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bihar board 11 biology | रासायनिक समन्वय तथा एकीकरण

bihar board 11 biology | रासायनिक समन्वय तथा एकीकरण

        (CHEMICAL CO-ORDINATION AND INTEGRATION)
                                        अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-                               [N.C.ER.T. (Q.4)]
         हॉर्मोन लक्ष्य                               ग्रंथि
(a) हाइपोथैलमिक हॉर्मोन-           ……………….
उत्तर-पीयूष ग्रंथि।
(b) थायरोट्रॉफिन (TSH)-            ………………..
उत्तर-थॉयरॉइड ग्रंथि।
(c) कॉर्टिकोट्रॉफिन (ACTH)-       ………………..
उत्तर-अधिवृक्क वल्कुट ग्रंथि।
(d) गोनेडोट्रॉलिन (LH, FSH)-      ………………..
उत्तर-जनन ग्रंथि।
(e) मेलानोट्रॉफिन (MSH)-           …………………
उत्तर-त्वचा की वर्णक कोशिका।
2. निम्नलिखित की परिभाषा लिखें।                [N.C.E.R.T. (Q.1)]
(a) बहिःस्रावी ग्रंथियाँ क्या हैं?
उत्तर-ग्रंथियाँ जिसमें नलिका पायी जाती हैं, बहिःस्रावी ग्रंथि कहलाती है.जैसे-लार
ग्रंथि, लीवर, ग्रंथि इत्यादि।
(b) अंतःस्रावी ग्रंथियाँ क्या हैं?
उत्तर-नलिका विहीन ग्रंथियाँ को अंतःस्रावी ग्रंथियाँ कहते हैं, जैसे-पीयूष ग्रंथि,
थायरॉइड ग्रंथि इत्यादि।
(c) हॉर्मोन (Harmone)
उत्तर-हॉर्मोन जैव रासायनिक पदार्थ हैं जो अंतःस्रावी ग्रंथि से स्रावित होते हैं एवं
उत्पत्ति स्थल से लक्ष्य स्थल तक रक्त के द्वारा पहुँचते हैं और रासायनिक दूत की तरह
रासायनिक परिवर्तन लाता है।
3. निम्न के उदाहरण दीजिए-                              [N.C.E.R.T. (Q.6)]
(a) हाइपर ग्लाइसीमिक हॉर्मोन एवं हाइपोग्लासीमिक हॉर्मोन।
उत्तर-हाइपर ग्लाइसीमिक हॉर्मोन-ग्लूकोगॉनः।
हाइपोग्लासीमिक हॉर्मोन-इंसुलिन।
(b) हापर कैलसीमिक हॉर्मोन
उत्तर-पैराथाइरॉइड हॉर्मोन (PTH)।
(c) गोनेडोट्रॉफिक हॉर्मोन
उत्तर-ल्यूटिनाइजिंग हॉर्मोन (LH) एवं पुटिका प्रेरक हॉर्मोन (Folliclestimulating
Hormone) or FSH
(d) प्रोजेस्टेशनल हॉर्मोन
उत्तर-प्रोजेस्टेरॉन।
(e) रक्तदाब निम्नकारी हॉर्मोन
उत्तर-अलिंद भित्ति द्वारा स्रावित एट्रियल नेट्रियूरेटिक कारक (ANF)।
(f) एंड्रोजेन एवं एस्ट्रोजेन
उत्तर-लिंग हॉर्मोन।
4. निम्नलिखित विकार किस हॉर्मोन की कमी के काण होते हैं- [N.C.E.R.T. (Q.2]
(a) डायबिटीज, (b) गॉइटर, (c) क्रेटीनिज्म।
उत्तर-(a) डायबिटीज-इंसुलिन।
(b) गॉइटर-थॉयरॉक्सिन।
(c) क्रेटीनिज्म-थॉयरॉक्सिन।
5. BMR का पूरा नाम बतायें।
उत्तर-BMR-Rasic Metabollic rate.
6. एक ऐसी ग्रंथि का नाम बतायें जो अंतःस्रावी एवं बाहास्रावी दोनों होती है।
उत्तर-अग्नाशय (Pancreas)।
7. एक Antidiuretic हॉर्मोन का नाम बतायें।
उत्तर-ADH (Antidiuretic Hormone)― वैसोप्रोसीन।
8. किसे ‘Master of glands’ कहा जाता है?
उत्तर-पीयूष ग्रंथि (Pituitory gland) को।
9. वृक्क की जक्स्टाग्लोमेरुलर कोशिकाएँ किस हॉर्मोन को स्रावित करती हैं?
उत्तर-इरिथ्रोपोइटिन।
10. किस हॉर्मोन को युद्ध हॉर्मोन या फ्लाइट हॉर्मोन कहा जाता है?
उत्तर-एड्रिनलीन और नॉरएड्रिनलीन।
11. कौन सा हॉर्मोन प्रतिजैविक के उत्पादन को प्रेरित करता है?
उत्तर-थाइमस ग्रंथि द्वारा स्रावित थाइमोसिन हॉर्मोन।
12. थायरॉइड ग्रंथि से निकलने वाला हॉर्मोन जो रक्त में कैल्सियम स्तर को नियंत्रित
करता है।
उत्तर-थाइरोकैलिस्टोनिन (TCT)।
13. सबसे बड़ा अंतःस्रावी ग्रंथि कौन होता है?
उत्तर-थायरॉइड ग्रंथि।
14. एक हॉर्मोन जो अग्नाशयी एंजाइम एवं पित्तरस दोनों के स्राव को प्रेरित करता है।
उत्तर-कोलिस्टिोकाइनिन।
15. हॉर्मोन शब्द का व्यवहार सर्वप्रथम किसने किया था?
उत्तर-स्टारलिंग ने 1905 ई. में।
16. पीयूष ग्रंथि की क्रिया पर किसका नियंत्रण होता है?
उत्तर-हाइपोथैलामस का।
                                         लघु उत्तरीय प्रश्न
1. निम्नलिखित हॉर्मोन के कार्यों के बारे में टिप्पणी लिखें- [N.C.E.R.T. (Q.5)]
(a) पैराथॉराइड हॉर्मोन (PTH) (b) थायरॉइड हॉर्मोन
(c) थाइमोसिन                       (d) एंड्रोजेन
(e) एस्ट्रोजेन                          (f) इंसुलिन एवं ग्लूकागॉन
उत्तर-(a) पैराथॉयराइड हॉर्मोन (PTH)-यह एक पेप्टाइड हॉर्मोन है जो निम्न
कार्य करता है-(i) यह रक्त में Ca2+ के स्तर को बढ़ाता है। (ii) यह अस्थियों पर कार्य कर
अस्थि अवशोषण (विघटन/विखनिजन) प्रक्रम में सहायता करता है। (iii) यह वृक्क
नलिकाओं में Ca2+ के पुनरावशोषण व पचितभोजन Ca2+ के अवशोषण को भी प्रेरित करता
है। (iv) PTH को अति कैल्सियम रक्तता हॉर्मोन (Hyper calcemic hormone) भी कहा
जाता है, क्योंकि यह रक्त में Ca2+ स्तर को बढ़ाता है। (v) यह थाइरोकेल्सिटोनिन (TCT) के
साथ मिलकर शरीर में Ca2+ के संतुलन को बनाए रखता है।
(b) थाइरॉइड हॉर्मोन-यह थॉयराइड ग्रंथि से स्रावित होने वाला हॉर्मोन है। इसमें
ट्राइआयोडोथाइरोनिन (T3) एवं थारॉक्सिन (T4) नामक दो हॉर्मोन होते हैं, इसके कार्य निम्न
हैं―(i) यह शरीर के सामान्य चयापचय क्रियाओं का नियंत्रण और नियमन करता है।
(ii) शारीरिक तथा मानसिक विकास और लैंगिक परिवर्धन को भी नियंत्रित करता है।
(iii) यह कोशिकीय श्वसन की दर को बढ़ाते हैं। (iv) ये केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र की संक्रियता
को बढ़ाते हैं। (v) रक्त में कीटोन के निर्माण को घटाते हैं।
(c) थाइमोसिन-यह थाइमस ग्रंथि से निकलने वाला एक पेप्टाइड हॉर्मोन है। इसके
कार्य निम्न हैं-(i) T-लिंफोसाइट्स के विभेदीकरण में मुख्य भूमिका निभाते हैं जो कोशिका
माध्य प्रतिरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होता है। (ii) यह तरल प्रतिरक्षा (Humoral immunity)
के लिए प्रतिजैविक के उत्पादन को प्रेरित करता है। (iii) बढ़ती उम्र के साथ थाइमस का
अपघटन होने लगता है, फलस्वरूप थाइमोसिन का उत्पादन घटने से प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया
कमजोर पड़ जाती है।
(d) एंड्रोजेन-यह वृषण के शुक्रजनन नलिका के लेइडिग कोशिकाओं द्वारा स्रावित
हॉर्मोन है, इसके कार्य निम्न है-(i) यह नर में सहायक जनन अंगों जैसे कि एपीडिडर्मिस,
शुक्रवाहिका, सेमिनल वेसीकल, प्रोस्ट्रेट ग्रंथि, यूरेन्था आदि के परिवर्धन, परिपक्वन और
 क्रियाओं का नियमन करते हैं। (ii) यह पेशीय वृद्धि. मुख और अक्षीय रोम की वृद्धि,
क्रोधात्मकता, निम्न स्वरमान या आवरण को उत्तेजित करते है। (iii) नर लैगिक व्यवहार
(लिबिडो) को प्रभावित करता है। (iv) यह उपापचय क्रिया तथा RBC की संख्या को
बढ़ाता है।
(e) एस्ट्रोजेन- यह अंडाशय के परिपक्व फॉलिकिन की कोशिकाओं द्वारा स्रावित
होनेवाला स्टीरायड हॉर्मोन है. इसके कार्य निम्न है-(i) फैलापियन कीप अंडवाहिनी
गर्भाशय तथा योनी की वृद्धि में महायक होता है। (ii) स्तन ग्रंथि की वृद्धि करता है।
(iii) गर्भाशय अत:स्तर (Endometrium) की वृद्धि करता है और किशोरियों में मासिक
रक्त स्राव चक्र को नियमित करता है। (iv) योनि की भीतरी स्तर के शृंगिकरण
(cornification) को और ग्रीवा (cervix) के म्यूकस स्राव को बढ़ाता है।
(f) इंसुलिन-यह आइजलेट ऑफ लंगरहैंस के बीटा -कोशिका द्वारा स्रावित होने वाला
हॉर्मोन है जो निम्न कार्य करता है-(i) यह पेशियों, यकृत कोशिकाओं एवं वसा-ऊतकों में
ग्लूकोज के परिवहन को सुगम करता है। (ii) यह ग्लाइकोजेनेसिस की क्रिया अर्थात् ग्लूकोज
का ग्लाइकोजेन में परिवर्तन को बढ़ाता है। (iii) ग्लूकोज से वसा के निर्माण एवं वसा ऊतक में
वसा के संग्रह में सहायक होता है। (iv) यह कोशिकाओं में अमीनो अम्लों को ग्रहण करने एवं
प्रोटीन संश्लेषण को बढ़ाता है।
ग्लूकागॉन के कार्य-(i) यह ग्लाइकोजेन को तोड़कर ग्लूकोज के निर्माण को बढ़ाता
है। जिससे रक्त प्लाज्मा में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। (ii) यह वसा तथा अमीनोअम्ल
को तोड़कर कार्बोहाइड्रेट के निर्माण को बढ़ाता है।
2. FSH की क्रियाविधि का संक्षेप में वर्णन करें।                [N.C.E.R.T. (Q.8)
उत्तर-यह पीयूष ग्रंथि के अग्र पिण्ड से स्रावित होने वाला हॉर्मोन है जो गोनेडोट्रोपिन
(GTH) का एक हॉर्मोन है जो नर के वृषण में शुक्राणु जनन को और मादा के अंडाशय में
फॉलिकिल के निर्माण को उत्तेजित करता है और मादा लिंग हॉर्मोन एस्ट्रोजेन के स्राव को भी
उत्तेजित करता है।
3. निम्नलिखित के जोड़े बनायें-                                  [N.C.E.R.T.(Q.9)]]
स्तंभा I                                               स्तंभ II
(i) T4                                            (a) हाइपोथैलमस
(ii) PTH                                        (b) थायरॉइड
(iii) गोनेडोट्रॉफिक रिलीजिंग हॉर्मोन    (c) पीयूष ग्रंथि
(iv) ल्यूटिनाइजिंग हॉर्मोन                   (d) पैराथायरॉइड.
           उत्तर-(i)-(b); (ii)-(d); (iii)-(a); (iv)-(c).
4. थॉयरॉक्सीन हॉर्मोन की कमी एवं अधिकता से होने वाली बीमारियों का नाम बतायें।
उत्तर-थायरॉक्सीन की कमी से होने वाली बीमारियाँ-
(i) क्रेटेनिज्म -चयापचयी क्रियाएँ घट जाती हैं। शरीर, मस्तिष्क एवं जनन अंगों का
समुचित विकास नहीं हो पाता।
(ii) मिक्सीडीमाया Gull’s Disease-25 वर्ष के बाद थॉयरॉक्सीन के कम स्रवण
से चयापचय क्रिया घट जाती है, लैंगिक क्रिया में गड़बड़ी पैदा हो जाती है, त्वचा मोटी,
सूखी व झुर्रीदार हो जाती है। (iii) घेघा (Goitre)-थॉयराइड फॉलिकिल के आकार में
वृद्धि होने से गला फूल जाती है।
अधिकता से होनेवाली वीमारियां―(i) एक्सापथैमिक ग्वाइटर or Parry’s
Disease of Grave’s Disease- चयापचयी क्रियाएं. हदय की घड़कन बढ़ जाती है।
आंखों के पीछे चर्बी जमा होने से नेत्र कोटर उभरकर बाहर आ जाता है।
5. निम्न में अंतर स्पष्ट करें।
(a) ऑक्सीटोसिन और वेसोप्रेसीन,
(b) डाइवेटिस इनसीपिड्स एवं डाइवेटिस मेलिटस,
(c) एक्सोपथैल्मिक ग्वाइटर एवं सामान्य ग्वाइटर घेघा।
उत्तर-(a) ऑक्सीटोसिन और वेसोप्रेसीन-
(b) डाइवेटिस इनसीपिड्स एवं डाइवेटिस मेलिटस-
(c) एक्सोपथैल्मिक ग्वाइटर एवं सामान्य ग्वाइटर घेघा-
6. हॉर्मोन एवं एंजाइम में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर-हॉर्मोन एवं एंजाइम में अंतर-
7. पीयूष ग्रंथि एवं थाइरॉइड ग्रंथि का नामांकित चित्र वतायें।
उत्तर-पीयूष ग्रंथि-
पीयूष ग्रंथि तथा हाइपोथैलेमस के साथ इसके संबद्धता की आरेखीय प्रस्तुति
थाइरॉइड के स्थिति का आरेखी प्रस्तुनि (अ) अघर दृश्य, (ब) पृष्ठ दृश्य।
8. हाइपोथैलमस से स्रावित होनेवाले हॉर्मोन्स का नाम बतायें।    [N.C.E.R.T.(Q.3)]
उत्तर-(i) Somatotropin releasing hormone of factor (STRH or STRE)
(ii) Gonadotropin releasing hormone of Factor (GRH or GRF)
(iii) Prolactin releasing hormone of factor (PRH or PRF)
(iv) Thyrotropin releasing hormone of factor (TTRH or TTRF)
(v) Adreno corticotropin releasing hormone or factor (ACTRH or
ACTRF)
(vi) Intermadin relesing hormone or factor (IRH or IRF)
(vii) Somatostatin (SS)
                                              दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. हमारे शरीर में पाई जाने वाली अंत:स्रावी ग्रंथियों की स्थिति चित्र बनाकर प्रदर्शित
कीजिए।                                                     [N.C.E.R.T.(Q.2)]
उत्तर-
अंतःस्रावी ग्रंथियों की स्थिति
2. हॉर्मोन क्रिया की क्रियाविधि का उल्लेख करें।
उत्तर- हॉर्मोन लक्ष्य ऊतकों पर उपस्थित हॉर्मोन ग्राही विशिष्ट प्रोटीन से जुड़कर
अपना प्रभाव डालते हैं। लक्ष्य कोशिका झिल्लियों पर उपस्थित हॉर्मोनग्राही, झिल्ली योजित
ग्राही और कोशिका के अंदर उपस्थित ग्राही अंतरा कोशिकीय ग्राही कहलाते हैं, जिसमें से
अधिकांश केन्द्रीय ग्राही (केंद्रक में उपस्थित) होते हैं।
हॉर्मोन ग्राहियों के साथ जुड़कर हॉर्मोनग्राही सम्मिश्र का निर्माण करते हैं।
प्रत्येक ग्राही सिर्फ एक हॉर्मोन के लिए विशिष्ट होता है, अत: ग्राही विशिष्ट होते है।
हॉर्मोनग्राही सम्मिश्र के बनने से लक्ष्य ऊतक में कुछ जैव रासायनिक परिवर्तन होते हैं। अतः
लक्ष्य ऊतक में उपापचय एवं कार्यिकी का नियमन हॉर्मोन द्वारा होता है।
रासायनिक प्रकृति के आधार पर हॉर्मोन को समूहों में विभाजित किया जा सकता है.
(i) पेप्टाइड, पॉलीपेप्टाइड. प्रोटीन, हॉर्मोन (जैसे- इंसुलिन, ग्लूक्यगॉन पीयूष ग्रंथि
                                             (अ)
                                             (ब)
                     (अ) प्रोटीन हॉर्मोन (ब) स्टेरॉयड हॉर्मोन :
            हॉर्मोन क्रियात्मकता की प्रक्रिया की आरेखीय प्रस्तुति
हॉर्मोन, हाइपोथैलमिक हॉर्मोन इत्यादि।
(ii) स्टीरॉइड (जैसे-कोटीसोल, टेस्टोस्टेरॉन, एस्ट्राडायोल और प्रोजेस्टेरॉन)
(iii) आयोडोथाइरोनिन (थायराइड हॉर्मोन)
(iv) अमीनो अम्लों के व्युत्पन्न (जैसे-एपीनेफ्रीन)
जो हॉर्मोन झिल्ली योजित ग्राहियों से क्रिया करते हैं वे साधारणतया लक्ष्य कोशिकाओं में
प्रवेश नहीं कर पाते हैं, लेकिन द्वितीयक संदेशवाहकों का उत्पादन कर जैसे कि चक्रीय
Amp, IP3 Ca2+ इत्यादि) अंततः कोशिकीय उपापचय का नियमन करते हैं। अंतर
कोशिकीय ग्राहियों से क्रिया करने वाले हॉर्मोन (जैसे-स्टीरॉइड हॉर्मोन आदि) हॉर्मोन ग्राही
सम्मीश्र एवं जीनोम के पारस्परिक क्रिया से जीन की अभिव्यक्ति अथवा गुणसूत्रन क्रिया का
नियमन करते हैं। संयुक्त जैव-रासायनिक क्रियाएं शरीर की कार्यिकी तथा वृद्धि के प्रभावित करती है।
3. हृदय, वृक्क और जठर आंत्रीय पथ से स्रावित होनेवाले हॉर्मोनों का उल्लेख करें।
उत्तर-(1) हृदय द्वारा स्रावित हॉर्मोन-हृदय की आलिंद भित्ति द्वारा एक पेप्टाइड
हॉर्मोन स्रावित होता है जिसे एट्रियल नेट्रियुरेटिक कारक (ANF) कहते हैं। यह रक्तदाब को
कम करता है।
(2) वृक्क-इसकी जक्स्टागयोमेरुलर कोशिकाओं द्वारा इरिथ्रोपोईटिन नामक हॉर्मोन
स्रावित होती है जो रक्ताणु (R.B.C) का निर्माण करती है।
(3) जठर आंत्रीय पथ (Gastrointestinal Tract)-इससे निम्न हॉर्मोन स्रावित
होता है (a) पैरोटिन -यह लार ग्रंथि से स्रावित होता है जो दांत के कैल्सीकरण को बढ़ाता
है और रक्त में कैल्सियम की मात्रा को घटाता है और फॉस्फेट को बढ़ाता है। (b)
गैस्ट्रिन-यह अमाशय के पाइलोरिक भाग द्वारा स्रावित होता है जो अमाशयिक ग्रंथियों को
सक्रिय करता है।
(c) ड्यूओडिनम के म्यूकोसा स्तर द्वारा निम्न हॉर्मोन स्रावित होता है-
(i) सेक्रेटिन-यह अग्नाशय को जाइमोजेन कोशिकाओं को अग्नाशयिक रस स्रावित
करने के लिए प्रेरित करती है।
(ii) पैंक्रियोजाइमिन (Pz) यह भी जाइमोजेन कोशिका को अग्नाशय रस स्रावित
करने के लिए प्रेरित करता है।
(iii) कॉलीसिस्टोकाइनिन (CCK)– इस हॉर्मोन्स के जरिए पित्त की थैली सिकुड़ती है
जिससे पित निकलकर पित नली द्वारा ड्यूओडिनम में पहुंचता है।
(iv) एण्टेरोकाइनिन-यह आंत ग्रंथियों (Crypts of Lieberkuhn) को आंत रस के
स्रवण के लिए प्रेरित करता है।
(v) एण्टेरोगेस्टेरॉन-यह अमाशयिक स्राव को रोकता है और इस प्रकार यह गैस्ट्रिन के
विपरीत कार्य करता है।
(vi) हिपैटोक्राइनिन-यह लीवर कोशिकाओं को अधिक पित्त स्रावित करने के लिए
उत्तेजित करता है।
(vii) विलिकाइनिन-यह पचे हुए भोजन का विलाई द्वारा अवशोषण की क्रिया को
बढ़ाता है।
                                          वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. लंगरहैंस की द्विपिकाएँ उपस्थित होती हैं-
(क) वृक्क में
(ख) यकृत में
(ग) हृदय में
(घ) अग्नाशय में                            उत्तर-(घ)
2. इंसुलिन स्रावित होता है-
(क) अल्फा-cells से
(ख) बीटा-cells
(ग) डेल्टा-cells
(घ) गामा-cells से                        उत्तर-(ख)
3. वृद्धि हॉर्मोन किसमें बनता है?
(क) थॉयराइड
(ख) अधिवृक्क
(ग) वृषण
(घ) पीयूष ग्रंथि                               उत्तर-(घ)
4. नर हॉर्मोन है-
(क) एस्ट्रोजेन (ख) प्रोजेस्टेरॉन
(ग) टेस्टोस्टेरॉन (घ) कोई नहीं              उत्तर-(ग)
5. पीयूष ग्रंथि जीवन के किस काल में वृद्धि हॉर्मोन स्रावित करता है?
(क) प्रारम्भिक अवस्था में
(ख) मध्यकाल में
(घ) कभी नहीं
(ग) बुढ़ापा में                                    उत्तर-(क)
6. ADH हॉर्मोन किस ग्रंथ से स्रावित होता है?
(क) थॉयराइड (ख) पीयूष (ग) अण्डाशय (घ) वृषण       उत्तर–(ख)
7. सबसे बड़ी अंत:स्रावी ग्रंथि है–
(क) पीयूष (ख) थायरॉइड (ग) एड्रीनल (घ) पीनियल       उत्तर-(ख)
8. सबसे छोटी अंत:स्रावी ग्रंथि है-
(क) पीयूष (ख) थाइमस (ग) थॉयराइड (घ) एड्रीनल         उत्तर-(क)
9. स्तनी के शुक्राणुजनन को नियंत्रित करता है-
(क) LH  (ख) GH (ग) FSH   (घ) LH एवं GH             उत्तर-(ग)
10. डायवीटीज मेलिटस रोगी के मूत्र में रहता है-
(क) वसा (ख) प्रोटीन (ग) लवण (घ) शर्करा                     उत्तर-(घ)
11. रक्त चाप नियंत्रित होता है-
(क) थाइमस द्वारा
(ख) थाइरॉइड द्वारा
(ग) एड्रीनल द्वारा
(घ) कार्पस ल्यूटियम द्वारा                  उत्तर-(ग)
12. गर्म उत्तेजक है-
(क) एपिनेफ्रिन
(ख) LSD
(ग) कैल्सिटोनिन
(घ) ऑक्सीटोसिन                              उत्तर-(क)
13. गर्भाशय में भ्रूण को स्थापित करने के लिए जरूरी हॉर्मोन है-
(क) प्रोजेस्टेरॉन
(ख) कैल्सिटोनिन
(ग) एण्ड्रोजेन
(घ) थॉयरॉक्सिन                                 उत्तर-(क)
14. एक कार्बोहाइड्रेट के उपापचय में विशेष सहायक है-
(क) MSH
(ख) ADH
(ग) इंसुलिन
(घ) एल्डेस्टेरॉन                               उत्तर-(ग)
15. आपातकालीन हॉर्मोन है-
(क) एपिनेफ्रिन व नॉर एपिनेफ्रिन
(ख) इंसुलिन एवं ग्लूकागॉन
(ग) ADH एवं STH
(घ) MSH एवं GTH                       उत्तर-(क)
16. वयस्कावस्था में वृद्धि हॉर्मोन के अधिक स्रवण से होता है-
(क) मिक्सेडीमा
(ख) जायनाटिज्म
(ग) एक्रोमेगली
(घ) बौनापन                                    उत्तर-(ग)
17. थायरॉइड ग्रंथि से स्रावित होनेवाला हॉर्मोन है-
(क) थायरॉक्सिन
(ख) थायरोटिन
(ग) इंसुलिन
(घ) इनमें से कोई नहीं                     उत्तर-(क)
18. रुधिर में कैल्सियम की मात्रा बढ़ाई जा सकती है-
(क) थायरोक्सिन द्वारा
(ख) कैल्सिटोनिन द्वारा
(ग) पैराथाइरॉइड द्वारा
(घ) ग्लूकोगॉन द्वारा                      उत्तर-(ग)
19. अंडमोचन (ovulation) का कारण है-
(क) टेस्टोस्टेरॉन
(ख) एस्ट्रोजेन
(ग) LH
(घ) FSH                                       उत्तर–(घ)
20. थायमस संवद्ध है-
(क) शरीर वृद्धि से
(ख) शारीरिक ताप से
(ग) थाइरोट्रॉपिन्स से
(घ) लिम्फोसाइट एवं एंटीबॉडी-निर्माण से        उत्तर-(घ)
                                              □□□

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