Dr Ranjit kumar Singh , IAS Biography in Hindi
Dr Ranjit kumar Singh , IAS Biography in Hindi
गुजरात कैडर के IAS डॉ. रणजीत सिंह वैशाली जिले के मूल निवासी हैं. डॉ रंजीत कुमार सिंह आईएएस का जन्म 7 FEBURARY 1980 को वैशाली के एक छोटे से गांव देसरी ,बिहार में हुआ है। वे एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं। इनका प्रारम्भिक शिक्षा गांव में ही संपन्न हुआ , एवं स्तानक की डिग्री पटना विश्वविधालय से प्राप्त किया। उनहोने पीएचडी की भी डिग्री ली। फिर उनहोने सिविल सर्विस की तयारी करने लगे और 2008 में उनहोने UPSC की परीक्षा पास की।
उन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवा IAS , में भर्ती मिली और उनको गुजरात कैडर को सौप दिया गया था। गुजरात में रहते हुए इन्होने नर्मदा जिले को गुजरात का पहला खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) जिला करवा, लिम्का बुक में अपना नाम दर्ज करवा चुकें हैं| इस कारण इन्हें गुजरात रत्ना से भी सम्मानित किया जा चुका है| बाद में वे अपने मूल राज्य बिहार लौट आए और उन्हें सीतामढ़ी के 37 वें DM के रूप में नियुक्त किया गया। जहाँ उनहोने बहुत सारे विकास कार्यो का निरिक्षण किया और सीतामढ़ी को राज्य का पहला ODF जिला बना दिया।
Dr Ranjit Kumar Singh IAS Biography, Age, Height, Weight, Family, Wife
Real Name | Dr Ranjit Kumar Singh IAS |
Nickname | Dr Ranjit |
Profession | Indian IAS Officer |
Famous For | IAS Officer 2008 |
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Wife | Misa Singh |
QUALIFICATION OF RANJIT SINGH IAS
IAS RANJIT SINGH WIFE NAME
DR रंजीत कुमार सिंह आईएएस बिहार के वैशाली जिले के मूल निवासी हैं ,दिसंबर 2020 में उनका विवाह प्रेमिका के साथ अरेंज मैरिज हुआ है ,उनके पत्नी का नाम मीसा सिंह है , जो एक राज्य प्रशासनिक अधिकारी भी हैं।
आईएएस अधिकारी रंजीत सिंह एवं उनकी पत्नी मीसा सिंह (एक प्रशासनिक अधिकारी ) |
Dr Ranjit Kumar Singh IAS Instagram/Twitter/Wikipedia
पूर्व में प्राथमिक शिक्षा विभाग के निदेशक के रूप में कार्यरत थे ,परन्तु अभी पंचायतीराज विभाग में निदेशक के रूप में कार्यरत है। आईएएस रंजीत सिंह पटना में सुपर 50 नमक इंस्टिट्यूट चलाते हैं जहाँ उनहोने कई प्रतियोगी परीक्षाओ के लिए 1700 से अधिक उम्मीदवारों को मुफ्त में परिशिक्षित किया है। उनके पास हमेशा देश की सेवा करने और उन लोगो को शिक्षित करने की दृष्टि रहती है जो शिक्षा का खर्च नहीं उठा पा रहे हैं.अपनी पोस्टिंग होने के बाद उनहोने गरीबो को कई तरह की सेवा की है। उनहोने देश को दिखा दिया की आईएएस अधिकारी सिर्फ पैसा कमाने के लिए नहीं बल्कि लोगो की सेवा करने के लिए भी होते हैं। जनता भी उनको होनी सुपर मैन के रूप में देखना चाहती है। वे ड्यूटी के दौरान ग्राउंड लेवल से निरिक्षण करना पसंद करते हैं। उनको अपने कार्यो के लिए बहुत सरे अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है।