Biography

Srikanth Kidambi biography in hindi | श्रीकांत किदांबी

SRIKANTH KIDAMBI BIOGRAPHY IN HINDI | श्रीकांत किदांबी का जीवन परिचय

Srikanth Kidambi biography in hindi

श्रीकांत किदांबी का जीवन परिचय:-

क्रमांक जीवन परिचय बिंदु srikanth kidambi in hindi
1. पूरा नाम श्रीकांत किदम्बी/श्रीकांत किदांबी/किदांबी श्रीकांत
2. धर्म  हिन्दू
3. जन्म 7 फ़रवरी 1993
4. जन्म स्थान गुंटूर आंध्रप्रदेश
5. माता-पिता केवीएस कृष्णा, राधा
6. वर्तमान आयु  24 वर्ष
7. भाई बहिन नन्दा गोपाल
8. व्यवसाय  पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी

श्रीकांत किदाम्बी का जीवन परिचय: – 

श्रीकांत किदांबी भारत के सिंगल बेडमिन्टन प्लेयर हैं जिन्होंने हाल ही में ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर सिरीज़ जीत ली हैं| 25 वर्षीय श्रीकांत किदांबी साइना नेहवाल जैसी स्टार खिलाड़ियों की हार के बावजूद इन्होने अपना विजयी अभियान जारी रखा| श्रीकांत द्वारा ये ओपन सीरिज जीतने के साथ ही इस टूर्नामेंट के फाइनल में लगातार तीन बार जाने वाले पहले भारतीय बन चुके हैं| श्रीकांत किदांबी बायोग्राफी में एक नजर अब तक उनके जीवन सफर खेल इतिहास और इनकी प्रष्टभूमि पर|किदांबी श्रीकांत (Srikanth Kidambi) आंध्र प्रदेश के गुंटूर (Guntur of Andhra Pradesh) क्षेत्र के भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। श्रीकांत नम्मालवार किदांबी (Srikanth Nammalwar Kidambi) का जन्म आंध्र प्रदेश के गुंटूर क्षेत्र में 7 फरवरी 1993 (7 February 1993) को एक साधरण परिवार में हुआ था |इनकी मात्र भाषा तेलगु है | इनके पिता का नाम केवीएस कृष्णा (KVS krishna) जो एक बहुत बड़े जमींदार है | जिनके पास में अनेक लोग काम करते है | इनकी माता का नाम राधा किदांबी (Radha Kidambi) है जो एक कुशल एक गृहिणी हैं। श्रीकांत का एक बड़ा भाई के। नंदगोपाल (Nandagopal) भी है, जो बैडमिंटन खिलाड़ी भी है। वह अभी तक अविवाहित है।वर्तमान में, वह सर्वश्रेष्ठ पुरुष भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों में से हैं, स्पष्ट है कि उन्हें लगातार शीर्ष 10 में स्थान दिया जा रहा है। वास्तव में, उन्हें अप्रैल 2018 में नंबर 1 पर स्थान दिया गया था।वह 2017 में सर्वोच्च पुरस्कार विजेता विजेता थे, यहां तक कि ली ने भी ग्रहण किया था। चोंग वेई और ताई त्ज़ु यिंग। किदांबी ने भारत के लिए गोल्ड कोस्ट गोल्ड (मिश्रित ईवेंट) (Gold Coast Gold (Mixed Event) ) दिलाये है | और साथ ही साथ इन्होने बहुत सारे बीडब्ल्यूएफ (BWF) खिताबों के बीच एक ही प्रतियोगिता के एकल स्पर्धा में सिल्वर जिताया । वह महान कोच जी पुलेला द्वारा प्रशिक्षित है।जिनका नाम बड़े ही आदर से लिया जाता है आज भी |

श्रीकांत का करियर :-

  • साल 2011 : साल 2011 में इन्होंने “कॉमनवेल्थ यूथ गेम्स” में हिस्सा लिया. इस प्रतियोगिता में इन्हें मिक्स्ड डबल में रजत पदक और डबल में कांस्य पदक हासिल हुआ. इसी वर्ष इन्होने पुणे में होने वाले ‘आल इंडिया जूनियर इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप’ में हिस्सा लिया था. इस प्रतियोगिता मे इन्हें सिंगल और डबल दोनों तरह के खेलों में जीत हासिल हुई.
  • साल 2012 : साल 2012 में ‘मालदीव्स इंटरनेशनल चैलेंज’ में उस समय के जूनियर वर्ल्ड चैंपियन मलेशिया के ज़ुल्फदिल ज़ुल्किफ्फी को हरा कर ये जूनियर विश्व चैंपियन बने.
  • साल 2013 : साल 2013 में थाईलैंड ओपन ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड इवेंट में विश्व के आठवे स्थान के खिलाड़ी बून्सक पोंसना को हरा कर ‘मेन्स सिंगल टाइटल’ का खिताब अपने नाम किया. इसी साल किदम्बी ने दिल्ली में होने वाले आल इंडिया सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में प्रख्यात ओलिंपियन परुपल्ली कश्यप को हरा कर ‘फर्स्ट सीनियर नेशनल’ का खिताब जीता. इस साल होने वाले इंडियन बैडमिंटन लीग में ये अवध वॉरियर्स की टीम में थे. ये टीम लीग में दूसरे स्थान पर थी.
  • साल 2014 : साल 2014 में इनके करियर में एक लम्बी छलांग देखने मिलती है. इस साल लखनऊ में होने वाले ‘इंडियन ओपन ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड’ में रनर अप रहे. इसके बाद मलेशिया ओपन में क्वार्टर फाइनलिस्ट रहे. ग्लासगो में होने वाले कामनवेल्थ गेम में ‘मिक्स्ड टीम’ इवेंट में सेमी फाइनलिस्ट रहे. इसी साल मेन’स सिंगल में इन्होने क्वार्टर फाइनल तक का सफ़र पूरा किया. इस साल नवम्बर के महीने में होने वाले ‘चाइना ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर’ के फाइनल में पांच बार से विश्व चैंपियन और दो बार के ओलिंपिक चैंपियन लीन डैन को स्ट्रैट सेट (21-19 21-17) से हरा कर सुपर सीरीज प्रीमियर मेन का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने. इसके बाद इन्होने हांगकांग ओपन में हिस्सा लिया. इस मुकाबले में इनका सफ़र ‘थ्री सेट’ में सेमिफाइनल तक का रहा. इस सेमिफिनल में इन्हें चेन लॉन्ग से मात मिली. इसके बाद इसी साल इन्होंने केंटो मोमोता को (15-21 21-16 21-10) तथा टौमी सुगिअरतो को (21-18 21-13) से हराया. बीडब्ल्यूएफ़ सुपर सीरीज मास्टर्स फाइनल में इन्हें पुनः चेन लॉन्ग से मात मिली.
  • साल 2015 : इस साल भी किदम्बी भारत के पहले खिलाड़ी हुए जिन्होने ‘स्विस ओपेन्न ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड’ इवेंट में स्वर्ण पदक हासिल किया. इसके फाइनल में इन्होने विक्टर अक्सेइसेन को (21-15 12-21 21-14) से हरा कर गोल्ड मैडल हासिल किया. इसी वर्ष इन्होने ओपन सीरीज में भी अपनी जीत दर्ज कराई.
  • साल 2016 : किदम्बी इस साल मलेशिया मास्टर्स में सेमीफाइनल तक पहुँच सके. इस सेमिफ़ाइनल में मलेशिया के इस्कंदर ज़ुल्कार्नियन जैनुद्दीन से हार मिली. इसी साल साउथ एशियाई गेम्स में इन्हें दो गोल्ड मैडल प्राप्त हुए. इन दो गोल्ड मैडल में एक मेन’स सिंगल और एक मेन’स टीम के लिए था. मेन्स सिंगल में इन्होने प्रन्नो कुमार को हराया. इसी साल बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में यद्यपि इनकी टीम सेमीफाइनल में हार गई, किन्तु इन्हे व्यक्तिगत तौर पर हार का मुंह नहीं देखना पड़ा. इसी साल रियो अंतर्राष्ट्रीय ओलिंपिक में लीणो मुनोज़ और हेनरी हुर्स्कैनेन को हरा कर टॉप 16 में शामिल हुआ. विश्व के पांचवे स्तर के खिलाड़ी जोर्गेनसेन को (21-19 21-19) से हराकर वे क्वार्टरफाइनल में गये, किन्तु लीन डैन से हार कर बाहर हो गये.
  • साल 2017 : इस साल श्रीकांत किदम्बी और साईं प्रणीत ने मिलकर एक बैडमिंटन रैंकिंग इवेंट में एक साथ फाइनल में पहुँच कर इतिहास कायम किया. ग़ौरतलब ये है कि दोनों हैदराबाद से हैं और दोनों के कोच पी गोपीचंद रह चुके हैं. इसी साल ये जापान के कज़ुमासा सकई को इंडोनेशिया ओपन सुपर सीरीज में हरा कर खिताब अपने नाम करने वाले पहले भारतीय बने. इसी साल इन्होने ऑस्ट्रेलिया ओपन में शामिल हो कर लगातार तीन सुपर सीरीज इवेंट में शामिल होने का रिकॉर्ड बनाया.

किदांबी श्रीकांत की उपलब्धिया:-

-> गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स (मिश्रित इवेंट) में स्वर्ण ,

-> गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर (सिंगल इवेंट) ,

-> BWF फ्रेंच ओपन (2017) ,

-> BWF डेनमार्क ओपन (2017) ,

-> BWF ऑस्ट्रेलियन ओपन (2017) ,

-> BWF इंडोनेशिया ओपन (2017) ,

-> BWF इंडिया ओपन (2015) ,

-> BWF चाइना ओपन (2014) ,

-> स्विस ओपन ग्रां प्री (2015) ,

परुस्कार (Awards ) : –

-> पद्म श्री (2018)

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