Yashwant Sinha | यशवंत सिन्हा
यशवंत सिन्हा
जन्म: 15 जनवरी 1937, पटना, बिहार
कार्य क्षेत्र: राजनेता, पूर्व विदेश मंत्री, पूर्व वित्त मंत्री
यशवंत सिन्हा एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। नौकरशाह से राजनेता बने यशवंत सिन्हा को लोग भारतीय अर्थव्यवस्था के परिवर्तक मानते हैं। अपने राजनैतिक जीवन के दौरान वे एक चरित्रवान और सज्जन व्यक्ति के रूप में जाने गए जिन्होंने कभी भी तुच्छ राजनीति नहीं की। एक प्रभावशाली नौकरशाही जीवन व्यतीत करने के बाद यशवंत सिन्हा ने जनता दल के टिकट पर भारतीय राजनीति में प्रवेश किया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में प्रवक्ता और विदेश मंत्री के तौर में काम किया। वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त मंत्री भी रहे। उन्होंने कई अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों और सामाजिक और राजनैतिक प्रतिनिधि मंडल में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। वे सन 1970 के दशक में जय प्रकाश नारायण के समाजवादी आन्दोलन से बहुत प्रभावित हुए। भारत-फ्रांस संबंधों में उनके योगदान के लिए उन्हें सन 2015 में फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘लीजन ऑफ़ ऑनर’ प्रदान किया गया।
प्रारंभिक जीवन
यशवंत सिन्हा का जन्म 15 जनवरी 1937 को बिहार की राजधानी पटना में एक कायस्थ परिवार में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा पटना में ही हुई। इसके पश्चात सन 1958 में उन्होंने राजनीति शाष्त्र में स्नातकोत्तर किया। इसके बाद उन्होंने सन 1960 तक पटना विश्वविद्यालय में इसी विषय का अध्यापन किया। सन 1960 में ही उनका चयन प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सीवा के लिए हो गया। अगले 24 सालों तक उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दीं।
नौकरशाह के तौर पर
यशवंत सिन्हा ने भारतीय प्रशासनिक सेवा में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। अपने 24 साल के लम्बे कार्यकाल में उन्होंने कई प्रतिष्ठित पदों पर कार्य किया। सिन्हा ने 4 वर्ष तक बतौर उप प्रभागीय न्यायाधीश और न्यायाधीश भी काम किया। उन्होंने दो साल तक बिहार सरकार के वित्त मंत्रालय में बतौर सचिव और उप सचिव काम किया और उसके बाद भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय में उप सचिव के पद पर नियुक्त किये गए। 1971 से 1974 तक वे बोन, जर्मनी, के भारतीय दूतावास में पहले सचिव नियुक्त किये गए। 1973-1974 के दौरान उन्होंने फ्रेंकफ़र्ट में भारतीय महावाणिज्यदूत के पद पर कार्य किया। करीब 7 साल तक इस पद पर काम करने के बाद उन्हें विदेश व्यापार और भारत के यूरोपीय आर्थिक संघ से रिश्तो के विषय में बहुत निपुणता प्राप्त हो गयी। इसके बाद उन्होंने बिहार सरकार के औद्योगिक अवसंरचना विभाग और भारत सरकार के उद्योग मंत्रालय में भी पदभार संभाला जहाँ पर उन्होंने विदेशी व्यावसायिक सहयोग, तकनीक आयात और औद्योगिक समजौते से सम्बंधित कई कार्य किए। उनहोने 1980-84 के दौरान भारत सरकार के भूतल परिवहन मंत्रालय में संयुक्त सचिव का पद संभाला और बंदरगाह, पोत परिवहन और सड़क परिवहन के सम्बंधित मामलों पर काम किया। 1970 के दशक में जय प्रकाश नारायण के समाजवादी आन्दोलन से यशवंत सिन्हा काफी प्रभावित हुए थे।
राजनैतिक जीवन
1984 में यशवंत सिन्हा ने भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफ़ा दे दिया और जनता पार्टी में शामिल हो गए। 1986 में उन्हें पार्टी का अखिल भारतीय महासचिव और सन 1988 में राज्यसभा सदस्य चुना गया। 1989 में जनता दल के निर्माण के पश्चात उन्हें पार्टी का महासचिव बनाया गया। 1990-1991 के दौरान वे चंद्रशेखर सरकार में वित्त मंत्री बनाये गए। 1996 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी का प्रवक्ता बनाया गया। यशवंत सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मार्च 1998 से मई 2002 तक वित्त मंत्री रहे और बाद में 2004 के अंत तक विदेश मंत्री रहे। यशवंत सिन्हा सन 2004 के लोकसभा चुनाव में अपने चुनाव क्षेत्र हजारीबाग, बिहार (अब झारखण्ड) से हार गए। उन्होंने सन 2005 में संसद में पुनः प्रवेश किया और सन 2009 में बीजेपी उपाध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दे दिया।
योगदान
सरकार की कुछ प्रमुख नीतिओ और प्रस्तावों को ख़ारिज करने के चलते आचोलचना होने के बावजूद यशवंत सिन्हा ने जो आर्थिक सुधार किये और जो कदम उठाये उस के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था को सही दिशा मिली। इस में व्याजदरो में कटौती, बंधक ब्याज पर कर कटौती, दुरसंचार क्षेत्र को मुक्त करना, पेट्रोलियम व्यवसाय को नियंत्रण मुक्त करना और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का निधिकरण शामिल थे। उन्होंने अंग्रेजों की शाम 5 बजे भारतीय बजट पेश करने 53 वर्ष पुरानी परंपरा को तोड़ दिया। यह परंपरा ब्रिटीशर्स ने अपनी सहूलियत के मुताबिक शुरू की थी। यशवंत सिन्हा को आंतर्राष्ट्रीय समझौतों में उनकी काबिलियत के लिए एवं सामाजिक व् राजनैतिक प्रतिनिधित्व के लिए हमेशा याद किया जाएगा। यशवंत सिन्हा ने वित्त मंत्री रहेते हुए अपने अनुभवों के विषय में एक किताब भी लिखी है, जिसका शीर्षक है ‘कॉन्फेशन ऑफ़ अ स्वदेशी’।
टाइम लाइन (जीवन घटनाक्रम)
1937: पटना, बिहार में जन्म
1958: पटना विश्व विद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोतर की उपाधि ली
1960: प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन
1971–73: भारतीय दूतावास, बोन, जर्मनी में सबसे पहले सचिव बने
1973-74: फ्रंक्फर्ट में भारतीय महावाणिज्यदूत के पद पर काम किया
1980-84: भूतल परिवहन मंत्रालय में संयुक्त सचिव का पद संभाला
1984: भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफ़ा दिया और सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया
1986: जनता पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव बनाये गए
1988: राज्यसभा में चुने गए
1989: जनता दल के अखिल भारतीय महासचिव चुने गए
1990-1991: चंद्रशेखर सरकार में वित्त मंत्री बने
1996: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने
1998-02: अटल बिहारी वाजपयी सरकार में वित्त मंत्री रहे
1002-04: अटल बिहारी सरकार में विदेश मंत्री बनाये गए
2004: हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र से चुनाव हारे
2009: बीजेपी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दिया