Vitamin d is actually vitamin or not -विटामिन डी विटामिन है या नहीं
क्या यह सच है कि विटामिन डी असल में विटामिन है ही नहीं? क्या इसके केवल नाम में ही विटामिन है?
Vitamin d is actually vitamin or not
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यह बात बिल्कुल सच है कि विटामिन डी असल में विटामिन है ही नहीं।इसके केवल नाम में विटामिन है।
अब समझते हैं यह विटामिन क्यों नहीं है?
किसी भी पदार्थ को विटामिन कहा जाने का सबसे जरूरी मानदंड यह है कि “उस विटामिन की आपूर्ति केवल भोजन द्वारा होनी चाहिए!” वह पदार्थ जिसको हमारा शरीर खुद बना सकता है, उसको किसी भी हाल में विटामिन का दर्जा नहीं दिया जा सकता। क्योंकि विटामिन-डी का सृजन हमारा शरीर खुद कर सकता है इसलिए यह विटामिन हो ही नहीं सकता। इसको वैज्ञानिक तौर पर कैलसिट्रायल बोला जाना चाहिए। यह कैलसिट्रायल एक प्रकार का स्टेरॉयड हार्मोन है।
शरीर में कैलसिट्रायल का निर्माण कैसे होता है?
हमारी शरीर की त्वचा में एर्गोस्टरोल नाम का एक पदार्थ होता है।जब सूरज की धूप(पेरा बैंगनी किरण) त्वचा पर पड़ती हैं तो यह एर्गोस्टीरोल नामक पदार्थ→ कैलसिट्रायल में बदल जाता है। केवल 10% कैलसिट्रायल हमको भोजन से मिलता है।
बाकी के 12 विटामिन में से कोई भी ऐसा विटामिन नहीं है जिसको शरीर खुद बना सकता हो। केवल कैलसिट्रायल ही ऐसा है जिसे शरीर खुद बना सकता है।विटामिन डी के केवल नाम में विटामिन है। ठीक वैसे ही जैसे गुलाबजामुन में ना गुलाब होता है, और ना ही जामुन।
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जब भी कैलसिट्रायल की बात होती है तो मैं खुद को एक बहुत ही रोचक तथ्य बताने से रोक नहीं पाती हूं। बहुत से लोग यह सोचते हैं कि धूप में विटामिन डी होता है जो की पूरी तरह गलत है। विटामिन डी धूप में नहीं होता है। बल्कि जब त्वचा पर धूप पड़ती है तो शरीर में पहले से ही मौजूद एर्गोस्टरोल →कैलसिट्रायल में बदल जाता है।
[अब आप ही सोचिए अगर धूप में विटामिन डी होता तो पूरी धरती पर विटामिन डी नहीं बिखरा पड़ा होता! जैसे बरसात पड़ने के बाद चारों तरफ पानी बिखरा होता है।]
हालांकि इसके अलावा भी ऐसी बहुत सारे तथ्य हैं जो लोग नहीं जानते हैं जैसे कि
•किस कारण से धूप में बैठने के बाद भी विटामिन डी नहीं बनता है?
•क्यों काले लोगों को ज्यादा देर तक धूप लेनी पड़ती है?
•क्यों पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम लेने के बाद हड्डियां कमजोर हो जाती हैं?
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