को पकड़ता है तो उसे
कठिनाई होती है क्योंकि गति के तृतीय नियम के अनुसार तीव्र गति से निकलने वाला पानी कर्मचारी पर उतना ही प्रतिक्रिया बल विपरीत दिशा में लगाता है जितने बल से पानी बाहर निकल रहा होता है।
= 35 मी./से.
प्रश्न 3. एक 50g द्रव्यमान की गोली 4kg द्रव्यमान की रायफल से 35 ms-1 के
प्रारंभिक वेग से छोड़ी जाती है। रायफल के प्रारंभिक प्रतिक्षेपित वेग की गणना कीजिए।
प्रश्न 4.100 g और 200g द्रव्यमान की दो वस्तुएँ एक ही रेखा के अनुदिश एक ही
दिशा में क्रमश: 2ms-1 और 1ms-1 के वेग से गति कर रही हैं । दोनों वस्तुएँ टकरा जाती
हैं। टक्कर के पश्चात् प्रथम वस्तु का वेग 1.67 ms-1 हो जाता है, तो दूसरी वस्तु का वेग
ज्ञात करें।
उत्तर- प्रथम वस्तु का द्रव्यमान, m1= 100g= 0.1 kg
द्वितीय वस्तु का द्रव्यमान, m2 = 200g= 0.2 kg
  प्रथम वस्तु का प्रारंभिक वेग, u1 =  2 ms-1
द्वितीय वस्तु का प्रारंभिक वेग, u2 = 1ms-1
       प्रथम वस्तु का अंतिम वेग,v1 = 1.67 ms-1
    द्वितीय वस्तु का अंतिम वेग, v2 =  ?
संवेग संरक्षण के सिद्धांत के आधार पर,
टक्कर के पहले का कुल संवेग = टक्कर के बाद का कुल संवेग
                m1u1 + m2u2 = m1 +m2v2
या,    0.1×2 + 0.2×1 = 0.1×1.67+ 0.2xv2
या,              0.2+0.2 = 0.167+0.2v2
                     0.4―0.167
                   ——————–=v2
                             0.2
                            0.233
                            ———-=v2
                               0.2
                                     V2= 1.165m/s-1
                                               अभ्यास
प्रश्न 1. कोई वस्तु शून्य बाह्य असंतुलित बल अनुभव करती है। क्या किसी भी वस्तु
के लिए अशून्य वेग से गति करना संभव है ? यदि हां, तो वस्तु के वेग के परिमाण एवं
दिशा पर लगने वाली शतों का उल्लेख करें। यदि नहीं, तो कारण स्पष्ट करें।
उत्तर-इस प्रश्न की दो स्थितियांँ हैं-
(i) यदि वस्तु विराम की स्थिति में है, तो इस प्रश्न का उत्तर है ‘नहीं’, क्योंकि
न्यूटन की गति के प्रथम नियम से, असंतुलित बल की अनुपस्थिति में कोई वस्तु अपनी प्रारंभिक स्थिति में ही रहती है।
(ii) दूसरी स्थिति में, यदि किसी गतिमान वस्तु पर कार्यरत सभी बलों का परिणामी बल
शून्य है, तो वस्तु का कुल प्रारंभिक वेग होता है। अतः इस स्थिति में प्रश्न का उत्तर है ‘हाँ ‘।
प्रश्न 2. जब किसी छड़ी से एक दरी (कार्पेट) को पीटा जाता है, तो धूल के कण
बाहर आ जाते हैं। स्पष्ट करें।
उत्तर-जब दरी को झाड़ा जाता है या छड़ी से पीटा जाता है, तब दरी को गतिशील बना
दिया जाता है। विराम जड़त्व के कारण, धूल के कण विराम अवस्था में ही रहते हैं और नीचे
गिर जाते हैं।
प्रश्न 3. बस की छत पर रखे सामान को रस्सी से क्यों बांँधा जाता है ?
उत्तर-जब सामान को बस की छत पर रखते हैं, तो ये बस के साथ जुड़े हुए नहीं होते
हैं। इस स्थिति में, बस जब अचानक चलना शुरू करती है, तो कुछ हल्के सामान बस की छत
से पीछे की ओर गिर भी सकते हैं। यदि चलती हुई बस अचानक रुके, तो सामान आगे की ओर
गिर सकता है। इसलिए, बस की छत के ऊपर सामानों को बाँधकर रखने के लिए कहा जाता है।
प्रश्न 4. किसी बल्लेबाज द्वारा क्रिकेट की गेंद को मारने पर गेंद जमीन पर लुढ़कती
है। कुछ दूरी चलने के पश्चात् गेंद रुक जाती है । गेंद रुकने के लिए धीमी होती है,
क्योंकि
(a) बल्लेबाज ने गेंद को पर्याप्त प्रयास से हिट नहीं किया है।
(b) वेग गेंद पर लगाए गये बल के समानुपाती है।
(c) गेंद पर गति की दिशा के विपरीत एक बल कार्य कर रहा है।
(d) गेंद पर कोई असंतुलित बल कार्यरत नहीं है, अत: गेंद विरामावस्था में आने के
लिए प्रयासरत है।
        (सही विकल्प का चयन करें)
उत्तर-(c) गेंद पर गति की दिशा के विपरीत एक बल कार्य कर रहा है।
प्रश्न 5. एक ट्रक विरामावस्था से किसी पहाड़ी से नीचे की ओर नियत त्वरण से
लुढ़कना शुरू करता है। यह 20s में 400m की दूरी तय करता है । इसका त्वरण ज्ञात करें।
अगर इसका द्रव्यमान 7 मीट्रिक टन है तो इस पर लगने वाले बल की गणना करें।
                                                                       (1 मीट्रिक टन = 1000 kg)
प्रश्न 6.1kg द्रव्यमान के एक पत्थर को 20 mr-I के वेग से झील की जमी हुई सतह
पर फेंका जाता है। पत्थर 50m की दूरी तय करने के बाद रुक जाता है। पत्थर और बर्फ
के बीच लगने वाले घर्षण बल की गणना करें।
प्रश्न 7. एक 8000 kg द्रव्यमान का रेल इंजन प्रति 2000kg द्रव्यमान वाले पांँच डिब्बों
को सीधी पटरी पर खींचता है। यदि इंजन 40000N का बल आरोपित करता है तथा यदि
पटरी 5000 N का घर्षण बल लगाती है, तो ज्ञात करें :
(a) नेट त्वरण बल
(b) रेल का त्वरण तथा
(c) डिब्बा 1 द्वारा 2 पर लगाया गया बल ।
उत्तर-(a) डिब्बों सहित ट्रेन का द्रव्यमान
= ट्रेन का द्रव्यमान +5 डिब्बों का द्रव्यमान
= 8000+5×2000 = 18,000 किलोग्राम
असंतुलित बल = (40,000-5000) N= 35,000N
                                   F      35,000
(b) त्वरण                 = —-=————-m/s2 = 1.9m/s2
                                   m    18,000
(c)                       F = ma= 2000×1.9= 3800N
यह बल दोनों ही डिब्बों पर कार्यरत होगा।
प्रश्न 8. एक गाड़ी का द्रव्यमान 1500kg है। यदि गाड़ी को 1.7 ms-2 ऋणात्मक
त्वरण (अवमंदन) के साथ विरामावस्था में लाना है, तो गाड़ी तथा सड़क के बीच लगने
वाला बल कितना होगा?
उत्तर-वाहन का द्रव्यमान, m = 1500 किग्रा.
त्वरण = -1.7m/s2
गति के दूसरे नियम से
                        F= ma=1500x-1.7
                          = -2550.0 N
                        F= -2550 N
प्रश्न 9. किसी m द्रव्यमान की वस्तु जिसका वेग v. है का संवेग क्या होगा?
(a) (mv)2
(b) mv2
(c) (1/2) mv2
(d) mv
(उपरोक्त में से ही विकल्प चुनें।)
       उत्तर-(d) mv
प्रश्न 10. हम एक लकड़ी के बक्से को 200N बल लगाकर उसे नियत वेग से फर्श
पर धकेलते हैं। बक्से पर लगने वाला घर्षण बल क्या होगा?
उत्तर-पर्षण बल का मान 200N होगा।
प्रश्न 11. दो वस्तुएंँ, प्रत्येक का द्रव्यमान 1.5 kg है, एक ही सीधी रेखा में एक-दूसरे
के विपरीत दिशा में गति कर रही हैं। टकराने के पहले प्रत्येक का वेग 25ms-1 है। टकराने
के बाद यदि दोनों एक-दूसरे से जुड़ जाती हैं, तब उनका सम्मिलित वेग होगा?
उत्तर-संवेग संरक्षण के सिद्धांत से,
प्रारंभिक संवेग = अतिम संवेग
                   m1u1+m2u2 = (m1 + m2) v
या,        1.5×2.5-1.5×2.5 = (1.5+1.5)xv
                                                           0
                                         = 3v      v=—-
                                                           3
                                        V = 0 m/s
प्रश्न 12. गति के तृतीय नियम के अनुसार जब हम किसी वस्तु को धक्का देते हैं,
तो वस्तु उतने ही बल के साथ हमें भी विपरीत दिशा में धक्का देती है। यदि वह वस्तु
एक ट्रक है जो सड़क के किनारे खड़ा है संभवतः हमारे द्वारा बल आरोपित करने पर भी
गतिशील नहीं हो पाएगा। एक विद्यार्थी इसे सही साबित करते हुए कहता है कि दोनों बल
विपरीत एवं बराबर हैं जो एक-दूसरे को निरस्त कर देते हैं। इस तर्क पर अपने विचार
दें और बताएंँ कि टूक गतिशील क्यों नहीं हो पाता?
उत्तर-एक ट्रक का द्रव्यमान अधिक होता है, जिसके कारण ट्रक का जड़त्व अधिक होता
है। अत्यधिक जड़त्व के कारण यह विराम में रहता है। हमारे द्वारा आरोपित बल अपेक्षाकृत कम
होने के कारण वह ट्रक में गति नहीं उत्पन्न कर पाता है।
प्रश्न 13. 200g द्रव्यमान की एक हॉकी की गेंद 10 ms-1 की वेग से सीधी रेखा में
चलती हुई 5kg द्रव्यमान के लकड़ी के गुटके से संघटन करती है तथा उससे जुड़ जाती
है। उसके बाद दोनों एक साथ उसी रेखा में गति करते हैं । संघटन के पहले और संघटन
के बाद के कुल संवेगों की गणना करें। दोनों वस्तुओं की जुड़ी हुई अवस्था में वेग की गणना
करें।
उत्तर-
गेंद का द्रव्यमान, m – 200g= 0.2 kg
गेंद का प्रारंभिक वेग, u       = 10m/s
गेंद का प्रारंभिक संवेग = mv=0.2×10
                                =2kg m/s
लकड़ी के टुकड़े का द्रव्यमान  = 5 किग्रा.
”          ”       ”  प्रारंभिक वेग = 0m/s
 ”         ”      ”             संवेग = 5×0=0kg m/s
संघटन के पहले कुल संवेग = (2 +0) kg m/s = 2 kg m/s
संघटन के बाद कुल संवेग = (5+0.2) kg = 5.2 kg
   ”      ”       ”    ”      वेग =vm/s (माना)
    ”     ”        ”    ”  संवेग = 5.2v
संवेग के संरक्षण के सिद्धांत से
अंतिम संवेग = प्रारंभिक संवेग
          5.2v= 2
              2
         v=—–x10
             52
                 5
           V=—– m/s
                13
संघटन के बाद संवेग
                                            5
                     = 5.2v=5.2x——–
                                           13
                   v= 2m/s.
प्रश्न 14. 10g द्रव्यमान की एक गोली सीधी रेखा में 150 ms-1 की वेग से चलकर
एक लकड़ी के टुकड़े के गुटके से टकराती है और 0.03s के बाद रुक जाती है । गोली
लकड़ी को कितनी दूरी तक भेदेगी ? लकड़ी के गुटके द्वारा गोली पर लगाए गए बल के
परिमाण की गणना करें।
उत्तर- द्रव्यमान, m = 10g= 0.01kg
प्रारंभिक वेग, u     = 150m/s
अंतिम वेग, v         = 0m/s
         समय, t       = 0.03 s
                              v-u
                     a    =——–
                                 t
                             0-150
                           =———-= -5000 m/s2
                              0.03
गति के दूसरे समीकरण से
प्रश्न 15. एक वस्तु जिसका द्रव्यमान 1kg है, 10 ms-1 के वेग से एक सीधी रेखा
में चलते हुए विरामावस्था में रखे 5kg द्रव्यमान के एक लकड़ी के गुटके से टकराती है।
उसके बाद दोनों साथ-साथ उसी सीधी-रेखा में गति करते हैं। संघटन के पहले तथा बाद
के कुल संवेगों की गणना करें। आपस में जुड़े हुए संयोजन के वेग की भी गणना करें।
उत्तर-
प्रश्न 16. 100 kg द्रव्यमान की एक वस्तु का वेग समान त्वरण से चलते हुए 6s में
5 mr-1 से 8ms-1 हो जाता है। वस्तु के पहले और बाद के संवेगों की गणना करें । उस
बल के परिमाण की गणना करें जो उस वस्तु आरोपित है।
उत्तर- वस्तु का द्रव्यमान, m = 100kg
                 प्रारंभिक वेग, u= 5m/s
                   अंतिम वेग, v  = 8m/s
                             समय,t = 6 सेकंड
            प्रारंभिक संवेग, mu = 100×5= 500 किग्रा. मी./से.
              अंतिम संवेग, mv= 100×8= 800 किग्रा. मी./से.
                                     mv-mu   800-500   300
                               F =———–=————–=–—–
                                         t                6            6
                               F = 50N
प्रश्न 17. अख़्तर, किरण और राहुल किसी राजमार्ग पर बहुत तीव्र गति से चलती
हुई कार में सवार हैं, अचानक उड़ता हुआ कोई कीड़ा, गाड़ी के सामने के शीशे से आ
टकराया और वह शीशे से चिपक गया। अख्तर और किरण इस स्थिति पर विवाद करते
हैं । किरण का मानना है कि कीड़े के संवेग परिवर्तन का परिमाण कार के संवेग परिवर्तन
के परिमाण की अपेक्षा बहुत अधिक है। (क्योंकि कीड़े के वेग में परिवर्तन का मान
कार के वेग में परिवर्तन के मान से बहुत अधिक है।) अख़्तर ने कहा कि चूंँकि कार
का वेग बहुत अधिक था अतः कार ने कीड़े पर बहुत अधिक बल लगाया जिसके कारण
कीड़े की मौत हो गई। राहुल ने एक नया तर्क देते हुए कहा कि कार तथा कीड़ा दोनों
पर समान बल लगा और दोनों के संवेग में बराबर परिवर्तन हुआ। इन विचारों पर अपनी
प्रतिक्रिया दें।
उत्तर-राहुल का उत्तर सही था क्योंकि-
संवेग संरक्षण के सिद्धांत के अनुसार, टक्कर के समय तंत्र का कुल संवेग संरक्षित रहता
है, इसलिए दोनों ही में एकसमान संवेग परिवर्तन होगा। किंतु कीड़ा का द्रव्यमान कम है, इसलिए
उसके वेग में अधिक परिवर्तन होगा एवं कार का द्रव्यमान अधिक होने के कारण, उसके वेग
में अपेक्षाकृत कम परिवर्तन होगा।
प्रश्न 18. एक 10kg द्रव्यमान की घंटी 80 cm की ऊंँचाई से फर्श पर गिरी। इस
अवस्था में घंटी द्वारा फर्श पर स्थानांतरित संवेग के मान की गणना करें। परिकलन में सरलता
हेतु नीचे की ओर दिष्ट त्वरण का मान 10 m/s-2 लें।
उत्तर-
द्रव्यमान, m =10 किग्रा.
ऊंँचाई अथवा दूरी,s = 80 सेमी. = 0.8 मी.
                   त्वरण = 10 मी./से.2
                         u =0 मी./से.
गति के तीसरे समीकरण से,
         v2-u2 = 2as
       v2-(0)2 = 2x10x0.8=16
             v =√I6 =4
               v=4 मी./से.
संवेग में परिवर्तन = mxv-mu
                       = 10×4-10×0
संवेग में परिवर्तन = 40 किग्रा. मी./सेकंड
                              अतिरिक्त अभ्यास
A1. एक वस्तु की गति की अवस्था में दूरी समय सारणी निम्नवत् है-
(a) त्वरण के बारे में आप क्या निष्कर्ष निकाल सकते हैं? क्या यह नियत है ? बढ़
रहा है ? घट रहा है? शून्य है ?
(b) आप वस्तु पर लगने वाले बल के बारे में क्या निष्कर्ष निकाल सकते हैं?
उत्तर-
(a) उपर्युक्त टेबल दर्शाता है कि वेग परिवर्तन की दर बढ़ रही है अतः, वस्तु का त्वरण
लगातार बढ़ रहा है।
(b) चूँकि बल, वस्तु में उत्पन्न त्वरण के समानुपाती होता है, इसलिए वस्तु पर लगने वाला
बल भी लगातार बढ़ रहा है।
A2. 1200 kg द्रव्यमान की कार को चिकनी सड़क पर दो व्यक्ति समान वेग से धक्का
देते हैं । उसी कार को तीन व्यक्तियों द्वारा धक्का देकर 0.2 ms-2 का त्वरण उत्पन्न किया
जाता है। कितने बल के साथ प्रत्येक व्यक्ति कार को धक्का देता है । (मान लें कि सभी
व्यक्ति समान पेशीय बल के साथ कार को धक्का देते हैं।)
उत्तर-स्थिति I:
द्रव्यमान, m = 1200kg
वेग, u =v (समान वेग)
       a= 0
    बल = mxa
= 1200×0 = 0 N
स्थिति II:
द्रव्यमान, m = 1200kg
त्वरण, a = 0.2 m/s2
बल =mxa=1200×0.2 = 240 N
A3.500g द्रव्यमान के एक हथौड़े द्वारा 50 ms-1 वेग से एक कील पर प्रहार किया
जाता है। कील द्वारा हथौड़े को बहुत कम समय 0.015 के लिए ही रोका जाता है। कील
के द्वारा हथौड़े पर लगाए गए बल की गणना करें।
उत्तर- द्रव्यमान, m = 500 ग्रा. = 0.5 किग्रा.
        प्रारंभिक वेग, u =50 m/s
           अंतिम वेग, v = 0m/s
                   समय,t = 0.01s
               v-u        50-0
त्वरण,a=———-=———– =5000 m/s2
                 t           0.01
         बल, F = ma
                 F= 0.5×5000
                  F=2500N
A4. एक 1200 kg द्रव्यमान की मोटरकार 90 km/h की वेग से एक सीधी रेखा पर
चल रही है। उसका वेग बाहरी असंतुलित बल लगने के कारण 4s में घटकर 18 km/h
हो जाता है। त्वरण और संवेग में परिवर्तन की गणना करें। लगने वाले बल के परिमाण
की भी गणना करें।
उत्तर-
द्रव्यमान, m = 1200kg
                                                     5
प्रारंभिक वेग, u = 90 km/h = 90x——- = 25m/s
                                                    18
                                          5
अंतिम वेग, v = 18 km/h x—— = 5 m/s
                                         18
                 ∆t =4 सेकंड
                           5-25
                     a=———–  =-5m/s2
                              4
संवेग में परिवर्तन = mv-mu =m (v-u)
                        = 1200 (-20)
संवेग परिवर्तन = 24000 kg ms-1
            बल, F = mxa
                     = 1200 kgx(-5m/s2) = 1200x-5
                  F = – 6000 N
A5. एक ट्रक और एक कार v वेग से गतिशील हैं, दोनों एक-दूसरे से आमने-सामने
संघटन करते हैं तथा कुछ समय बाद दोनों रुक जाते हैं। अगर संघटन का समयांतराल 1
s है, तो
(a) कौन-सी गाड़ी पर बल का सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा?
(b) किस गाड़ी के संवेग में सबसे अधिक परिवर्तन होगा?
(c) किस गाड़ी का त्वरण सबसे अधिक होगा?
(d) ट्रक की अपेक्षा कार को अधिक नुकसान क्यों होगा?
उत्तर-(a) कार पर टक्कर का अधिक प्रभाव पड़ेगा।
(b) दोनों ही सवारियों में संवेग परिवर्तन एक समान रहेगा।
(c) कार की गति में उत्पन त्वरण का मान अधिक होगा।
(d) कार में अधिक क्षति होगी, क्योंकि उसमें उत्पन्न त्वरण का मान अधिक होगा
                                                  ◆◆◆

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *