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Typhoid Fever | टाइफाइड

टाइफाइड Typhoid आंत्र ज्वर | कारण | लक्षण | बचाव | उपाय Typhoid Fever Reason in Hindi

टाइफाइड एक गंभीर कही जाने वाली बीमारी है. WHO वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार पूरी दुनिया में हर साल तक़रीबन 11 से 20 मिलियन लोग टाइफाइड के शिकार बनते है, और उनमें से करीब 1,28,000 से 1,61,000 लोगों की मौत होती है. भारत और अन्य विकासशील देशों में यह रोग एक गंभीर समस्या है. टाइफाइड उन इलाकों में ज्यादा पाया जाता है जहा दूषितं खाना और दूषित पानी का उपयोग हो रहा हो.

टाइफाइड फीवर के कारण (Typhoid Fever Reason in Hindi)

टाइफाइड बुखार एक जानलेवा संक्रमण है जो जीवाणु “साल्मोनेला टाइफी (Salmonella Typhi)” के कारण होता है. यह जीवाणु केवल मनुष्य में पाए जाते है अन्य कोई प्राणियों में नहीं. टाइफाइड की बीमारी आमतौर पर दूषित या संक्रमित भोजन या पानी से फैलता है। इसके बेक्टेरिया इन्सान के मल और मूत्र द्वारा भी फेल सकता है.

टाइफाइड से संक्रमित व्यक्ति को कुछ दिनों तक कोई लक्षण नही दीखते जिसकी वजह से उनको नही पता होता की उन्हें अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है. यदि वें अपने हाथ ठीक से नही धोते हैं, तो टाइफाइड के बेक्टेरिया भोजन या पानी में स्थानांतरित हो सकते है. और वहा से किसी दुसरे व्यक्ति में स्थानांतर हो सकते है. दूषित हाथ के कारण बेक्टेरिया डायरेक्ट दुसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है. लगभग 3% -5% लोग तीव्र बीमारी के बाद टाइफाइड बैक्टीरिया के वाहक बन जाते हैं। दूसरों को बहुत हल्की बीमारी होती है जो मुश्किल से पहचानी जाती है.

टाइफाइड फीवर के लक्षण (Typhoid Fever Symptoms in Hindi)

आमतौर पर टाइफाइड के लक्षण संक्रमण के 1 या 2 सप्ताह बाद दिखाई देते हैं लेकिन दिखने में 3 सप्ताह तक का समय लग सकता है. टाइफाइड आमतौर पर उच्च, निरंतर बुखार का कारण बनता है, अक्सर 40 ° C (104 ° F) तक का बुखार रहता है. और अत्यधिक थकावट भी महसूस होती है. कुछ मरीजो को विशेष रूप से गर्दन और पेट पर गुलाबी रंग के धब्बे नजर आते है.

अन्य लक्षणों:

  • कमजोरी
  • कब्ज
  • खांसी
  • सरदर्द
  • भूख में कमी
  • पेट दर्द
  • गले में खराश
  • पेट में सूजन

दुर्लभ लक्षणों:

  • मलाशय से रक्तस्राव
  • प्रलाप (delirium)
  • दस्त
  • छाती और पेट पर अस्थायी गुलाबी धब्बे

टाइफाइड के उपाय व् बचाव (Typhoid Fever Treatment in Hindi)

टाइफाइड, संक्रमित मानव मल के संपर्क और अंतर्ग्रहण से फैलता है। यह एक संक्रमित जल स्रोत या भोजन को संभालने के दौरान हो सकता है. टाइफाइड संक्रमण की संभावना को कम करने में मदद करने के लिए निम्नलिखित कुछ सावधानियाँ रखी जा सकती है.

  • ट्रेवलिंग के दोरान बोतलबंद पानी पीना चाहिए
  • यदि बोतलबंद पानी न मिल सके, तो सुनिश्चित करें कि पानी उबला हुआ हो और कम से कम एक मिनट तक उबाला गया हो.
  • यदि खाना दुसरों के द्वारा बनाया गया हो तो उसे अच्छी तरह चेक करें वहा सफाई का ध्यान रखा गया हो.
  • स्ट्रीट फूड स्टैंड पर खाने से बचें, और केवल वही खाना खाएं जो गर्म हो.
  • किसी ड्रिंक में बाहरी बर्फ का इस्तेमाल नही करना चाहिए.
  • कच्चे फल और सब्जियों को खुद छीलें, और छिलका न खाएं.

टाइफाइड का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं के साथ भी किया जाता है, जो आमतौर पर एक सप्ताह से भी कम समय में लक्षणों को साफ करता है. मल त्याग के बाद सावधानी से हाथ धोना और भोजन से पहले हाथ धोने से टाइफाइड के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी. इसके बेक्टेरिया वाहक व्यक्ति को 4 से 6 सप्ताह तक एंटीबायोटिक दवाओं के साथ इलाज किया जा सकता है. और टाइफाइड की मुह से और इंजेक्शन से दी जाने वाले दो टिके (Vaccines) भी मोजूद है.

कोई भी कदम उठाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरुर ले

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