Asha Bhosle biography in hindi – आशा भोसले की जीवनी
Asha Bhosle biography hindi – आशा भोसले की जीवनी
Asha Bhosle biography in hindi
आशाजी ने अपना करियर 1943 में शुरू किया था और वे छह दशको से गाती आ रही है। आशाजी ने करीब बॉलीवुड की हजार फिल्मो में गाने गाय है। इसके अलावा आशाजी ने कई प्राइवेट (Private) एल्बमो में और कई भारतीय और विदेशी प्रतियोगिता में भी हिस्सा लिया था। आशाजी प्लेबैक सिंगर लता मंगेशकर की बहन है।
जीवन परिचय बिंदु | जीवन परिचय |
पूरा नाम (Full Name) | आशा भोसले |
अन्य नाम (Other Name) | द क्वीन ऑफ़ इंडीपॉप |
पेशा (Profession) | भारतीय प्ले बैक सिंगर, गायिका |
गुरु (Music Teacher) | दीनानाथ मंगेशकर (पिता) |
जन्म (Birth) | 8 सितंबर, 1933 |
उम्र (Age) | 85 साल |
जन्म स्थान (Birth Place) | संगली, संगली स्टेट, महाराष्ट्र, ब्रिटिश भारत |
राष्ट्रीयता (Nationality) | भारतीय |
गृहनगर (Hometown) | संगली, महाराष्ट्र |
धर्म (Religion) | हिन्दू |
जातीयता (Ethinicity) | माराठी |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | विधवा |
कार (Car Collection) | ऑडी ए 8, ऑडी क्यू 7 |
नेटवर्थ (Net Worth) | 10 मिलियन (सन 2016 में) |
राशि (Zodiac Sign / Sun Sign) | कन्या |
पिता का नाम (Father’s Name) | दीनानाथ मंगेश्वर (अभिनेता) |
माता का नाम (Mother’s Name) | शेवंती मंगेश्वर |
भाई का नाम (Brother’s Name) | हृदयनाथ मंगेश्वर |
बहन का नाम (Sisters Name) | लता मंगेश्वर (बड़ी बहन), ऊषा मंगेश्वर एवं मीना खादीकर (छोटी बहन) |
पति का नाम (Husband’s Name) | गणपतराव भोसले (1949-1960)आरडी बर्मन (1980-1994 मृत्यु तक) |
बेटे का नाम (Son’s Name) | हेमंत भोसले एवं आनंद भोसले |
बेटी का नाम (Daughter’s Name) | वर्षा भोसले |
पोती का नाम (Granddaughter’s Name) | ज़ानई |
आशा भोसले का शुरूआती जीवन (Asha Bhosle Early Life)
आशा भोसले जी का जन्म महाराष्ट्र के एक संगली शहर के गोहर के एक छोटे से घर में हुआ था. इन्होने एक संगीतमय परिवार में जन्म लिया था, जिनके पिता मास्टर दीनानाथ मंगेशकर एक मराठी भाषी गोमंतक मराठा समाज से संबंध रखते थे, और वे मराठी म्यूजिकल स्टेज में एक अभिनेता एवं क्लासिकल संगीतकार थे. जब आशा केवल 9 साल की थी, तब उनके पिता की मृत्यु हो गई. इसके बाद उनका परिवार पुणे के कोल्हापुर में और उसके बाद फिर मुंबई में रहने लगा. आशा जी एवं उनकी बड़ी बहन ने अपने परिवार को आर्थिक रूप से समर्थन देने के लिए फिल्मों में गाना गाना एवं अभिनय करना शुरू किया. आशा जी एवं उनकी सभी बहनों को संगीत की शिक्षा उनके पिता ने दी थी, जोकि खुद एक बहुत बड़े संगीतकार थे. अपनी इसी शिक्षा के साथ उन्होंने अपने शुरूआती जीवन से बाहर निकलकर खुद का अधिकारिक तौर पर करियर बनाने का सोचा.
आशा भोसले का करियर
आशा ने 1948 में फिल्म ‘सावन आया’ के गाने ‘चुनरिया’ से अपनी हिंदी फिल्म की शुरुआत की, 1949 में, उन्होंने फिल्म के लिए अपना पहला हिंदी एकल गीत, “रात की रानी” गाया।
1960 के दशक में, पार्श्व गायन उद्योग का नेतृत्व गीता दत्त, शमशाद बेगम और लता मंगेशकर ने किया था। आशा को केवल वे असाइनमेंट मिले जो उनके द्वारा अस्वीकार किए गए थे। 1954 में, राज कपूर ने उन्हें फिल्म “बूट पोलिश” में मोहम्मद रफ़ी के साथ “नन्हे मुन्ने बचचे” गाने के लिए साइन किया। इस गीत ने उन्हें काफी लोकप्रियता हासिल की।
1956 में, भोसले को फिल्म C.I.D के साथ एक बड़ा ब्रेक मिला। यह पहली बार था जब उसने किसी फिल्म की प्रमुख अभिनेत्री के लिए अपनी आवाज़ दी।
ओ.पी.नैय्यर के संरक्षण में, आशा ने कुछ नाम देने के लिए Me औरे मेहरबान, Is ईशरन इशारन में, ‘दीवाना हुआ बादल,’ और Jab उड़े जब जुल्फें तेरी ’जैसी हिट फिल्में दीं।
1974 में, आशा ने नैयर के साथ अपना आखिरी गाना रिकॉर्ड किया और उनके साथ बिदाई की।
biography of asha bhosle
1966 में, उन्होंने आर। डी। बर्मन के साथ सहयोग किया और काला पानी, काला बाज़ार, लाजवंती, सुजाता और किशोर देवीवन जैसी फिल्मों के लिए कई हिट साउंडट्रैक बनाए।
फिल्म में उनके गाने, टेसरी मंज़िल, ने उन्हें प्रसिद्धि के लिए शूट किया और उनकी लोकप्रिय प्रशंसा अर्जित की।
उन्होंने songs ओ हसीना जुल्फोंवाली, ‘आजा आजा,’ और ओ मेरे सोना रे ’जैसे पाश्चात्य गीतों के लिए भी अपनी आवाज दी है। तीनों मोहम्मद रफी के साथ युगल गीत थे और सफल हुए।
आशा ने ये दिल चीज क्या है ’, ये क्या कहना है’, इन आंखें की मस्ती के ’, और जस्टाजू जिस्की थी’ जैसी गजल में भी अपना हाथ आजमाया। गजल, दिल चीज क्या है, ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर जीत दिलाई। फिल्म अवार्ड।
2013 में, उन्होंने फिल्म “माई” में एक अभिनेता के रूप में शुरुआत की। फिल्म में उनके अभिनय की प्रशंसा की गई थी।
फिल्म फेयर अवार्ड – Asha Bhosle Filmfare Awards
आशा भोसले ने 18 नॉमिनेशन में से 7 फिल्म फेयर अवार्ड जीते है। उन्होंने अपने पहले 2 अवार्ड 1967 और 1968 में जीते है। 1979 में अवार्ड जितने के बाद आशाजी ने कहा की उनका नाम लता मगेशकर के नॉमिनेशन के बाद उनका नाम नॉमिनेट ना करे। इसके बाद भी आशाजी ने कई अवार्ड जीते है। 1996 में आशाजी ने रंगीला अवार्ड जीता।
फिल्म फेयर बेस्ट प्लेबैक अवार्ड – Asha Bhosle Awards
● 1968-“गरीबो की सुनो…”(दस लाख-* 1966)
● 1969-“परदे मे रहने दो…”(शिखर-*1968)
● 1972- “पिया तु अब तो आजा…”(कारवाँ-* 1971)
● 1973-“दम मारो दम…”(हरे रामा हरे कृष्णा-* 1972)
● 1974-“होने लगी है रात…”(नैना-*1973)
● 1975-“चैन से हमको कभी…”(प्राण जाये पर वचन न जाए-* 1974)
● 1979-”ये मेरा दिल…”(डॉन-*1978)
लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड – Asha Bhosle Awards
● 2001-फिल्म फेयर लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार-
आशाजी ने 2 बार राष्ट्रिय फिल्म पुरस्कार बेस्ट प्लेबैक सिंगर के लिए जीता।
● 1981- “दिल चीज क्या है।..”(उमरॉव जान)
● 1986 “मेरा कुछ सामान…”(इजाजत)
IIFA अवार्ड फॉर बेस्ट फीमेल प्लेबैक।
● 2002- ” राधा कैसे ना जले..” (लगान)
आशाजी ने कई अन्य अवार्ड जीते है – More Asha Bhosle
● 1987- नाइटीनेंगल ऑफ एशिया अवार्ड (इंडो पाक एशोशिएशन यु.के.)
● 1989- लता मंगेशकर अवार्ड (मध्य प्रदेश सरकार) *
● 1997- स्क्रीन वीडियोकॉन अवार्ड (जानम समझा करो- एल्बम के लिए)
● 1998- दयावती मोदी अवार्ड
● 1999- लता मंगेशकर अवार्ड (महाराष्ट्र सरकार)
● 2000- सिंगर ऑफ द मिलेनियम (दुबई)
● 2000- जी गोल्ड बॉलीवुड अवार्ड (मुझे रंग दे- फिल्म तक्षक के लिए)
● 2001- एम.टी.वी. अवार्ड (कमबख्त इशक – के लिए)
● 2002- बी.बी.सी. लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड (यू॰के॰ प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर के द्वारा प्रदत)
● 2004- लाईविग लीजेंड अवार्ड (फेडरेशन ऑफ इंडियन चेम्बर ऑग कामर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के द्वारा)
● 2005- एम.टी.वी. ईमीज, बेस्ट फीमेल पॉप ऐक्ट (आज जाने की जिद न करो..)
● 2005- मोस्ट स्टाइलिश पीपुल इन म्यूजिक
आशा भोसले के कुछ प्रसिद्ध गाने (Asha Bhosle Populor Songs)
आशा भोसले जी के कुछ प्रसिद्ध गाने की सूची हम यहाँ दर्शा रहे हैं –
गाने | फिल्म | साल |
इन आँखों की मस्ती | उमराव जाना | सन 1981 |
चुरा लिया है तुमने जो दिल को | यादों की बारात | सन 1973 |
दम मारो दम | हरे राम हरे कृष्ण | सन 1971 |
दो लफ्जों की है | द ग्रेट गैम्बलर | सन 1979 |
जब छाए मेरा जादू | लूटमार | सन 1980 |
पिया तू अब तो आजा | कारवां | सन 1971 |
आइये मेहरबान | हावड़ा ब्रिज | सन 1958 |
ये मेरा दिल | डॉन | सन 1978 |
तन्हा तन्हा यहाँ पे | रंगीला | सन 1995 |
पर्दे में रहने दो | शिकार | सन 1968 |
दीवाना हुआ बादल | कश्मीर की कली | सन 1964 |
आजा आजा | तीसरी मंजिल | सन 1966 |
राधा कैसे न जले | लगान | सन 2001 |
ज़रा सा झूम लू मैं | दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे | सन 1995 |
तू तू है वही | ये वादा रहा | सन 1982 |
रंग दे | तक्षक | सन 1999 |
उड़े जब जब जुल्फें तेरी | नया दौर | सन 1957 |
मांग के साथ तुम्हारा | नाया दौर | सन 1957 |
हाल कैसा हैं जनाब का | चलती का नाम गाडी | सन 1958 |
एक परदेसी मेरा दिल ले गया | फागुन | सन 1958 |
ये रेशमी जुल्फों का अँधेरा | मेरे सनम | सन 1964 |
आओ ना गले लग जाओ ना | मेरा जीवन साथी | सन 1972 |
खातौबा | अली बाबा और चलीस चोर | सन 1980 |
दिल चीज क्या हैं | उमराव जान | सन 1981 |
दिल ले गई ले गई | दिल तो पागल हैं | सन 1997 |
अभी न जाओ छोड़ कर | हम दोनों | सन 1962 |
मेरा नाम हैं शबनम | कटी पतंग | सन 1971 |
जाइये आप कहा जायेंगे | मेरे सनम | सन 1965 |
जाने जां ढूंढता फिर रहा | जवानी दीवानी | सन 1972 |
रात के हमसफ़र | एन इवनिंग इन पेरिस | सन 1967 |
रंगीला रे | रंगीला | सन 1995 |
छोड़ दो आँचल | – | सन 1957 |
दुनिया में | अपना देश | सन 1972 |
आगे भी जाने न तू | वक़्त | सन 1965 |
इशारों इशारों मैं दिल | कश्मीर की कली | सन 1964 |
आशा भोसले से संबंधित कुछ विवाद
एक बार बॉलीवुड सिंगर हिमेश रेशम्मिया ने सूरत में हुए एक कार्यक्रम के दौरान आशा जी के पति आर.डी. बर्मन की गायन शैली को लेकर टिप्पणी की थी, कि वे नाक से गाना गाते हैं. इस बात से आशा बहुत खफा हो गई थी. इस स्टेटमेंट के बाद आशा जी की यह प्रतिक्रिया रही कि उन्होंने कहा – ‘यदि कोई भी बर्मन साब के बारे में यह कहेगा कि वे नाक से गाते हैं, तो उसके मुंह में थप्पड़ पड़ना चाहिए’.
आशा भोसले के बारे में तथ्य
1 – वह ऑडी ए 8 और ऑडी क्यू 7 का मालिक है।
2 – वह प्रियतम को इंडिपॉप की रानी कहा जाता है।
3 – आशा ने एक साक्षात्कार में बताया कि अगर गायिका नहीं होती, तो वह एक रसोइया होती। उसने यह भी जोड़ा कि उसने चार घरों में खाना बनाकर पैसे कमाए हैं।
4 – भोंसले ने पहली बार आर.डी. बर्मन से मुलाकात की, जब वह दो की माँ थीं, और बर्मन ने संगीत में अपना करियर बनाने के लिए अपनी 10 वीं कक्षा को छोड़ दिया।
5 – आशा कुवैत, दुबई और मैनचेस्टर में रेस्तरां का मालिक है।
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