8th class hindi notes | बच्चे की दुआ
बच्चे की दुआ
8th class hindi notes
वर्ग – 8
विषय – हिंदी
पाठ 8 – बच्चे की दुआ
बच्चे की दुआ
( यह एक प्रार्थना गीत……… …… मांगी गयी है । )
लब पे आती है ………………….खुदाया मेरी ।
अर्थ– हे ईश्वर मेरी तमन्ना आर्थना बनकर मेरे होंठ पर आ जाती है । मेरी जिन्दगी आनन्द से पूर्ण हो जाय ।
दूर दुनिया का मेरे………….. उजाला हो जाय ।
अर्थ – मेरी शक्ति से दुनिया का अंधेरा दूर हो जाय । हर जगह मेरे चमकने से उजाला हो जाय । अर्थात् मैं अपने ज्ञान से लोगों की अज्ञानता को दूर कर सकूँ ।
हो मेरे दम से यूं …………….चमक की जीनत ।
अर्थ — मेरी शक्ति से हमारी मातृभूमि की शोभा बढ़े । जिस तरह फूल से होती है , फूलवारी को शोभा ।
जिन्दगी हो मेरी …………….मुहब्बत या- रब ।
अर्थ – हे प्रभो ! मेरी जिन्दगी परोपकार के लिए हो । हे प्रभो ! मुझे ज्ञान अर्जन के प्रति मुहब्बत ( प्रेम ) हो ।
हो मेरा काम गरीबों ……………मुहब्बत करना ।
अर्थ -हे भगवान । मेरा काम गरीबों की भलाई के लिए हो तथा मेरा काम पीड़ितों एवं बूढों से प्रेम करना हो ।
मेरे अल्लाह बुराई…………………. चलाना मुझको ।
अर्थ – हे मेरे अल्लाह ! मुझको बुराई से बचाना तथा अच्छे मार्ग पर मुझको अग्रसर करना ।
शब्दार्थ –
लब = होंठ । दुआ = प्रार्थना । जीनत = शोभा । इल्म = शिक्षा । हिमायत = भलाई । मुहब्बत = प्यार , लगाव । चमन = फुलवारी । जइफो = वृद्धों । नेक = अच्छा । या – रव हे ईश्वर ।
प्रश्न – अभ्यास
पाठ से
1. आपको यदि अल्लाह / ईश्वर से कुछ मांगने की जरूरत हो तो आप क्या – क्या मांगेगे ?
उत्तर– हम अल्लाह / ईश्वर से ज्ञान , विद्या , आरोग्यता तथा परोपकार की भावना की मांग करेंगे ।
2. कविता में संसार को बेहतर बनाने की कामना मुखर हुई है । इन कामनाओं को अपने शब्दों में लिखिए ।
उत्तर — हे ईश्वर मुझसे मेरे वतन की शोभा बढ़े । जिस तरह फूल खिलकर फूलवारी की रौनक को बढ़ा देता है । मैं अपने दम पर दुनिया को अज्ञानता को दूर कर दूं । मैं अपने कर्म से हरेक क्षेत्र में खुशी ला हूँ ।
पाठ से आगे
1. अल्लाह बुराई से बचाना मुझको तथा नेक राह में चलने की शक्ति प्रदान करना – नज्य की किन पंक्तियों में ऐसा भाव स्पष्ट किया गया है ? नज्म की उन पंक्तियों को लिखिए ।
उत्तर — मेरे अल्लाल बुराई से बचाना मुझको । नेक जो राह हो , उस राह पे चलाना मुझको ।।
2. आपके घर में या पड़ोस में बुजुर्ग होंगे , आप उनकी देखभाल कैसे करना चाहेंगे ? उल्लेख कीजिए ।
उत्तर – हमारे घर या पड़ोस में जो बुजुर्ग हैं मैं उनकी देखभाल उनकी सेवा तथा जरूरत की चीजें को पूरा करके करूँगा ।
3. अल्लाह और ईश्वर में कोई फर्क नहीं है इस बात से आप कहाँ तक सहमत हैं ? स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर – अल्लाह या ईश्वर एक ही का नाम है । इस बात से हम पूर्ण रूप से सहमत दोनों नाम भगवान के पर्यायवाची मान लेना चाहिए ।
4. व्याख्या कीजिए
( क ) जिन्दगी हो मेरी परवाने की सूरत या रब । इल्म की शम्अ से ही मुझको मुहब्बत या- रब ।
उत्तर – प्रस्तुत नज्म हमारे पाठ्य पुस्तक किसलय भाग -3 के ” बच्चे की दुआ ‘ पाठ से लिया गया है जिसके गायक हैं- ” मो . इकबाल ” । इस नज्मे में बच्चे भगवान से प्रार्थना करते हैं कि हे ईश्वर ! मेरी जिन्दगी परोपकार के लिए हो । शिक्षा प्राप्ति से मुझे मुहब्बत हो ।।
( ख ) हो मेरे दस से यूं ही मेरे वतन की जीनत । जिस तरह फूल से होती है चमन की जीनत ।
उत्तर – प्रस्तुत नज्मे हमारे पाठ्य पुस्तक ” किसलय भाग -3 ” के ” बच्चे की दुआ ” पाठ से लिया गया है । यह पाठ मो . इकबाल की रचना है । इस नज्म में कहा गया है कि हे प्रभो ! मैं अपने बल पर दुनिया की शोभा बढ़ा दूं । जैसे फूल से फूलवारी की शोभा बढ़ जाती है ।
( ग ) मेरे अल्लाह खुराई से बचाना मुझको । नेक जो राह हो , उस राह पे चलाना मुझको ।
उत्तर – प्रस्तुत नज्मे हमारे पाठ्य पुस्तक ” किसलय भाग -3 ” के ” बच्चे की दुआ ” पाठ से लिया गया है । यह पाठ मो . इकबाल की रचना है इस नज्म में बच्चे भगवान से प्रार्थना करते हैं कि हे मेरे अल्लाह / ईश्वर मुझे बुराई से बचाना तथा जो नेक राह हो उसी राह पर चलाने की कृपा करना ।
इन्हें भी जानिए
1. पाठ में अनेक शब्द दिए गए हैं , जिनमें नुक्ते का प्रयोग है । उर्दू के विभिन्न वर्गों के नीचे बिंदु का प्रयोग होता है । इन्हें नुक्ता कहते हैं । नुक्ते का प्रयोग पाँच वर्षों में होता है – क , ख , ग , ज , फ । इनके चलते अर्थों में बदलाव आ जाता है । जैसे पाठ से ऐसे शब्दों को चुनकर लिखिए जिसके नीचे नुक्ता लगा है ?
उत्तर — जिन्दगी । खुदाया । जीनत । गरीबों । जईफो ।
गतिविधि
1. इस कविता से मिलती – जुलती और भी कविताएँ या गीत आपने सुनी होंगी , उन्हें कक्षा में सुनाइए । उत्तर – छात्र स्वयं करें ।।।