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Bihar Board Class 6th Social Science History Solutions Chapter 6 जीवन के विभिन्न आयाम

Bihar Board Class 6th Social Science History Solutions Chapter 6 जीवन के विभिन्न आयाम

Bihar Board Class 6th Social Science जीवन के विभिन्न आयाम Text Book Questions and Answers

Notes

पाठ का सारांश

  • राजत्व की दैवी उत्पत्ति के सिद्धांत की चर्चा उत्तर वैदिक काल के साहित्य में मिलती है।
  • ऋग्वेद के परवर्तीकालीन (अंत के समय में) पुरुष सूक्त में ब्राह्मण, राजन्य (क्षत्रिय), वैश्य एवं शूद्र, अर्थात चार वर्ण, की कल्पना की गई।
  • उत्तर वैदिक काल स्पष्टतः वर्ण व्यवस्था पर आधारित था।
  • वैदिक काल में शिक्षा मौखिक रूप से दी जाती थी, शिक्षार्थियों से वेदों के मूल पाठ को कंठस्थ करवाया जाता था।
  • विद्यार्थियों को गुरु के आश्रम में 12 वर्षों तक रहना पड़ता था।
  •  वेद चार हैं-ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद तथा अथर्ववेद।
  • वेद को श्रुति (सुना हुआ) भी कहते हैं।
  • वेद की भाषा को प्राक् संस्कृत या वैदिक संस्कृत कहते हैं।
  • संस्कृत भाषा भारोपीय (भारत-यूरोप) भाषा वर्ग का अंग है।
  • भारत की अनेक भाषाएँ- असमिया, गुजराती, हिन्दी, कश्मीरी और सिंधी तथा यूरोप की बहुत-सी भाषाएँ जैसे-अंग्रेजी, फ्रांसीसी, जर्मन, ग्रीक (यूनानी) स्पैनिश आदि इसी परिवार से जुड़ी हुई है। इन्हें भाषा परिवार इसलिए कहा जाता है क्योंकि उनके अनेक शब्द एक जैसे थे।
  • वैदिक साहित्य के आधार पर वैदिक युग को दो कालखंडों में विभाजित
    किया जाता हैऋग्वैदिक युग (1500 B.C. से 1000 B.C.) एवं उत्तर वैदिक युग (1000 B.C. से 600 B.C.)
  • वैदिक आर्य कई समूहों में भारत आये।
  • ऋग्वेद में आर्य निवास स्थल के लिए सप्तसैन्धवः शब्द का प्रयोग किया गया है।

अभ्यास

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न (क) वेदों की कुल संख्या कितनी है ?
(i) 3
(ii) 4
(iii) 5
(iv) 8
उत्तर- (ii) 4

प्रश्न (ख) पुरुषसुक्त का उल्लेख किस वेद में है ?
(i) ऋग्वेद
(ii) सामवेद
(iii) यजुर्वेद
(iv) अथर्ववेद
उत्तर- (i) ऋग्वेद

प्रश्न (ग) ऋग्वैदिक काल का प्रमुख व्यवसाय क्या था?
(i) कृषि
(ii) पशुपालन
(iii) शिल्प
(iv) उद्योग
उत्तर- (i) कृषि

प्रश्न (घ) इनामगाँव किस राज्य में स्थित है?
(i) बिहार
(ii) उत्तर प्रदेश
(iii) पजाब
(iv) महाराष्ट्र
उत्तर- (iv) महाराष्ट्र

II. खाल स्थान भर

  1. का विस्तार बिहार के ………….. नदी तक था।
  2. यस प्राचीन वद ……………… है। ।
  3. वदिक आय ………. अनाज पैदा करत या
  4. इनामगाँव एक …………….. बस्ती है।
  5. वैदिक कबीले के प्रधान को …………… कहा जाता था।

उत्तर-

  1. आर्यों का विस्तार बिहार के गंडक नदी तक था।
  2. सबसे प्राचीन वेद ऋग्वेद है।
  3. ऋग्वैदिक आर्य ‘यव’ अनाज पैदा करते थे।
  4. इनामगाँव एक ताम्रपाषाण बस्ती बस्ती है।
  5. वैदिक कबीले के प्रधान को सरदार कहा जाता था ।

III. अपने उत्तर “हाँ” या “नहीं ” में, दें :

  1. ऋग्वैदिक आर्य पशुपालन करते थे। – (हाँ)
  2. आर्यों के जीवन में गाय एवं घोड़ा का महत्वपूर्ण स्थान था। – (हाँ)
  3. वैदिक क्षेत्र तमिलनाडु तक विस्तृत था। – (नहीं)
  4. आर्य लोग नगरों में निवास करते थे। – (नहीं)
  5. इनामगाँव के लोग मृतकों को जला देते थे। – (हाँ)

IV. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखें।

प्रश्न (क) वेदों के नाम लिखें
उत्तर-
ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद, अथर्ववेद

प्रश्न (ख) आर्य लोग भारत के किन-किन क्षेत्रों में निवास करते थे ?
उत्तर-
आर्य लोग भारत के पंजाब, गंगा और यमुना के क्षत्रों तथा बिहार के गंडक नदी के क्षेत्र तक निवास करते थे।

प्रश्न (ग) उत्तरवैदिक कालीन समाज का उल्लेख करें।
उत्तर-
उत्तरवैदिक काल में लोग सबसे ज्यादा कृषि पर ध्यान देते थे। जनपदों का उदय हुआ। लोग खेती करते थे, चावल, गेहें जो मुख्य था। व्यवसाय जिनमें धातुकर्म, धातुशोधन, रथकार, स्वर्णकार, कुम्हार ये व्यापारी थे। धार्मिक आस्थाएँ थीं। ब्राह्मणों द्वारा यज्ञ अनुष्ठान होता था। ब्राह्मणों का बोल-वाला था। ऊँच-नीच का भेद-भाव था।

प्रश्न (घ) इनामगाँव के लोग मृतकों का अंतिम संस्कार किस प्रकार करते थे । प्रकाश डालें।
उत्तर-
इनामगाँव की ताम्रपाषाण संस्कृति के लोगों का सबस रोचक पहलू मृतकों को दफन करने का तरीका था । सामान्यतः मृतका को मिट्टी के बर्तनों के साथ दफनाया जाता है, जिनमें शायद खान-पान की वस्तुएं रखी होती थीं। कडा में मृतक के साथ औजार एव हाधयार गहने आदि भी खुदाई में मिल है।

V. आओ चर्चा करें

प्रश्न (1) आर्य जिन देवताआ की पूजा करत थ उनम कुछ की सूची बनायें तथा यह बताये कि इनमें किन-किन देवताओं को पूजा आजकल की जाती ?
उत्तर-
हन्द्र, वरूण, आदिती. अग्नि, सोम, सूर्य वाय देवा-वदता का पूजा करता है
इन् वरुण, अग्नि. सूर्य की पूजा आज माहाता है।

प्रश्न (2) ऋग्वैदिक आयं खेती नही करते । इसक कारण बताय।
उत्तर-
ऋग्वैदिक काल में आर्य खेती नहीं करते थे। इसका कारण है कि व पशुपालन पर ज्यादा ध्यान देते थे, पशुआ के भोजन के लिए वे एक जगह पर ज्यादा दिन तक ठहर नहीं पाते। बार-बार स्थान बदलना पडता, यही मुख्य कारण था।

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