Rajkumar Hirani Biography in Hindi – राजकुमार हिरानी जीवनी
Rajkumar Hirani Biography in Hindi – राजकुमार हिरानी जीवन परिचय
Rajkumar Hirani Biography in Hindi
राजकुमार हिरानी (सामान्यतः राजु हिरानी के रूप में जाने जाते हैं।) का जन्म नागपुर के एक सिंधी परिवार में हुआ। उनके पिता सुरेश हिरानी नागपुर में एक टंकण (टाइपिंग) संस्थान चलाते हैं। हिरानी परिवार भारत के विभाजन के समय भारत आया उस समय सुरेश हिरानी की आयु मात्र १४ वर्ष थी। राजकुमार हिरानी की शिक्षा सेंट फ्रांसिस देसलेस हाई स्कूल, नागपुर, महाराष्ट्र से आरम्भ की। राजकुमार को कभी अच्छे अंक नहीं प्राप्त होते थे अतः अभियांत्रिकी अथवा चिकीत्सा के क्षेत्र के पाठ्यकर्मों में दाखिला नहीं मिला अतः उन्होंने अपनी स्नातक की शिक्षा वाणिज्य में पूर्ण की। हिरानी ने व्यवसाय में अपने पिता की सहायता करना आरम्भ की लेकिन वो हिन्दी फ़िल्मों में अभिनेता बनना चाहते थे।
जीवन परिचय | |
---|---|
वास्तविक नाम | राजकुमार हिरानी |
उपनाम | राजू |
व्यवसाय | फिल्म निर्देशक |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 175 मी०- 1.75 फीट इन्च- 5’ 9” |
वजन/भार (लगभग) | 73 कि० ग्रा० |
शारीरिक संरचना (लगभग) | -छाती: 39 इंच -कमर: 31 इंच -Biceps: 11 इंच |
आँखों का रंग | गहरा भूरा |
बालों का रंग | काले: सफेद |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 20 नवंबर 1962 |
आयु (2017 के अनुसार) | 55 वर्ष |
जन्मस्थान | नागपुर, महाराष्ट्र, भारत |
राशि | वृश्चिक |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | नागपुर, महाराष्ट्र, भारत |
स्कूल/विद्यालय | सेंट फ्रांसिस डी’ सेल्स हाई स्कूल, नागपुर, महाराष्ट्र |
महाविद्यालय/विश्वविद्यालय | फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे |
शैक्षिक योग्यता | फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे संपादन में एक कोर्स |
डेब्यू | फिल्म (लेखन/निर्देशकीय): मुन्ना भाई एम.बी.बी.एस (2003)
फिल्म (निर्माता): पीके (2014) |
परिवार | पिता – सुरेश हिरानी (नागपुर में एक टाइपिंग संस्थान चलते थे)
माता– शीला हिरानी भाई– संजीव हिरानी (संयुक्त राज्य अमेरिका में एक कंप्यूटर सलाहकार के रूप में काम करते हैं) बहन– अंजू किशनचंदानी (पत्रकार) |
धर्म | हिन्दू |
विवाद | • वर्ष 2009 में, राजकुमार हिरानी की ब्लॉकबस्टर फिल्म, 3 इडियट्स तब विवादों में आई, जब लेखक चेतन भगत ने फिल्म की कहानी को अपने उपन्यास- “फाइव प्वाइंट समवन” से कॉपी करने का आरोप लगाया। इसे मानहानि का एक स्पष्ट मामला बताते हुए, हिरानी ने कहा कि चेतन भगत को अनुबंध में उल्लेखित राशि का भुगतान पहले ही कर दिया गया है और वह अपने भौतिकवादी लाभों के लिए सस्ती लोकप्रियता का सहारा ले रहा है। • हिरानी की अगली फिल्म पीके (2014) रिलीज के समय में काफी सुर्खियों में रही। इस फिल्म में धर्म और देवताओं को चित्रित करने के लिए फिल्म की आलोचना की गई थी। विवाद के बावजूद, इस फिल्म ने घरेलू बाजार में 300 करोड़ से अधिक की कमाई की। |
पसंदीदा चीजें | |
पसंदीदा अभिनेता | दिलीप कुमार, संजय दत्त, आमिर खान, बोमन ईरानी |
पसंदीदा फिल्म | बॉलीवुड : आनन्द (1971) |
पसंदीदा खेल | क्रिकेट |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
गर्लफ्रेंड एवं अन्य मामले | ज्ञात नहीं |
पत्नी | मनजीत हिरानी (एयर इंडिया में पायलट) |
विवाह तिथि | 19 दिसंबर 1994 |
बच्चे | बेटा– वीर हिरानी (फिल्म निर्देशन की पढ़ाई कर रहा है) |
करियर-
राजकुमार ने कई सालों तक फिल्म एडिटर के तौर पर अपना भाग्य आजमाया। इस दौरान हुए उनके बुरे अनुभवों ने उन्हें विज्ञापनों की तरफ रूख करने को मजबूर किया और एडवरटाइजिंग फिल्मों में उन्होंने अपने को निर्माता-निर्देशक के तौर पर स्थापित किया। वे फेवीकोल के विज्ञापन में भी दिखाई दिए। उन्होंने एडवाटाइजिंग इंडस्ट्री में अच्छा काम किया लेकिन उन्हें तो फिल्में बनानी थीं, इस वजह से उन्होंने विज्ञापनों से ब्रेक लिया और विधु विनोद चोपड़ा के साथ काम करना शुरू किया। उन्होंने फिल्म ‘1942: ए लव स्टोरी’ के प्रोमोज और ट्रेलर्स पर काम किया। उन्होंने फिल्म ‘करीब’ के प्रोमोज को भी एडिट किया। उन्हें पहला बड़ा मौका तब मिला जब उन्होंने फिल्म ‘मिशन कश्मीर’ के लिए फिल्म एडिटर के तौर पर काम किया।
मुन्नाभाई एमबीबीएस से मिली पहचान-
निर्देशक के तौर पर उनकी पहली फिल्म ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ थी जिसे भारी सफलता मिली। भारत के साथ साथ विदेशों में भी यह फिल्म हिट रही। इसके बाद उन्होंने इसी फिल्म का सीक्वेल ‘लगे रहो मुन्नाभाई’ बनाया जिसने एक बार फिर सभी का दिल जीता और इस फिल्म का भारत में काफी ज्यादा प्रभाव रहा और इसने गांधीवाद को और पापुलर बना दिया। फिल्म को आलोचकों के साथ साथ जनता ने भी काफी पसंद किया।
इसके बाद आई फिल्म ‘3 इडियट्स’। इस फिल्म ने हिन्दी सिनेमा के पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिए और फिल्म ने भारत के साथ साथ विदेशी मार्केट में भी अच्छी कमाई की। इसके बाद फिल्म ‘पीके’ में भी अपनी क्षमता से बड़े वर्ग को हिरानी ने प्रभावित किया और फिल्म ने काफी अच्छा कारोबार किया और सारे रिकार्ड एक बार फिर तोड़ दिए।
निर्देशक
वर्ष | फ़िल्म | अभिनय | परिणाम |
---|---|---|---|
2003 | मुन्ना भाई एम बी बी एस | निर्देशक, सम्पादक, लेखक | सफल |
2006 | लगे रहो मुन्ना भाई | निर्देशक, सम्पादक, लेखक | ब्लॉकबस्टर |
2009 | थ्री इडीयट्स | निर्देशक, सम्पादक, लेखक | सर्वकालिक सफल |
2014 | पीके | निर्देशक, सम्पादक, लेखक |
फ़िल्में
वर्ष | फ़िल्म | अभिनय |
---|---|---|
1993 | 1942: अ लव स्टोरी | प्रोमो और ट्रेलर |
1998 | करीब | प्रोमो सम्पादक |
2000 | मिशन कश्मीर | सम्पादक |
2005 | परिणीता | रचनात्मक निर्माता |
2007 | एकलव्य | कार्यकारी निर्माता |
पुरस्कार
- मुन्ना भाई एम बी बी एस के लिए
- 2004: नेशनल फिल्म अवार्ड फॉर बेस्ट पॉपुलर फिल्म प्रोवाइडिंग व्होलेसम एंटरटेनमेंट
- 2004: फिल्मफेयर क्रिटिक अवार्ड फॉर बेस्ट मूवी
- 2004: सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार
- 2004: सर्वश्रेष्ठ संपादन के लिए आईफा पुरस्कार
- 2004: सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए आईफा पुरस्कार
- लगे रहो मुन्ना भाई के लिए
- 2007: नेशनल फिल्म अवार्ड फॉर बेस्ट पॉपुलर फिल्म प्रोवाइडिंग व्होलेसम एंटरटेनमेंट
- 2007: सर्वश्रेष्ठ पटकथा का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
- 2007: फिल्मफेयर क्रिटिक अवार्ड फॉर बेस्ट मूवी
- 2007: फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ कहानी पुरस्कार
- 2007: फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन पुरस्कार
- 2007: सर्वश्रेष्ठ संवाद के लिए आईफा पुरस्कार
- 2007: सर्वश्रेष्ठ कहानी के लिए आईफा पुरस्कार
- 2007: बॉलीवुड मूवी अवार्ड – सर्वश्रेष्ठ निर्देशक
- 2007: स्टारडस्ट अवार्ड फॉर दरें डायरेक्टर
- 2007: सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए स्क्रीन अवार्ड
- 2007: सर्वश्रेष्ठ कहानी के लिए स्क्रीन अवार्ड
- 2007: सर्वश्रेष्ठ सम्पादन के लिए स्क्रीन अवार्ड
- 2007: सर्वश्रेष्ठ संवाद के लिए जी सिने अवार्ड
- 2007: सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए जी सिने अवार्ड
- 2007: सर्वश्रेष्ठ कहानी के लिए जी सिने अवार्ड
- 2007: सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म, सर्वश्रेष्ठ कहानी और सर्वश्रेष्ठ संवाद के लिए ग्लोबल इंडियन फ़िल्म पुरस्कार
- 2006: फिल्म और टेलीविजन में उत्कृष्टता के लिए प्रसारण भारत पुरस्कार (ब्रॉडकास्ट इंडिया 2006 प्रदर्शनी एवं संगोष्ठी का एक भाग) – सर्वश्रेष्ठ निर्देशक |
- थ्री इडीयट्स के लिए
- 2010: नेशनल फिल्म अवार्ड फॉर बेस्ट पॉपुलर फिल्म प्रोवाइडिंग व्होलेसम एंटरटेनमेंट
- 2010: सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए फिल्मफेयर अवार्ड
- 2010: सर्वश्रेष्ठ संवाद के लिए फिल्मफेयर अवार्ड
- 2010: सर्वश्रेष्ठ कहानी के लिए फिल्मफेयर अवार्ड
- 2010: सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए फिल्मफेयर अवार्ड
- 2010: सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए स्टार स्क्रीन अवार्ड
- 2010: सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए स्टार स्क्रीन अवार्ड
- 2010: सर्वश्रेष्ठ संपादन के लिए स्टार स्क्रीन अवार्ड
- 2010: सर्वश्रेष्ठ संवाद के लिए स्टार स्क्रीन अवार्ड
- 2010: सर्वश्रेष्ठ संपादन के लिए आईफा अवार्ड
- 2010: सर्वश्रेष्ठ संवाद के लिए आईफा अवार्ड
- 2010: सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए आईफा अवार्ड
- 2010: सर्वश्रेष्ठ कहानी के लिए आईफा अवार्ड
- 2010: सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए आईफा अवार्ड
- 2011: 2009 की फिल्मों के लिए विशेष सम्मान के लिए अप्सरा पुरस्कार – सर्वश्रेष्ठ निर्देशक
नामित
- 2004: सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए स्क्रीन अवार्ड – मुन्ना भाई एम बी बी एस
- 2004: सर्वश्रेष्ठ संपादन के लिए स्क्रीन अवार्ड – मुन्ना भाई एम बी बी एस
- 2004: सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए स्क्रीन अवार्ड – मुन्ना भाई एम बी बी एस
- 2006: सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए ग्लोबल इंडियन फिल्म अवार्ड – लगे रहो मुन्ना भाई
- 2007: फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार – लगे रहो मुन्ना भाई
- 2007: सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए स्क्रीन अवार्ड – लगे रहो मुन्ना भाई
- 2007: सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए स्क्रीन अवार्ड – लगे रहो मुन्ना भाई
- 2007: सर्वश्रेष्ठ सम्पादन के लिए जी सिने अवार्ड – लगे रहो मुन्ना भाई
- 2007: सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिए जी सिने अवार्ड – लगे रहो मुन्ना भाई
- 2007: आई आई एफ ए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार – लगे रहो मुन्ना भाई
- 2007: सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए आईफा पुरस्कार – लगे रहो मुन्ना भाई
- 2010: सर्वश्रेष्ठ कहानी के लिए स्क्रीन अवार्ड – थ्री इडीयट्स
- 2010: स्टारडस्ट अवार्ड फॉर ड्रीम डायरेक्टर – थ्री इडीयट्स