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भारत के पड़ोसी देश
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class – 9
subject – geography
lesson 7 – भारत के पड़ोसी देश
भारत के पड़ोसी देश
(अ) नेपाल
महत्वपूर्ण तथ्य-
नेपाल भारत का एक पड़ोसी देश है । यह हमारे देश के उत्तर में अवस्थित है । ग्लोब पर नेपाल 26° 20 से 30° 10′ उत्तरी अक्षांश तथा 80° 10 से 88° 10′ पूर्वी देशान्तर रेखाओं के बीच स्थित हे । नेपाल के उत्तर में स्थित है जिसके बीच महान हिमालय दीवार की तरह खड़ा है। नेपाल के पूर्व में सिक्किम एवं पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तराखण्ड तथा दक्षिण बिहार एवं उत्तर प्रदेश राज्य स्थित है । नेपाल का कुल क्षेत्रफल 140497 वर्ग कि०मी० है । जनसंख्या लगभग 2.76 करोड़ है । नेपाल में धरातल के पास मुलायम चट्टान तथा धरातल के नीचे कठोर चट्टानें पाई जाती हैं । स्थलाकृति के आधार पर नेपाल को तीन भागों में बाँटा गया है-दक्षिण का उपजाऊ तराई प्रदेश, मध्य का पहाड़ी प्रदेश तथा हिमालय की श्रेणी प्रदेश । नेपाल के उत्तरी भाग में अनेक ऊँचे-ऊँचे पर्वत शिखर हैं जो पर्वतारोहियों को आकर्षित करते हैं । विश्व का सर्वोच्च शिखर “माऊंट एवरेस्ट” जिसकी ऊँचाई 8848 मी० है, नेपाल-तिब्बत सीमा अवस्थित है जिसे स्थानीय लोग ‘सागर-माथा’ के नाम से जानते हैं । नेपाल के अन्य शिखरों में अन्नपूर्णा, धौलागिरी तथा नेप्यू प्रमुख हैं । नेपाल की जलवायु शीत प्रधान है । दक्षिण के तराई भागों को छोड़कर सभी स्थानों का तापमान कम रहता है । काठमाण्डू का तापमान 20 से० से भी कम है । जबकि गर्मी में 30° से. तक पहुँच जाता है । गर्मी में मानसून हवाओं से नेपाल के पूर्वी भाग में 200 सेमी तथा पश्चिम में 100 से०मी० सालाना वर्षा होती है । नेपाल में पूर्व से पश्चिम तीन प्रमुख नदियाँ बहती हैं-कोसी, गण्डक तथा घाघरा नदी । सभी नदियाँ उत्तर से दक्षिण प्रवाहित होकर भारत की सीमा में प्रवेश करती हैं । ढालुआँ भूमि के कारण मृदा का अपरदन तेजी से होता है। नेपाल के
25.4% भूमि पर वन तथा 13% पर चारागाह फैला है । यहाँ के वनों में हाथी, बाघ, भालू, बन्दर, हिरण, खरगोश आदि वन्य जीव पाए जाते हैं । यहाँ 18% भूभाग पर खेती होती है । व्यापारिक फसलों में जूट, गन्ना, फल, तम्बाकू, चाय तथा कपास प्रमुख हैं । कुल उत्पादन का 70% तराई
प्रदेश से आता है । नेपाल में खनिजों का अभाव है । अभ्रक मुख्य खनिज है । अल्प मात्रा में लिग्नाइट, ताँबा, कोबाल्ट आदि भी मिलते हैं, नेपाल का आर्थिक व्यापार मुख्यतः भारत, बंगलादेश, चीन तथा भूटान के साथ होता है । काठमाण्डू देश की राजधानी है तथा सड़क मार्ग द्वारा चीन और भारत से जुड़ा है । पोखरा दूसरा बड़ा नगर है । वीरगंज एवं जनकपुर अन्य प्रमुख व्यापारिक नगर हैं । पिछले 240 वर्षों से नेपाल में राजतंत्र की व्यवस्था चली अ रही है लेकिन 2008 से वहाँ भी लोकतंत्र की नींव पड़ गई है । यहाँ विकास की सभी संभावनाएँ हैं । जल विद्युत, खनिज तथा कृषि के विकास से नेपाल का विकास संभव है।
(वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर)
1.नेपाल की सीमा भारत के किस राज्य में मिलती है ?
(क) अरुणाचल प्रदेश
(ख) मणिपुर
(ग) सिक्किम
(घ) पंजाब
उत्तर-(ग)
2. महाभारत लेख क्या है ?
(क) पर्वत श्रृंखला
(ख) लेखागार
(ग) मैदान
(घ) राजमहल
उत्तर-(क)
3. गंडक नदी को नेपाल में किस नाम से जाना जाता है ?
(क) काली गंडक नदी
(ख) नारायणी नदी
(ग) त्रिशूल नदी
(घ) कृष्णा नदी
उत्तर-(ख)
(लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर)
प्रश्न 1. नेपाल के सर्वोच्च शिखर का नाम एवं ऊँचाई बतायें ।
उत्तर-नेपाल के सर्वोच्च शिखर का नाम “माउंट एवरेस्ट” है एवं इसकी ऊँचाई 8848 मी० है। नेपाल में लोग इसे सागरमाथा के नाम से पुकारते हैं ।
प्रश्न 2. नेपाल की तीन प्रमुख नदियों के नाम लिखें।
उत्तर-नेपाल की तीन प्रमुख नदियाँ हैं-कोसी, गण्डक तथा घाघरा नदी ।
प्रश्न 3. नेपाल के पड़ोसी देश और सीमावर्ती भारतीय राज्यों के नाम लिखें ।
उत्तर-नेपाल के पड़ोसी देश हैं और सीमावर्ती भारतीय राज्यों में नेपाल के पूर्व में सिक्किम एवं पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तराखण्ड तथा दक्षिण में बिहार एवं उत्तर प्रदेश राज्य स्थित हैं।
(दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर)
प्रश्न 1. नेपाल की अर्थव्यवस्था का विवरण दीजिए ।
उत्तर-नेपाल की अर्थव्यवस्था का विवरण-नेपाल में मुख्यतः जीवन-निर्वाह कृषि के साथ-साथ पशुपालन भी मुख्य व्यवसाय है । यहाँ 18 प्रतिशत भू-भाग पर खेती होती है । देश के कुल उत्पादन का 70 प्रतिशत भाग अकेले पूर्वी तराई से आता है । नेपाल में खनिजों का अभाव पाया जाता है । अभ्रक यहाँ का मुख्य खनिज है । कम मात्रा
में लिग्नाइट, ताँबा, कोबाल्ट आदि भी मिलते हैं । भारत के सहयोग से यहाँ देवी घाट जल विद्युत परियोजना चालू किया गया है । औद्योगिक दृष्टि से नेपाल एक पिछड़ा देश है । यहाँ कृषि एवं वन आधारित उद्योगों का विकास किया जा रहा है । यहाँ सूती वस्त्र, चीनी, जूट, चमड़ा, वनस्पति
तेल, तम्बाकू, दियासलाई, कागज तथा लुग्दी इत्यादि का निर्माण होता है । सीमेंट तथा कृषि के उपकरण भी बनाए जा रहे हैं । यहाँ पर्यटन उद्योग का विकास हो रहा है । व्यापार एवं खनन उद्योग- में हो रही वृद्धि के कारण नेपाल की विदेशी व्यापार और आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है । नेपाल का व्यापार मुख्यतः भारत, चीन, बंगलादेश तथा भूटान के साथ होता है । यहाँ से सूती एवं ऊनी वस्त्र, खाद्य-पदार्थ तथा जड़ी-बूटी का निर्यात करता है तथा भारी मशीनें, बिजली के सामान तथा वाहनों का आयात किया जाता है । काठमांडू देश की राजधानी है तथा सड़क मार्ग के द्वारा चीन और भारत से जुड़ा हुआ है । यह वायुमार्ग के द्वारा सभी महादेशों से भी जुड़ा हुआ पोखरा यहाँ का दूसरा बड़ा नगर है । वहाँ की झील पर्यटकों को आकर्षित करती है । वीरगंज एवं जनकपुर अन्य व्यापारिक नगर हैं । यहाँ के सभी नगर संचार तथा यातायात के साधनों के द्वारा
आपस में जुड़े हुए हैं । यहाँ विकास की संभावना है । जल-विद्युत, खनिज तथा कृषि का विकास आधुनिक तकनीक तथा पड़ोसी देशों के सहयोग से किया जा सकता है ।
प्रश्न 2. नेपाल की जलवायु, मृदा और जलप्रवाह का वर्णन कीजिए ।
उत्तर-जलवायु-नेपाल की जलवायु शीत प्रधान है । दक्षिण के तराई वाले भाग को छोड़कर सभी स्थानों पर तापमान कम रहता है क्योंकि 75 प्रतिशत भू-भाग की ऊंचाई समुद्र तल से बहुत ऊँचा है । काठमांडू का तापमान जाड़े में 20 सें से नीचे चला जाता है जबकि गर्मी में 30° से. तक पहुँच जाता है। यहाँ का वार्षिक औसत तापमान 10° से. है । यहाँ मार्च से अगस्त तक ग्रीष्म ऋतु तथा सितम्बर से फरवरी तक शीतऋतु रहता है । गर्मी में मानसूनी हवाओं से नेपाल के पूर्वी भाग में 200 से॰मी॰ तथा पश्चिम भाग में 100 से०मी० सालाना वर्षा होती है । जाड़े में देश के उत्तरी
भाग में हिमपात शीतकालीन चक्रवातीय वर्षा होती है ।
मृदा-नेपाल की तराई एवं घाटियों में जलोढ़ मिट्टी पाई जाती है । निचले पर्वतीय ढालों पर लैटेराइट तथा मध्य पर्वतीय प्रदेश में अनुपजाऊ भूरी पाडजोल मिट्टी पाई जाती है । नेपाल में 25.4 प्रतिशत भूमि पर वन तथा 13 प्रतिशत पर चारागाह फैला है । तराई क्षेत्रों में उष्ण कटिबंधीय चीर हरित वन एवं मानसूनी वन पाए जाते हैं । सदाबहार चौड़ी पत्ती के वन 1200 से 2400 मी० की ऊँचाई तक पाये जाते हैं । 2400 से 4000 मी० की ऊँचाई पर शंकुधारी वन पाए जाते हैं । यहाँ के जंगलों में हाथी, बाघ, भालू, बन्दर आदि वन्य जीव पाए जाते हैं ।
जल-प्रवाह-नेपाल में पूर्व से पश्चिम की ओर कोसी, गण्डक तथा घाघरा नदी बहती है। यहाँ की सबसे लम्बी नदी कहलाती है, जो घाघरा की सहायक नदी है तथा पश्चिम नेपाल में बहती हुई भारत में प्रवेश करती है । मध्य नेपाल में गण्डक नदी है जिसे यहाँ नारायणी नदी कहते हैं तथा पूर्वी नेपाल में कोसी नदी बहती है जिसे यहाँ सप्तकोसी कहते हैं । ये सभी नदियाँ उत्तर से दक्षिण की ओर बहती हुई भारत में प्रवेश करती हैं । नेपाल की भूमि ढालुआँ होने के कारण इन नदियों में तीव्र प्रवाह पाया जाता है, जिससे अपरदन की समस्या होती है लेकिन तीव्र प्रवाह होने के कारण जल विद्युत उत्पादन की संभावना भी बनती है ।
प्रश्न 3. नेपाल की अर्थव्यवस्था पर उद्योगों के प्रभाव का वर्णन कीजिए ।
उत्तर-नेपाल औद्योगिक दृष्टि से एक पिछड़ा देश है । नेपाल में खनिजों का अभाव है। अभ्रक यहाँ का मुख्य खनिज है । थोड़ी मात्रा में यहाँ लिग्नाइट, ताँबा, कोबाल्ट आदि भी मिलते
हैं। शक्ति के साधन के रूप में भारत के सहयोग से देवी घोट जल विद्युत परियोजना चालू किया गया है । नेपाल में बड़े उद्योगों के स्थापित होने वाले कारकों का अभाव है । यहाँ कृषि एवं वन आधारित उद्योगों का विकास किया जा रहा है । यहाँ सूती वस्त्र, चीनी, जूट, चमड़ा, वनस्पति तेल,
तम्बाकू, दियासलाई, कागज तथा लुग्दी इत्यादि का निर्माण होता है । अब यहाँ सीमेंट तथा कृषि उपकरण भी बनाए जा रहे हैं । यहाँ पर्यटन उद्योग का तेजी से विकास हो रहा है।
(ब) भूटान
भूटान भारत का पड़ोसी देश है । यह पूर्वी हिमालय के मध्य अवस्थित है । भूटान 26°45′ एवं 23°20′ उत्तरी अक्षांश तथा 89°45′ एवं 92°05′ पूर्वी देशान्तर के मध्य स्थित है । भूटान का क्षेत्रफल 46500 वर्ग किलोमीटर है । इसके उत्तर में चीन, पूर्व में अरुणाचल प्रदेश, दक्षिण में
असम तथा पश्चिम में सिक्किम स्थित है । इसकी राजधानी थिम्फू है । भूटान के दक्षिणी किनारे पर स्थित 16 कि०मी० चौड़ी पट्टी को द्वार कहते हैं । भूटान में हिमालय पर्वतों की सर्वाधिक ऊँचाई को 7574 मी० कहते हैं । भूटान की जलवायु मौनसूनी है । औसत तापमान 40 से० से 170 से के बीच रहता है । वर्षा 185 से०मी० के लगभग मई से सितम्बर के मध्य होती है । वार्षिक वर्षा का औसत 250 से॰मी॰ है । मैदानी भाग की जलवायु उष्ण कटिबंधीय है । पर्वतों के दक्षिणी ढलानों पर 500-750 सेमी० वर्षा होती है, यहाँ की 10% से भी कम भूमि पर कृषि होती है।
दक्षिणी-पश्चिम भाग में कृषि अधिक विकसित है । प्रमुख फसलों में चावल, गेहूँ, जौ, आलू, मक्का, सब्जियाँ हैं । भूटान की जनसंख्या 29.28 लाख है । औसत जन-घनत्व 42 व्यक्ति प्रति । वर्ग कि.मी. है । नगरीय जनसंख्या 11% तथा साक्षरता 42% है । थिम्फ तथा पुनारजा भूटान के
प्रभाव नगर हैं । मानव विकास सूचकांक में भूटान का स्थान 133वाँ है । उचोगों में प्लाइवुड पकिंग, डिस्टिलरी, रेजिन तथा तारपीन प्रमुख हैं । धरातलीय विविधता के यहाँ पर्यटन उद्योग का तेजी से विकास हो रहा है। भू-आकृति के कारण यहाँ यातायात के साधनों का विकास नहीं अभाव है जिसके कारण यहाँ बड़े उद्योगों हो पा रहा है, यहाँ खनिजों का भी अभाव है । कुछ खनिज हैं तो उनके मिश्रण के खनिजों का पूर्णतः अभाव है । पर्यटन उद्योग यहाँ की
अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण स्थान निभा रहा है । आर्थिक विकास के लिए यह मूलतःभारत पर निर्भर करता है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर
1. भूटान की राजधानी कहाँ है?
(क) काठमांडू
(ख) ढाका.
(ग) थिम्फू
(घ) रंगून
उत्तर-(ग)
2. भूटान हिमालय की सर्वाधिक ऊंचाई है-
(क) 8848 मीटर
(ख) 7574 मीटर
(ग)7115मीर
(घ) 8850 पोटर
उत्तर-(ख)
3. भूटान में औसत वार्षिक वर्षा होती है-
(क) 850 सें.मी.
(ख) 300 सें.मी.
(ग) 250 सें.मी.
(घ) 380 सें.मी.
उत्तर-(ग)
4.भूटान के कितने प्रतिशत क्षेत्र पर वनों का विस्तार है?
(क) 20%
(ख) 50%
(ग)68%
(घ)21%
उत्तर-(ग)
5.भूटान की साक्षरता दर कितना प्रतिशत है?
(क) 30%
(य) 40%
(ग)42%
(घ) 50%
उत्तर-(ग)
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. भूटान के धरातल का विवरण दीजिए।
उत्तर-भूटान एक पर्वतीय देश है जो पूर्वी हिमालय के मध्य में स्थित है। भूटान 26° 45 एवं 28* 20 उत्तरी अक्षांश तथा 89° 45′ एवं 92° 05 पूर्वी देशान्तर के मध्य स्थित है । भूटान का क्षेत्रफल 46500 वर्ग किलोमीटर है । इसके उत्तर में चीन, पूर्व में अरुणाचल प्रदेश, दक्षिण में
असम तथा पश्चिम में सिक्किम स्थित है । यह चारों ओर से घल से घिरा हुआ है । इसके दक्षिणी किनारे पर लगभग 16 किलोमीटर चौड़ी मैदानी पट्टी है जिसको द्वार कहते हैं। द्वार प्रदेश 600 मीटर अंची एक संकरी पट्टी है । मैदान के उत्तर में निचले हिमालय पर्वत है, जिनको ऊँचाई 1500 से 3000 मीटर के बीच है। इन पर्वतमालाओं के उत्तर में ग्रेटर हिमालय है। भूटान में इसकी ऊंचाई 7574 मीटर है।
प्रश्न 2. भूटान के आर्थिक संसाधनों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
उत्तर-भूटान के आर्थिक संसाधनों का वर्णन-भूटान के आर्थिक संसाधनों में कृषि का कुछ खास महत्व नहीं है । यहाँ के उद्योग धन्ध भी पूरी तरह से विकसित नहीं हैं। भूटान अपने यहाँ के आर्थिक संसाधन के विकास में कृषि का महत्व न होने का मुख्य कारण है कि कृषि है। पूर्वी भाग में स्थानान्तरण कृषि होती है ।
औद्योगिक दृष्टि से भी भूटान एक पिछड़ा देश है । यहाँ की विषम धरातल, कठोर जलवायु तथा परिवहन के साधनों की कमी के कारण उद्योगों का विकास नहीं हो पाया है । यहाँ लघु एवं कुटीर उद्योग का थोड़ा-सा विकास हुआ है तथा यहाँ पर्यटन उद्योग भी विकसित हो रहा है । यहाँ खनिजों का अभाव होने के कारण उद्योगों को स्थापित करने में मुश्किलें आती हैं । यहाँ पशुपालन आधारित उद्योगों का थोड़ा विकास हुआ है । इसके बाद पर्यटन उद्योग यहाँ की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
अत: यहाँ का आर्थिक संसाधन पूर्ण रूप से विकसित नहीं है
वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर
1. बंगलादेश का पूर्व का नाम क्या था ?
(क) पूर्वी पाकिस्तान
(ख) पूर्वी बंगाल
(ग) पाकिस्तान
(घ) मुजीबनगर
उत्तर-(क)
2.भारत के साथ बंगलादेश की स्थलीय सीमा कितनी लम्बी है ?
(क) 4018 कि.मी.
(ख) 4006 कि.मी.
(ग) 4180 कि.मी.
(घ) 4009 कि.मी.
उत्तर-(ख)
3. बंगलादेश कब स्वतंत्र हुआ?
(क) 17 दिसम्बर, 1970
(ख) 18 अक्टूबर, 1971
(ग) 17 दिसम्बर, 1971
(घ) 18 मार्च, 1901
उत्तर-(ग)
4. बंगलादेश एशिया महाद्वीप के किस भाग में है ?
(क) पश्चिम भाग
(ख) दक्षिणी भाग
(ग) उत्तरी भाग
(घ) पूर्वी भाग
उत्तर-(क)
5. ब्रह्मपुत्र नदी को बंगलादेश में किस नाम से जाना जाता है ?
(क) मेघना
(ख) जमुना
(ग) सूरमा
(घ) कर्णफूली
उत्तर-(ख)
(लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर)
प्रश्न 1. ढाका नगर की स्थिति एवं महत्व पर प्रकाश डालें।
उत्तर-ढाका नगर बंगलादेश की राजधानी है । इस नगर से सभी महत्वपूर्ण नदियाँ होकर गुजरती हैं जिसकी वजह से यह नगर महत्वपूर्ण आंतरिक बन्दरगाह है बंगलादेश के लिए ।
प्रश्न 2. बंगलादेश के धरातल का विवरण दीजिए।
उत्तर-बंगलादेश एक डेल्टाई प्रदेश है जो विश्व के सबसे बड़े डेल्टा गंगा-ब्रह्मपुत्र के मध्य स्थित है । इस मैदान के अधिकतर भाग की ऊँचाई समुद्र तल से 25 मीटर से भी कम है । यहाँ के मैदान प्रतिवर्ष नदियों द्वारा लाई मिट्टी से बने होने के कारण काफी उर्वर है। यहाँ तटवर्ती क्षेत्र
दलदली क्षेत्र है । नदियों द्वारा जमा की गई मिट्टियों के कारण डेल्टा क्षेत्र के तट के पास अनेक छोटे-छोटे टापू बन गए हैं । बंगलादेश के पूर्वी तट पर स्थित कॉक्स बाजार विश्व का सबसे बड़ा बलुई ‘वीच’ है । चटगांव तथा सिलहट क्षेत्र में कम ऊंचाई वाले पर्वतों की श्रृंखलाएँ पाई जाती
हैं। ये पहाड़ियाँ समुद्र तल से औसत 200-300 मी० की ऊँचाई वाली हैं । इन पहाड़ियों के बीच पर्वतीय दरें पाए जाते हैं।
प्रश्न 3. बंगलादेश की आर्थिक संसाधनों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
उत्तर-बंगलादेश की आर्थिक व्यवस्था पूरी तरह से कृषि पर आश्रित है । देश की सकल घरेलू उत्पाद में कृषि का एक तिहाई योगदान है । समस्त रोजगार का 81% विदेशी व्यापार से प्राप्त आय का 80% तथा राष्ट्रीय उत्पाद का 50% से अधिक कृषि से ही प्राप्त होता है । देश की 82%
कृषि भूमि पर चावल 6% पर जूट, 4% पर गेहूँ तथा अन्य 10% पर सब्जी, जल व नकदी फसलें जाती हैं । यहाँ विश्व का 6% जूट उगाया जाता है । देश का 7% जूट मैमन सिंह जिले में उत्पादित होता है । यहाँ सिलहट तथा चटगाँव की पहाड़ियों पर चाय की खेती होती है । गन्ना, तम्बाकू तथा गेहूँ यहाँ की अन्य फसलें हैं।
बंगलादेश में आधुनिक उद्योग-धन्धों का विकास न के बराबर हुआ है । यह खनिज संसाधन के दृष्टिकोणसे निर्जन देश है। खनिज संसाधनों की कमी होने के कारण यहां उद्योगों की संख्या कम है। राष्ट्रीय उत्पाद का केवल 10% उद्योगों से प्राप्त होता है । यहाँ जूट, सूती वस्त्र, कागज,चीनी और मछली उद्योग विकसित है । संसार का 50% जूट और जूट से बने सामान का निर्यात यहीं से होता है।
इस प्रकार बंगलादेश में उद्योग-धन्धों की कमी होने के कारण यहाँ की अर्थव्यवस्था पूर्णत: कृषि पर टिकी हुई है।
(दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर)
प्रश्न 1. बंगलादेश का भौगोलिक वर्णन विस्तार से करें ।
उत्तर-बंगलादेश की सीमा पश्चिम, उत्तर और पूर्व की ओर भारत की सीमा से सटी हुई है। जिसकी लम्बाई करीब 4,096 किलोमीटर है । इसके पूर्व में म्यांमार (बर्मा) तथा दक्षिण में बंगाल की खाड़ी स्थित है । इसके उत्तर में भारत के असम तथा मेघालय, पूर्व में त्रिपुरा तथा मिजोरम एवं पश्चिम बंगाल राज्य स्थित है । बंगलादेश का कुल क्षेत्रफल 148,393 वर्ग किलोमीटर है। यह देश 20° उत्तरी अक्षांश से 97° उत्तरी अक्षांश तथा 85° पूर्वी देशान्तर से 93° पूर्वी देशान्तर तक फैला हुआ है । जनसंख्या के हिसाब से बंगलादेश एशिया का पाँचवाँ बड़ा राष्ट्र है । 2006 के अनुसार बंगलादेश की जनसंख्या करीब 15 करोड़ है । यहाँ 880 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर घनत्व है। यहाँ निवास करने वाली कुल जनसंख्या का 98 प्रतिशत बंगाली समुदाय है । शेष लोग जनजातीय हैं, जिसमें लगभग 83 प्रतिशत जनसंख्या मुसलमानों की है । बंगलादेश विश्व के सबसे बड़े डेल्टा गंगा-ब्रह्मपुत्र, डेल्टा के बीच स्थित है । इस देश की अधिकतर भाग की ऊँचाई समुद्र तल से 25 मीटर से भी कम है । यहाँ का मैदान नदियों द्वारा प्रतिवर्ष लाई मिट्टियों से बने होने के कारण काफी उर्वर है । यहाँ का तटवर्ती क्षेत्र दलदली क्षेत्र है। नदियों द्वारा जमा की गई मिट्टी के कारण डेल्टा क्षेत्र के तट पर अनेक छोटे-छोटे टापू बन गए हैं । बंगलादेश के पूर्वी तट पर स्थित कॉक्स बाजार विश्व का सबसे बड़ा बालुई वीच है। बंगलादेश को मुख्य
नौ भू-आकृतिक प्रदेशों में बाँटा जा सकता है-(i) चटगाँव तथा सिलहट की पहाड़ियाँ (ii) प्राचीन जलोढ़ वेदिकायें (iii) टिपरा धरातल (iv) रेतीला जलोढ़ पंख प्रदेश (v)
मोरबन्द डेल्टा (vi) स्थिर डेल्टा (vii) दलदली गर्त (viii) गुम्फित नदीय “ज्वार भूमि” (ix) ज्वारीय डेल्टा ।
चटगाँव तथा सिलहट क्षेत्र में कम ऊँचाई की शृंखलाओं का विस्तार पाया जाता है । यह पहाड़ियाँ समुद्र तल से औसत 200 से 300 मी० की ऊँचाई वाली हैं । इनके बीच में पर्वतीय दर्रे पाए जाते हैं।
प्रश्न 2. बंगलादेश की कृषि का आर्थिक महत्व बताते हुए प्रमुख व्यापारिक फसलों का वर्णन करें।
उत्तर-बंगलादेश एक कृषि प्रधान देश है । यहाँ की 80% जनसंख्या अपने जीवन-यापन के लिए कृषि-कार्य पर आश्रित है । यहाँ की अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण स्थान है । देश के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि का लगभग एक-तिहाई योगदान है । देश के लगभग 63% भूमि पर
कृषि-कार्य किया जाता है । कृषि के अलावा यहाँ अन्य आर्थिक क्रियाओं के रूप में पशुपालन, मछली पकड़ना तथा वानिकी का कार्य किया जाता है । समस्त रोजगार का 81% विदेशी व्यापार से प्राप्त आय का 80% तथा राष्ट्रीय उत्पाद का 50% से अधिक कृषि से प्राप्त होता है । यहाँ कुल कृषि भूमि में से 82% कृषि भूमि चावल, 6% पर जूट, 4% पर गेहूँ तथा अन्य 10% पर सब्जी, फल व नकदी फसलें बोई जाती हैं । यहाँ धान की तीन फसलें अमन, औस और वोरो उपजाई जाती हैं। अमन की फसल 67% भूमि पर, औस 25% तथा वोरो 3.5% भूमि पर उपजाई जाती है। विश्व की कुल जूट उत्पादन का 6% यहीं उत्पादित किया जाता है । देश का 7% जूट मैमन सिंह जिले में होता है । सिलहट तथा चटगाँव की पहाड़ियों के ढलानोंपर चाय उत्पादित किया जाता है। गन्ना, तम्बाकू तथा गेहूँ अन्य फसलें हैं ।
(द) श्रीलंका
श्रीलंका, एशिया महाद्वीप में भारत के दक्षिण में स्थित हिन्द महासागर का बड़ा द्वीप है। “सिंहल” जाति की बहुलता के कारण इसे “सिंहल द्वीप” भी कहते हैं । अंग्रेजों ने 1802 ई. में इसे ब्रिटिश साम्राज्य का एक उपनिवेश बना लिया है । 4 जनवरी, 1948 को श्रीलंका एक मुक्त स्वतंत्र देश बन गया तथा 1956 ई० में देश से यहाँ लोकतंत्र की स्थापना हो गई । यह भारत से लगभग 52 किमी की दूरी पर है । यह 66 हजार वर्ग किलोमीटर में फैला है तथा “पाक जलसंधि” द्वारा अलग होता है । यहाँ की जनसंख्या 1.91 करोड़ तथा औसत जन-घनत्व 200 व्यक्ति प्रति वर्ग कि०मी० है । इनकी भाषा सिंहली है । देश की राजधानी कोलम्बो है । यह हिन्द महासागर के समुद्री मार्ग से गुजरने वाले देशों को ईंधन देता है । यह द्वीप प्रायद्वीपीय भारत की तरह गोंडवाना चट्टानों से निर्मित है । यहाँ की जलवायु मॉनसूनी है । यहाँ की प्रमुख नदियों में महावली गंगा पान और अरुबी हैं । यहाँ उत्तरी मैदान में चूना-प्रधान जलोढ़ मिट्टी में लैटेराइट मिट्टी पाई जाती है। यहाँ की करीब 30% भूमि पर वन पाए जाते हैं । यहाँ की कृषि खाद्यान्न से अधिक व्यावसायिक हैं। चाय, काली मिर्च, दालचीनी, कहवा, तम्बाकू, केला, अनानास, पान, सुपारी, गन्ना, कोको एवं कांजू जैसी प्रमुख व्यावसायिक फसलों को उपजाया जाता है । नदियों एवं तालाबों का उपयोग मछली पालन के रूप में बहुत होता है । चारों तरफ जल से घिरे होने के कारण मछली उत्पादन एक उद्योग का रूप ले चुका है । यहाँ खनिज के नाम पर ग्रेफाइट, मोनाजाइट, अबरख एवं लौह अयस्क मिलते । नीलम, रक्तमणि, पुखराज जैसे रत्नों की प्रचुरता है । समुद्र से मोती निकालने का कार्य भी यहाँ बहुत प्रचलित है । इसलिए इसे “पूर्व का मोती” भी कहते हैं । उद्योग का आधार कृषि एवं खनिज दोनों है । जाफना के मैदान में चूना-पत्थर की उपलब्धता के कारण सीमेंट उद्योग लगाए गए हैं । खनिज उद्योग सुलभ साधन उपलब्ध न होने के कारण नहीं लगाए गए हैं । शक्ति संसाधनों के अभाव के कारण बड़े उद्योग
भी बहुत कम हैं । कृषि यहाँ की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है । यहाँ चाय, खाद्य-संस्करण, चीनी उद्योग, रबर उद्योग, मछली उद्योग, मसाला उद्योग आदि का विकास हुआ है । ये लघु उद्योग तथा कुटीर उद्योग के रूप में ही विकसित हुए हैं ।
यहाँ की अधिकांश आबादी कृषि-कार्य तथा कृषि आधारित उद्योगों में संलग्न है । श्रीलंका विश्व का सबसे बड़ा चाय निर्यातक देश है । नारियल से गिरीयक तेल, रस्सियाँ, कालीन भी बनते हैं । आयातित वस्तुओं में खनिज तेल, मशीनी सामान, चीनी, नमक, सीमेन्ट प्रमुख हैं । प्रमुख
बन्दरगाहों में त्रिकोवाली एवं कोलम्बो हैं । जाफना इसके बड़े नगरों में से एक है । इसके अतिरिक्त रत्नपुर, अनुराधापुर तथा गाल भी प्रमुख नगर है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर
1. श्रीलंका की आकृति कैसी है?
(क) आयताकार
(ख) अंडाकार
(ग) त्रिभुजाकार
(घ) वृत्ताकार
उत्तर-(ख)
2. पिदुरतालगाला श्रीलंका का एक प्रमुख स्थलाकृति है-
(क) नदी
(ग) शिखर
(ख) झील
(घ) गर्त
उत्तर-(ग)
3.श्रीलंका की राजधानी है-
(क)कैंडी
(ख) कोलम्बो
(ग) जाफना
(घ) अनुराधा नगर
उत्तर-(ख)
4.भारत से श्रीलंका को अलग करता है-
(क) पाक जलसन्धि
(ख) श्रीलंका जलसन्धि
(ग) हरभुज जल सन्धि
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(क)
5.श्रीलंका में लोकतंत्र की स्थापना कब हुई ?
(क) 1948 में
(ख) 1949 में
(ग) 1955 में
(घ) 1956 में
उत्तर-(घ)
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. श्रीलंका की जलवायु किस प्रकार की है ?
उत्तर-श्रीलंका की जलवायु मॉनसूनी है ।
प्रश्न 2. ‘पूर्व की मोती’ श्रीलंका को क्यों कहते हैं ?
उत्तर-श्रीलंका में हीरे-मोती, जवाहरात एवं अन्य रत्नों के भंडार होने के कारण इसे “पूर्व की मोती” कहते हैं।
प्रश्न 3. श्रीलंका में किस प्रकार की वनस्पति पायी जाती है?
उत्तर-श्रीलंका में मुख्यतः विषुवतीय वनस्पति पायी जाती है ।
(दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर)
प्रश्न 1. श्रीलंका की जलवायु का वर्णन कीजिए ।
उत्तर-श्रीलंका की जलवायु मॉनसूनी है । यह विषुवत् रेखा के नजदीक है, जिस कारण यहाँ सालोंभर गर्मी पड़ती है और वर्षा भी होती रहती है । यहाँ जाड़े की ऋतु नहीं होती है । यहाँ तटीय भागों में 200 से.मी. तक और पर्वतीय क्षेत्रों में 500 से.मी. से भी अधिक वर्षा होती है । यहाँ जाड़े एवं गर्मी की ऋतुओं में वार्षिक तापान्तर 5° से.-7° सें. अर्थात नहीं के बराबर होता है । यहाँ पर्वतीय भागों में तापमान 20° से रहता है।
प्रश्न 2. श्रीलंका की अर्थव्यवस्था पर टिप्पणी लिखें।
उत्तर-श्रीलंका की अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण स्थान है । यहाँ की कृषि खाद्यान्न कृषि से अधिक व्यावसायिक कृषि है । चाय, काली मिर्च, दालचीनी, कहवा, तम्बाकू, केला, अनानास, पान, सुपारी, गन्ना, कोको एवं काजू यहाँ की मुख्य व्यावसायिक फसलें हैं । चारों तरफ जल से घिरे होने के कारण यहाँ मछली उत्पादन एक औद्योगिक रूप ले चुका है तथा यहाँ की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण अंग बन चुका है । कृषि पर आधारित उद्योग यहाँ की अर्थव्यवस्था का आधार है । यहाँ चाय, खाद्य-संस्करण उद्योग, जैसे चीनी उद्योग, रबर उद्योग, मछली उद्योग तथा मसाला उद्योग का विकास हुआ
श्रीलंका विश्व का सबसे बड़ा चाय निर्यातक देश है । यहाँ के प्रमुख बन्दरगाहों में त्रिकोंमाली एवं कोलम्बो है । त्रिकोंमाली में एक नौसैनिक अड्डा भी है । श्रीलंका की अर्थव्यवस्था काफी हद तक खनन, कृषि आधारित उद्योग, पर्यटन उद्योग एवं मत्स्य व्यवसाय पर आधारित है । हाल के वर्षों में तमिल द्वारा चलाए जा रहे हिंसक आंदोलन का प्रभाव इसके विकास पर पड़ा है । फिर भी एशियाई देशों में यह तेजी से विकसित हो रहा है ।
(य) पाकिस्तान
महत्वपूर्ण तथ्य-पाकिस्तान हमारा एक स्थलीय पड़ोसी देश है । पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम में अफगानिस्तान, पश्चिम में ईरान और दक्षिण में अरब सागर स्थित है । पाकिस्तान का
भौगोलिक विस्तार 23°30′ उत्तरी अक्षांश से 36°45′ उत्तरी अक्षांश तक है तथा 61° पूर्वी देशान्तर से लेकर 76° पूर्वी देशान्तर तक है । इसका क्षेत्रफल 803949 वर्ग कि०मी० तथा राष्ट्रीय भाषा उर्दू है। यहाँ की जनसंख्या 15.5 करोड़ और जन घनत्व 150 व्यक्ति प्रति वर्ग कि०मी० है । प्रमुख नगरों में इस्लामाबाद, करांची, लाहौर और हैदराबाद है । इसकी बनावट असमान है । इसका
उत्तर-पश्चिमी भाग सबसे ऊँचा है जिसकी ऊँचाई 3000 मीटर से भी अधिक है तथा सुलेमान यहाँ की सबसे ऊँची चोटी है जिसकी ऊँचाई 3000 है । यहाँ की औसत ऊँचाई 300-1000 मीटर है। यहाँ की जलवायु मौनसूनी एवं उष्ण मरुस्थलीय है । जाड़े में औसत तापमान 70 सें रहता है। वहीं गर्मी में यह 45° तक पहुँच जाता है । वर्षा का औसत 35 से०मी० है । यहाँ की मुख्य नदी सिन्धु है और उसकी सहायक नदियों में झेलम चिनाव, रावी, सतलज एवं व्यास हैं इन्हें “पंचन” कहते हैं । पाकिस्तान को सिन्धु की देन कहते हैं क्योंकि वह पाकिस्तान की जीवनदायिनी नदी है । सिन्धु नदी अपने मुहाने पर डेल्टा का निर्माण करती है । यहाँ केवल 3% भाग पर वनों का विस्तार है।
प्रमुख पेड़ों में बबूल, शीशम, नीम, आम, देवदार, चीड़ तथा क्रूस प्रधान है। यहाँ 19% भूमि पर कृषि की जाती है तथा इस पर यहाँ की 72% जनसंख्या निर्भर रहती है । कुल कृषि योग्य भूमि के 63% की सिंचाई नहरों द्वारा की जाती है । 55% कृषि योग्य भूमि पर खेती की जाती है । अन्य फसलों में चना, मक्का, ज्वार, बाजरा, कपास, तिलहन, गन्ना एवं तम्बाकू प्रमुख हैं । गेहूँ मुख्य रूप से पंजाब के पश्चिमी भाग में पैदा की जाती है । जहाँ सिंचाई की समुचित व्यवस्था नहीं है वहाँ मकई, ज्वार, बाजरा की खेती होती है । नकदी फसलों में कपास एवं गन्ना प्रमुख हैं। यहाँ खनिज की कमी है । यहाँ कोयला, खनिज तेल, प्राकृतिक गैस, क्रोमाइट, जिप्सम, लोहा, गंधक प्रमुख हैं । खनिज तेल का उत्पादन बालकासार, खैरपुर, अटक, चाकवाल में होता है । रावलपिंडी, मजराबल, हैदराबाद से कोयला खनन होता है, अटक सरगोधा, जितरल,मियाकली क्षेत्र से लौह अयस्क मिलता है । यहाँ कृषि एवं रसायन उद्योगों को विकसित किया गया है । इनमें सूती वस्त्र, ऊनी वस्त्र, चीनी, खेल का सामान, कागज, रासायनिक उद्योग, दियासलाई उद्योग, सिमेंट, तेलशोधक एवं प्राकृतिक गैस आदि प्रमुख हैं । मुल्तान, कराची, लाहौर सूती वस्त्र के प्रमुख उद्योग हैं । मारदान में एशिया की सबसे बड़ी चीनी मिल है।
कराँची, हैदराबाद बाह तथा सेहरी में सीमेंट उद्योग का विकास हुआ है । नोशेरा, लाथलपुर तथा हरिपुर में कास्टिक सोडा, गंधक, तेजाब, रासायनिक, रेजिन तथा रंग बनाए जाते हैं । यहाँ निर्यात की अपेक्षा आयात अधिक होता है । विदेशी व्यापार मुख्य रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन, जर्मनी, जापान, इरान, भारत, कनाडा, चीन और रूस के साथ होता है । मशीन, रेल का इंजन, रेल के डिब्बे, जलयान, वायुयान, ट्रैक्टर, लौह अयस्क, कोयला, चाय, कागज, पान, चावल इत्यादि का आयात करता है।
निर्यात के सामानों में कपास, खाल, चमड़ा, फल, तम्बाकू, कागज, चमड़े के जूते आदि प्रमुख हैं । निर्यात का व्यापार मुख्यतः ग्रेट ब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के सामान का निर्यात करता है।
(वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर)
1. पाकिस्तान का सबसे बड़ा हवाई अड्डा कहाँ है ?
(क) इस्लामाबाद
(ख) करांची
(ग) स्यालकोट
(घ) मुल्तान
उत्तर-(ख)
2. खेल का सामान बनाने में विश्व प्रसिद्ध है-
(क)करांची
(ख) रावलपिंडी
(ग)स्यालकोट
(घ) लाहौर
उत्तर-(ग)
3. पाकिस्तान की सबसे प्रसिद्ध चोटी तख्त सुलेमान की ऊँचाई क्या है ?
(क) 3750 मी०
(ख) 3770 मी.
(ग) 3700 मी०
(घ) 4400 मी०
उत्तर-(ख)
4. सिन्धु नदी बहती है-
(क) दक्षिण से उत्तर
(ख) पूरब से पश्चिम
(ग) उत्तर से दक्षिण
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(ग)
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. पाकिस्तान को ‘सिन्धु की देन’ क्यों कहा जाता है ?
उत्तर-पाकिस्तान को ‘सिन्धु की देन’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि अगर सिन्धु नदी पाकिस्तान से गायब हो जाए तो यह पूरा देश पत्थरों और रेगिस्तान का ढेर हो जायगा ।
(दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर)
प्रश्न 1. पाकिस्तान की जलवायु की विशेषताओं की व्याख्या करें ।
उत्तर-पाकिस्तान की जलवायु मॉनसूनी एवं उष्ण मरुस्थलीय है । यहाँ गर्मी के मौसम में बहुत गर्मी और जाड़े के मौसम में कड़ाके की सर्दी पड़ती है । जाड़े के मौसम में यहाँ का औसत तापमान 7° सें. से कम रहता है और उत्तर के पर्वतीय भाग में बर्फ जमा रहता है । गर्मी के दिनों
में यहाँ का तापमान 45° सेंमी. तक पहुँच जाता है । एशिया का सबसे गर्म स्थान जैकोबाबाद पाकिस्तान में ही पड़ता है जहाँ का तापमान गर्मी के दिनों में 55° सें तक पहुँच जाता है । यहाँ वर्षा का अभाव है। यहाँ वर्षा का वार्षिक औसत मात्र 35 सेंटीमीटर है । जाड़े के मौसम
में चक्रवातों द्वारा वर्षा होती है और गर्मियों में बंगाल की खाड़ी से आने वाले मानसूनी पवनों से वर्षा होती है । यहाँ के उत्तर के पर्वतपदीय क्षेत्र में 75 से 80 सेंटीमीटर, पूर्वी मैदान में 35 से 50 सेंटीमीटर, जबकि पश्चिमी क्षेत्र में 10-12 सेंटीमीटर ही वर्षा होती है । सिन्धु यहाँ की मुख्य नदी है और उसकी सहायक नदियाँ झेलम, चिनाव, रावी, सतलज तथा व्यास हैं इन्हें ‘पंचनद’ कहा जाता है और सिन्धु को ‘नद’ के नाम से पुकारा जाता है । पाकिस्तान
को सिन्धु की देन कहा जाता है । अन्य छोटी नदियों में जोब, पश्मेल, टोची तथा चित्राल हैं । ये नदियाँ बरसाती नदियाँ हैं तथा इनकी धाराएँ तेज होती हैं किन्तु गर्मी के दिनों में ये नदियाँ सूख जाती हैं । प्राकृतिक स्वरूप एवं जलवायु किसी भी क्षेत्र की मिट्टी एवं वनस्पति को प्रभावित करती है। यहाँ केवल 3% भाग में वनों का विस्तार पाया जाता है । उत्तरी पर्वत के उच्च भागों में देवदार, चीड़, फर तथा स्यूस प्रधान है । सिन्धु के मध्य एवं निचले भागों में घास के मैदान पाये जाते हैं ।
प्रश्न 2. पाकिस्तान का खनन एवं उद्योगों के विकास का वर्णन करें ।
उत्तर-पाकिस्तान खनिज पदार्थों के मामले में एक गरीब देश है । यहाँ मिलने वाले खनिज में कोयला, खनिज तेज, प्राकृतिक गैस, क्रोमाइट, जिप्सम, लोहा चूना-पत्थर इत्यादि हैं । खनिज तेल का उत्पादन बालाकासार, खैरपुर, अटक चाकवाल में होता है । रावलपिंडी, मजराबल,
हैदराबाद के कई क्षेत्रों से कोयला तथा अटक, सरगोधा, जितरल एवं मिथौवाली क्षेत्र से लौह अयस्क प्राप्त किया जाता है । बलूचिस्तान की जोग घाटी में क्रोमियम का भण्डार है । प्राकृतिक गैस का मुख्य क्षेत्र सूई, खैरपुर और लाथलपुर औद्योगिक क्षेत्र में कृषि एवं रसायन पर आधारित उद्योगों का ज्यादा विस्तार हुआ है । इनमें सूती वस्त्र उद्योग, ऊनी वस्त्र, चीनी, खेल के सामान इत्यादि प्रमुख उद्योग हैं । खनिज पर आधारितउद्योगों में सीमेंट, तेल शोधक एवं प्राकृतिक गैस के उद्योग प्रमुख हैं । स्यालकोट खेल का सामान बनाने के लिए विश्व में प्रसिद्ध है । मुलतान, कराची, लायलपुर, लाहौर सूत एवं सूती वस्त्र उद्योग के मुख्य केन्द्र हैं । नौशेरा और रहवाली में फाईन पेपर तथा दफ्ती पेपर उद्योग बाँस पर आधारित है । मारदान (पेशावर) में एशिया की सबसे बड़ी चीनी मिल है । कराची, हैदराबाद, बाह तथा रोहरी में सिमेंट के उद्योग हैं । रसायन पदार्थ बनाने का सबसे बड़ा केन्द्र दाउदखेल में है । कराची के मोरगाह में तेलशोधन और सूई में गैस पर आधारित उद्योग स्थापित हैं । परमाणु शक्ति उत्पादन केन्द्र कुहुरा में स्थापित है । यहाँ निर्यात की अपेक्षा आयात अधिक होता है । इसका विदेशी व्यापार मुख्यत: संयुक्त राज्य अमेरिका, ग्रेट-ब्रिटेन, जापान, ईरान, भारत, कनाडा, रूस और चीन के साथ होता है । यहाँ मशीन, रेल से सम्बन्धित सामान, जलयान वायुयान, अयस्क, कोयला, चाय, पान, चावल इत्यादि का आयात किया जाता है और कपास, चमड़ा, फल, तम्बाकू चमड़े के जूते इत्यादि का निर्यात किया जाता है। यहाँ से सामानों का निर्यात ब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन को किया जाता है।