10 Science

bihar board 10 science solutions | मानव नेत्र तथा रंगबिरंगा संसार

bihar board 10 science solutions | मानव नेत्र तथा रंगबिरंगा संसार

                                          क्रियाकलाप 11.1
क्रियाकलाप पर आधारित प्रश्न
प्रश्न 1. आपतित किरण, अपवर्तित किरण, निर्गत किरण तथा विचलन कोण को
दर्शाने के लिए एक चित्र बनाइए।
             चित्र 11.1 कांँच के त्रिभुज प्रिज्म से प्रकाश का अपवर्तन
प्रश्न 2. एक प्रकाश की किरण कितनी बार अपवर्तित होती है और प्रत्येक बार
अपवर्तित किरण की दिशा क्या होगी?
उत्तर-जब प्रकाश की किरण, प्रिज्म से गुजरती है तो यह दो बार अपवर्तित होती है । एक
बार तब, जब यह हवा से कांँच में प्रवेश करती है तथा दूसरी बार तब, जब यह काँच से हवा
में प्रवेश करती है । प्रत्येक बार यह प्रिज्म के आधार की तरफ मुड़ती है ।
प्रश्न 3. विचलन कोण क्या है ?
उत्तर-आपतित किरण की दिशा तथा निर्गत किरण की दिशा के बीच बनने वाले कोण
को विचलन कोण कहते हैं।
प्रश्न 4. किस प्रकार के प्रकाश के लिए विचलन कोण सबसे कम एवं किस प्रकार
के प्रकाश के लिए यह सबसे अधिक होता है ?
उत्तर-लाल प्रकाश के लिए सबसे कम तथा नीले प्रकाश के लिए विचलन कोण सबसे
अधिक होता है।
                                        क्रियाकनाप 11.2
• गत्ते की एक मोटी शीट लीजिए तथा इसके मध्य में एक छोटा छिद्र या एक पतली
झिरी बनाइए।
        चित्र 11.2. काँच के प्रिज्म द्वारा श्वेत प्रकाश का विक्षेपण
• पतली झिरी पर सूर्य का प्रकाश पड़ने दीजिए । इससे श्वेत प्रकाश का एक पतला
किरण पुंज प्राप्त होता है।
• अब काँच का एक प्रिज्म लीजिए तथा चित्र 11.2 में दर्शाए अनुसार झिरी से प्रकाश
को इसके एक फलक पर डालिए ।
• प्रिज्म को धीरे से इतना घुमाइए कि इससे बाहर निकलने वाला प्रकाश पास रखे किसी
परदे पर दिखाई देने लगे।
प्रश्न-आप क्या देखते हैं ? आप वर्णों की एक आकर्षक पट्टी देखेंगे । ऐसा क्यों
होता है?
उत्तर-ऐसा प्रकाश के विक्षेपण के कारण होता है। काँच में प्रकाश के अलग-अलग अवयवी
वर्णों की चाल अलग-अलग होने के कारण ये अलग-अलग कोणों पर विक्षेपित हो जाते हैं।
                                          पाठगत प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. नेत्र की समंजन क्षमता से क्या अभिप्राय है?
उत्तर-एक स्वस्थ मानव नेत्र दूर एवं नजदीक की चीजों को स्पष्टतः देख सकता है। इस
कार्य के लिए मानव नेत्र के लेंस को फोकस दूरी घटती-बढ़ती रहती है। मानव नेत्र का वह गुण
जिसके कारण वह नेत्र लेंस की फोकस दूरी घटा या बढ़ा सकता है । नेत्र की समंजन क्षमता
कहते हैं।
प्रश्न 2. निकट दृष्टिदोष का कोई व्यक्ति 1.2 m से अधिक दूरी पर रखी वस्तुओं को
सुस्पष्ट नहीं देख सकता । इस दोष को दूर करने के लिए प्रयुक्त संशोधक लेंस किस
प्रकार का होना चाहिए?
उत्तर-संशोधक लेंस अवतल लेंस होना चाहिए । इसके लिए अवतल लेंस की क्षमता
प्रश्न 3. मानव नेत्र की सामान्य दृष्टि के लिए दूर बिन्दु तथा निकट बिन्दु नेत्र से
कितनी दूरी पर होते हैं ?
उत्तर-सामान्य दृष्टि के लिए निकट बिन्दु नेत्र से 25 cm की दूरी पर तथा दूर बिंदु नेत्र
से अंनत दूरी पर होता है।
प्रश्न 4. अंतिम पंक्ति में बैठे किसी विद्यार्थी को श्याम पट्ट पढ़ने में कठिनाई होती
है । यह विद्यार्थी किस दृष्टिदोष से पीड़ित है ? इसे किस प्रकार संशोधित किया जा
सकता है।
उत्तर-यह विद्यार्थी निकट-दृष्टि दोष से पीड़ित है । इसे उपयुक्त क्षमता के अवतल लेंस
से संशोधित किया जा सकता है।
                                   क्रियाकलाप 11.3
• कोई अभिसारी लेंस L1 (उत्तल लेंस) लेकर इसके फोकस पर श्वेत प्रकाश का तीव्र
स्रोत (S) रखिए । लेंस, प्रकाश का एक समांतर किरण पुंज प्रदान करता है।
• प्रकाश के समांतर किरण पुन को स्वच्छ जल से भरें एक पारदर्शी काँच के टैंक (T)
से गुजारिए ।
• किसी एक गत्ते में बने एक वृत्ताकार छिद्र (C) से इस प्रकाश किरण पुंज को गुजरने
दीजिए । चित्र 11.3 में दर्शाए अनुसार एक दूसरे अभिसारी लेंस (L2) का प्रयोग करके
वृत्ताकार छिद्र का स्पष्ट प्रतिबिंब परदे (MN) पर बनाइए।
प्रश्न-टैंक में लगभग 2.1 स्वच्छ जल लेकर 200g सोडियम थायोसल्फेट (हाइपो)
घोलिए । जल में लगभग 1 से 2 ml. सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल डालिए । आप क्या देखते हैं ?
उत्तर-लगभग 2-3 मिनट के पश्चात् सल्फर के सूक्ष्म कणों द्वारा प्रकाश का अवक्षेपण
होता है एवं काँच के टैंक से नीला प्रकाश दिखाई देता है । यह घटना कोलाइडी घोल के कणों
द्वारा प्रकाश की प्रकीर्णन के कारण होता है।
                                          अभ्यास
प्रश्न 1. मानव नेत्र अभिनेत्र लेंस की फोकस दूरी को समायोजित करके विभिन्न
दूरियों पर रखी वस्तुओं को फोकसित कर सकता है । ऐसा हो पाने का कारण है :
(a) जरा-दूरदृष्टिता
(b) समंजन
(c) निकट-दृष्टि
(d) दीर्घ-दृष्टि                    उत्तर-(d) समंजन
प्रश्न 2. मानव नेत्र जिस भाग पर किसी वस्तु का प्रतिबिंब बनाते हैं वह है-
(a) कॉर्निया
(b) परितारिका
 (c) पुतली
(d) दृष्टिपटल                    उत्तर-(d) दृष्टिपटल
प्रश्न 3. सामान्य दृष्टि के वयस्क के लिए सुस्पष्ट दर्शन की अल्पतम दूरी होती है, लगभग
(a) 25m
(b) 2.5cm
(c) 25cm
(d) 2.5m                         उत्तर-(d)25cm
प्रश्न 4. अभिनेत्र लेंस की फोकस दूरी में परिवर्तन किया जाता है-
(a) पुतली द्वारा
(b) दृष्टिपटल द्वारा
(c) पक्ष्माभी द्वारा
(d) परितारिका द्वारा             उत्तर-(c) पक्ष्माभी द्वारा
प्रश्न 5. किसी व्यक्ति को अपनी दूरी की दृष्टि को संशोधित करने के लिए -5.5
डाइऑप्टर क्षमता के लेंस की आवश्यकता है । अपनी निकट की दृष्टि को संशोधित करने
के लिए उसे +1.5 क्षमता के लेंस की आवश्यकता है । संशोधित करने के लिए आवश्यक
लेंस की फोकस दूरी क्या होगी?
(i) दूरी की दृष्टि के लिए
(ii) निकट की दृष्टि के लिए-
उत्तर-(i) दूर की दृष्टि के लिए-
प्रश्न 6. किसी निकट-दृष्टि दोष से पीड़ित व्यक्ति का दूर बिन्दु नेत्र के सामने 80
cm दूरी पर है । इस दोष को संशोधित करने के लिए आवश्यक लेंस की प्रकृति तथा क्षमता
क्या होगी?
उत्तर-इस-लेंस की प्रकृति अपसारी अर्थात् अवतल लेंस की होगी ।
लेंस की क्षमता,
                      1                             1
             P=———-               = – ——–
                  दूर बिंदु                        80
                                                  ——-
                                                   100
                P= -1.25D.
प्रश्न 7. चित्र बनाकर दर्शाइए कि दीर्घ-दृष्टि दोष कैसे संशोधित किया जाता है ?
एक दीर्घ-दृष्टि दोषयुक्त नेत्र का निकट बिन्दु 1m है । इस दोष को संशोधित करने के लिए
आवश्यक लेंस की क्षमता क्या होगी? यह मान लीजिए कि सामान्य नेत्र का निकट बिंदु
25 cm है।
उत्तर-(i)
फोटो-6
फोटो-7
फोटो-8
चित्र 11.5 (a), (b) दीर्घ-दृष्टि दोषयुक्त नेत्र तथा (c) दीर्घ-दृष्टि दोष का संशोधन
(ii) संशोधन के लिए उत्तल लेंस उपयुक्त होता है तथा प्रश्नानुसार
प्रश्न 8. सामान्य नेत्र 25 cm से निकट रखी वस्तुओं को सुस्पष्ट क्यों नहीं देख पाते ?
उत्तर-25 cm से कम दूरी पर रखी हुई वस्तु से आनेवाली प्रकाश की किरणों को दृष्टिपटल
पर फोकस करने के लिए मानव नेत्र की क्षमता में जितनी वृद्धि होनी चाहिए उतना नहीं हो पाता
है, क्योंकि मानव नेत्र की फोकस दूरी 25 cm से कम नहीं हो सकती है । इसलिए उस वस्तु का
प्रतिबिंब दिखाई नहीं देता है।
प्रश्न 9. जब हम नेत्र से किसी वस्तु की दूरी को बढ़ा देते हैं, तो नेत्र में प्रतिबिंब-दूरी
का क्या होता है?
उत्तर-प्रतिबिंब दूरी स्थिर रहती है क्योंकि मानव तंत्र के लेंस की फोकस दूरी इस प्रकार
से समायोजित होती है कि प्रतिबिंब हमेशा दृष्टिपटल पर ही बने ।
प्रश्न 10. तारे क्यों टिमटिमाते हैं?
उत्तर-गर्म और ठंडी हवाओं के कारण पृथ्वी के वायुमंडल का अपवर्तनांक लगातार
परिवर्तित होता रहता है। तारों से आनेवाली प्रकाश किरणों का इस प्रकार लगातार अपवर्तन होता है, तो प्रकाश किरणें निरीक्षक को आँखों तक अनियमित रूप से आती हैं। इसके कारण तारों को आभासी स्थिति बदलती रहती है और तारे टिमटिमाते नजर आते हैं।
प्रश्न 11. व्याख्या कीजिए कि ग्रह क्यों नहीं टिमटिमाते हैं ?
उत्तर-ग्रह पृथ्वी के बहुत नजदीक है । ग्रह प्रकाश की वृहद स्रोत माने जाते हैं । अतः
ग्रहों से आनेवाली प्रकाश किरणों में औसत परिवर्तन न के बराबर होता है। इसलिए ग्रहों की
आभासी स्थिति स्थिर होती है एवं ग्रह नहीं रिमटिमाते ।
प्रश्न 12 सूर्योदय के समय सूर्य रक्ताभ क्यों प्रतीत होता है?
उत्तर-दृश्य प्रकाश किरणों के तरंगदैर्ध्य से भी छोटे धूलकणों या जल कणों की वायुमंडल
में उपस्थिति के कारण प्रकार किरणों का प्रकीर्णन होता है।
सूर्योदय या सूर्यास्त के समय सूर्य क्षितिज पर होता है । इस समय सूर्य से आनेवाला प्रकाश
हमारे नेत्रों तक पहुंँचने से पहले पृथ्वी के वायुमंडल में वायु को मोटी परतों से गुजरता है । अत:
कम तरंगदैर्घ्य वाले रंग यथा नीला, बैंगनी आदि का प्रकीर्णन हो जाता है तथा केवल लंबी प्रकाश
तरंगे जैसे-ताल हमारे नेत्रों तक पहुंँचती हैं । अतः सूर्योदय या सूर्योदय के समय सूर्य रक्ताभ प्रतीत होती है।
प्रश्न 13. किसी अंतरिक्ष यात्री को आकाश नीले की अपेक्षा काला क्यों प्रतीत होता है ?
उत्तर-अंतरिक्ष यात्री के लिए ऊंँचाई पर कोई भी वायुमंडल नहीं होता है । इसलिए प्रकाश
किरणों का प्रकीर्णन नहीं होता है और अंतरिक्षयात्रियों को आकाश काला नजर आता है ।
                                             ◆◆◆

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *