bihar board class 12 geography | परिवहन तथा संचार
bihar board class 12 geography | परिवहन तथा संचार
[ Transport and Communication ]
भौगोलिक शब्द तथा परिभाषाएँ
◆परिवहन (Tranport)-एक स्थान से दूसरे स्थान तक माल का लाना व ले जाना अथवा
सवारियों का आना-जाना परिवहन कहलाता है ।
◆पृष्ठ प्रदेश (Hinterland)-पत्तन के आस-पास का वह स्थल क्षेत्र जिसकी उत्पादित
वस्तुएँ उस पत्तन से निर्यात की जाती हैं तथा आयातित वस्तुएँ उस क्षेत्र में वितरित की जाती
◆वेबसाइट (Website)-कम्प्यूटर के विश्वव्यापी जाल (वेब) में किसी भी वांछित सूचना
को प्राप्त करना ।
◆स्वर्ण चतुष्कोण परम राजमार्ग (Golden Quadrangle Super Highways)-निर्माणाधीन छः गलियों के परम राजमार्ग जो देश के एक भाग को दूसरे भाग से जोड़ते हैं, ।
◆संचार (Communication)-समाचार अथवा विचारों का एक स्थान से दूसरे स्थान को
भेजना संचार कहलाता है ।
◆राष्ट्रीय महामार्ग (National Highways)-वे सड़के जो राज्यों की राजधानी को मिलाती
हैं, राष्ट्रीय महामार्ग कहलाती हैं।
◆ राज्य माहमार्ग (State Highways)-अपने राज्य के अन्दर प्रमुख नहरों को मिलाने वाली
सड़के राज्य महामार्ग कहलाती हैं ।
◆पत्तन (Port)-पत्तन से तात्पर्य उन तटीय स्थलों से है जहाँ जलयान अपनी यात्रा आरम्भ
करते हैं तथा जहाँ आकर अपनी यात्रा समाप्त करते हैं।
◆सड़कों का घनत्व (Density of Roads)-प्रति 100 वर्ग कि. मी. क्षेत्रफल के अनुपात में
सड़क मार्ग की लम्बाई को सड़क का घनत्व कहते हैं ।
◆परिवहन तंत्र की एकताकारी भूमिका-एकीकृत और समन्वित परिवहन का जाल
सामाजिक दूरियों, राजनीतिक विखण्डन और आर्थिक अलगाव को कम करता है । यह
समाज, राज्यतंत्र और अर्थव्यवस्था की अभिकेन्द्री शक्तियों को मजबूत करता है और
अपकेन्द्री शक्तियों को कमजोर करने में सहायता करता है।
पाठ के कुछ तथ्य
◆सबसे बड़ा सरकारी प्रतिष्ठान-भारतीय रेल
◆रेल मार्गों की कुल लम्बाई-63122 किमी.
◆भारतीय रेलवे के कुल स्टेशन-6856
◆उत्तर रेलवे का मुख्यालय-नई दिल्ली।
◆किसी देश की अर्थव्यवस्था के मापदण्ड होते हैं-परिवहन के साधन ।
◆भारत में रेलों का प्रारम्भ हुआ-16 अप्रैल, 1853
◆भारतीय रेल में कर्मचारियों का संख्या-लगभग 16 लाख ।
◆बड़ी लाइन अथवा ब्रॉड गेज में पटरियों के बीच की दूरी-1.676 मी.
◆2002-03 में देश में कुल सड़कों की लम्बाई-33.2 लाख किमी.
◆भारत के चार वृहत नगरों को जोड़ने वाला छ: लेनों का निर्माणाधीन महामार्ग
-स्वर्णिम कचतुष्कोण सुधार महामार्ग
◆भारत में संसार की सबसे ऊँचाई पर बना महत्त्वपूर्ण सड़क मार्ग-लेह-मनाली सड़क मार्ग।
एन. सी. ई. आर. टी. पाठ्यपुस्तक एवं कुछ अन्य परीक्षोपयोगी प्रश्न
अति लघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer Type Question)
प्रश्न 1. भारतीय रेल के विभिन्न गेजों के नाम बताएँ ।
(Name the different gauges of Indian Railways.)
उत्तर-(i) ब्रॉड गेज या चौड़ी लाइन (Broad gauge)-इसमें पटरियों के बीच की दूरी
1.675 मीटर होती है।
(ii) मीटर गेज या छोटी लाइन (Metre gauge)-इसमें पटरियों के बीच की दूरी 1 मीटर
होती है।
(iii) नैरो गेज अथवा संकरी लाइन (Narrow gauge)-इसमें पटरियों के बीच की दूरी
0.762 मीटर होती है।
प्रश्न 2. भारत में परिवहन के प्रमुख साधन कौन से हैं ?
(What are the modes of transport ?)
उत्तर-भारत में परिवहन के प्रमुख साधन निम्नलिखित है-1. सड़क परिवहन (Road
Transport) 2. रेल परिवहन (Rail Transport) 3. जल परिवहन (Water Transport) 4.वायु परिवहन (Air Transport)
प्रश्न 3. स्वर्णिम चतुष्कोण किसे कहते हैं ?
(What is the Golden Quadrangle ?)
उत्तर-छ: गलियों वाले निर्माणाधीन भारत सरकार की महत्त्वाकांक्षी परम राजमार्ग
परियोजना । यह देश के चार महानगरों को जोड़ते हैं । ये हैं-दिल्ली-मुम्बई-चेन्नई-कोलका ता ।
प्रश्न 4. दो राष्ट्रीय जलमार्गों के नाम बताएँ ।
(Name two national waterways.)
उत्तर-राष्ट्रीय जलमार्ग नं. 1- गंगा-भागीरथी-हुगली नदी तंत्र इलाहाबाद-हल्दिया मार्ग ।
राष्ट्रीय जलमार्ग नं. 2 – ब्रह्मपुत्र नदी का सादिया-धुबरी मार्ग ।
राष्ट्रीय जलमार्ग नं. 3 – दक्षिण भारत में पश्चिमी तट नहर जल मार्ग
प्रश्न 5. पाइपलाइन परिवहन के दो लाभ बताएँ।
(Mention two advantages of pipeline.)
उत्तर-पाइप लाइन परिवहन के लाभ निम्नलिखित हैं-
1. पाइपलाइन ऊबड़-खाबड़ भूमि और पानी के नीचे भी बिछाई जा सकती है।
2. एक बार पाइपलाइन बिछाने पर लागत आती है। उसके बाद पेट्रोल एवं प्राकृतिक गैस
जैसे पदार्थों को बहुत कम खर्च पर एक स्थान से दूसरे स्थान की ओर भेजा जा सकता है ।
3. पाइपलाइन सड़क परिवहन एवं रेलों के भार को कम कर देती है जिससे रेलों द्वारा अन्य
पदार्थों की ढुलाई आसान हो जाती है।
4. इसके संचालन व रख-रखाव में बहुत कम लागत आती है।
प्रश्न 6. स्वर्णिम चतुष्कोण मार्ग की विशेषताएँ लिखें।
(Mention the features of Golden Quadrangle.)
उत्तर-विशेषताएँ-1. इन्हें परम राजमार्ग कहते हैं । यह छः लेन के होंगे जिनमें यातायात
बिना किसी रुकावट के चलता रहेगा।
2. इन राजमार्गों के बन जाने से महानगरों के बीच की दूरी कम हो जाएगी ।
3. इन्हें बनाने का उत्तरदायित्व राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण को दिया गया है, परन्तु पूँजी निजी
क्षेत्र से प्राप्त करने का प्रावधान है ।
4. इनके बन जाने से राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय बाजारों को प्रोत्साहन मिलेगा ।
लघु उत्तरीय प्रश्न (ShortAnswer Type Question)
प्रश्न 1. ‘संचार’ से आपका क्या तात्पर्य है ?
What do you mean by communication ?
उत्तर-एक स्थान से दूसरे स्थान को संदेश भेजने अथवा सूचना भिजवाने की व्यवस्था को
संचार कहते हैं । इस प्रकार संचार संदेशों के आदान-प्रदान की प्रक्रिया है ।
प्रश्न 2. भारत में वायु परिवहन के क्षेत्र में ‘एयरइंडिया’ तथा ‘इंडियन’ के योगदान की
विवेचना करें।
(Discuss the contribution of Air India and Indian Air lines in the air
transport of India.)
उत्तर-भारत में वायु यातायात का आरम्भ 1911 में हुआ जो इलाहाबाद और नैनी के मध्य
आरम्भ हुआ । भारत में दो कम्पनियों द्वारा यातायात प्रमुख रूप से चलाया जाता है । ये हैं-एयर इंडिया और इंडियन एयर लाइन्स । एयर इंडिया अन्तर्राष्ट्रीय सेवा प्रदान करती है । वह विश्व के सभी प्रमुख नगरों को मिलाती है। 2005 में इसने 12.2 मिलियन यात्रियों तथा 4.8 मिलियन टन माल को ढोया ।
घरेलू उड़ानों में इंडिया एयर लाइन्स द्वारा 2005 में 24.3 मिलियन यात्रियों और 20 लाख
मिलियन टन माल को ढोया ।
प्रश्न 3. परिवहन किन क्रियाकलापों को अभिव्यक्त करता है ? परिवहन के तीन प्रमुख
प्रकारों के नाम बताएँ ।
(Transportation conveys some activity. What does it convey ? Name three major modes of transportation.)
उत्तर-परिवहन से विचार सूचनाएँ, यात्री तथा अन्य वस्तुयें आती जाती हैं । परिवहन द्वारा
मनुष्य, विभिन्न प्रकार की वस्तुओं तथा सूचनाओं एक स्थान से दूसरे स्थान को पर लाते एवं ले
आते हैं।
परिवहन के तीन साधन हैं-1. स्थल मार्ग 2. जल मार्ग तथा 3. वायु मार्ग ।
प्रश्न 4. पाइपलाइन परिवहन से लाभ एवं हानि की विवेचना करें।
Discuss the advantages and disadvantages of pipeline transportation.
उत्तर-पाइपलाइन से लाभ (Advantages)-
(i) सस्ता साधन-पाइप लाइन को बनाने के बाद इनके संचालन में बहुत कम गय होता है।
(ii) सुगम परिवहन-माल उतारने या लादने का झंझट नहीं ।
(iii) दुगर्म और ऊबड़-खाबड़ धरातल पर भी पाइप लाइन बनाना संभव ।
(iv) ऊर्जा की बचत होती है।
(v) समुद्र जल में भी पाइप लाइन बिछाना संभव है।
(vi) सुनिश्चित आपूर्ति-रेलों या ट्रक की तरह लेट होने की संभावना नहीं ।
(vii) समय की बचत होती है।
(viii) प्रदूषण का खतरा नहीं है।
हानियाँ (Disadvantages)-
(i) इसमें लोच नहीं है । एक बार बिछाने के बाद इसकी क्षमता में वृद्धि नहीं हो सकती ।
(ii) पाइप लाइन की सुरक्षा करना भी कठिन है।
(iii) भूमिगत पाइप लाइन की मरम्मत में कठिनाई आती है।
(iv) पाइप लाइन के टूट जाने में अधिक हानि की संभावना है।
प्रश्न 5. परिवहन भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए क्यों आवश्यक है ?
(Why is transport vital sector of the Indian economy ?)
उत्तर-लोगों के आवागमन और सामान की ढुलाई को सुविधाजनक बनाने के लिए परिवहन
की आवश्यकता होती है। यह यात्रियों और माल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने का
साधन है। परिवहन तंत्र देश की जीवन रेखा होता है। परिवहन तंत्र स्थानीय बाजारों को एक-दूसरे से तथा अन्तर्राष्ट्रीय बाजार से जोड़ता है। किसी देश का परिवहन जाल जितना अधिक विकसित होगा, उतनी ही सुदृढ़ वहाँ की अर्थव्यवस्था होती है।
प्रश्न 6. सड़क परिवहन के क्या लाभ हैं ?
(What are the advantages of road transport ?)
उत्तर-सड़क परिवहन के निम्नलिखित लाभ हैं-
1. सड़क परिवहन सीधा उपभोक्ता के घर तक ले जाता है ।
2. पहाड़ी, उबड़-खाबड़ और मरुस्थलों में भी सड़क बनाना संभव है।
3. बस, ट्रक आदि कहीं भी रुक कर माल अथवा सवारी उतार सकते हैं और ले जा सकते हैं।
4.शीघ्र नाशवान वस्तुओं जैसे-दूध, फल, सब्जियों को शीघ्र सड़क परिवहन द्वारा पहुँचाना
संभव है।
5. निर्माण और मरम्मत व्यय रेलों की तुलना में कम है ।
6. छोटी दूरियों के लिये सड़क मार्ग ही उपर्युक्त रहते हैं ।
7. सूखा और बाढ़ की स्थिति में सड़क के द्वारा रेलों की तुलना में पीड़ित क्षेत्रों तक पहुँचना अधिक संभव है।
8. सुरक्षा को सड़क सुदृढ़ बनाती है।
9. जनसम्पर्क सुविधा-सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक सम्पर्कों के लिए सड़के अधिक उपयोगी हाती हैं।
प्रश्न 7. सड़क परिवहन की क्या हानियाँ हैं?
(What are disadvantages of Road Transport.)
उत्तर-हानियाँ (Disadvantages)-
1. ये अधिक लम्बी दूरियों के लिये उपयोगी नहीं हैं।
2. अधिक भारी वस्तुयें जैसे लोहा, कोयला आदि सड़क द्वारा नहीं ढोया जा सकता है ।
3. सड़क परिवहन का रख-रखाव अधिक महंगा होता है।
4. सड़क पर यातायात बढने से दुर्घटनायें बहुत होने लगती हैं ।
5. पाानों के धुएँ से वायु प्रदूषण होता है।
6. माल व यात्री कम संख्या में ले जाये जाते हैं।
प्रश्न 8. चार राष्ट्रीय महामार्गों के नाम उनके टर्मिनल सहित बताएँ ।
(Name four national highways mentioning their terminals.)
उत्तर-1. राष्ट्रीय महामार्ग न. 1(National Highway no. 1)-इसे शेरशाह सूरी मार्ग
भी कहते हैं । यह दिल्ली और अमृतसर को जोड़ता है।
2. राष्ट्रीय महामार्ग न. 2(National Highwhy no.2) यह दिल्ली और कोलकाता को
जोड़ता है।
3. राष्ट्रीय महामार्ग न. 3 (National Highway no.3)—यह ग्वालियर और मुम्बई को
जोड़ता है।
4. राष्ट्रीय महामार्ग न. 4 (National Highway no. 4)—यह चेन्नई और थाणे को
जोड़ता है।
5. राष्ट्रीय महामार्ग न. 5 (National Highway no. 5) -यह पूर्वी तट के साथ बहरा
घोरा और चेन्नई के बीच है।
6. राष्ट्रीय महामार्ग न. 6 (National highway no. 6)—यह देश का दूसरा सबसे लम्बा
(1949 किमी.) महामार्ग है । यह महामार्ग कोलकाता से संबलपुर, नागपुर होते हुए धुले तक जाता है
7. राष्ट्रीय महामार्ग न. 7(National Highway no.7) देश का सबसे लम्बा (2369
किमी.) महामार्ग है जो वाराणसी से कन्याकुमारी तक जाता है ।
प्रश्न 9. यात्रियों और माल परिवहन में सड़कों की भागीदारी रेलों की अपेक्षा अधिक
बढ़ रही है । इस कथन की पुष्टि कीजिए तथा सीमावर्ती सड़कों के महत्त्व में दो बिन्दु दीजिए।
(The contribution of roadways increasing more in transport passengers
and freight than railways. Expl and give two points of the importances of border roads.)
उत्तर-कुल परिवहन के क्षेत्र में सड़कों की भागीदारी बढ़ रही है । 1993-94 में सड़कों
की 1500 अरब यात्री किलोमीटर थी जो रेलों से चार गुना अधिक थी । इस वृद्धि का मुख्य
कारण सड़कों के अपने अन्तर्निहित लाभ हैं । जैसे-
(i) सड़क परिवहन लचीला है । इसे कभी भी कहीं भी आरम्भ किया जा सकता है ।
(ii) यह दुर्गम क्षेत्रों को जोड़ता है।
(iii) यह द्वार से द्वार तक सेवा प्रदान करता है।
(iv) यह शीघ्र नाशवान वस्तुओं जैसे-दूध, फल, सब्जी आदि की ढुलाई आसानी से
करता है।
यात्रियों की संख्या के साथ वाहनों की संख्या में भी वृद्धि हुई है । 1950-51 की तुलना
में अब यात्रियों की संख्या 16 गुना बढ़ गई है और ट्रकों की संख्या में 33 गुना वृद्धि हुई है।
सीमावर्ती सड़कें (Border Roads)
(i) इन सड़कों ने दुर्गम क्षेत्रों में आवागमन को सुलभ बनाया है ।
(ii) इन सड़कों के बनने से सीमावर्ती क्षेत्रों के आर्थिक विकास में मदद मिलती है।
(iii) सुरक्षा कर्मियों को गन्तव्य स्थान तक पहुँचने तथा उन्हें सामान की निरन्तर आपूर्ति करने
में इन सड़कों का विशेष महत्त्व है ।
प्रश्न 10. यदि हम देश के प्रत्येक गाँव को पक्की सड़कों से जोड़ सकें तो इससे भारत का
आर्थिक विकास द्रुत गति से होने लगेगा । चार तर्को द्वारा इस कथन का औचित्य सिद्ध कीजिए।
(If we are able to provide surface roads to each and every village of the
country it will accelerate the economic development of India. Justify the statement with four arguments.)
उत्तर-यदि देश के प्रत्येक गाँव को पक्की सड़कों से जोड़ दिया जाए तो इससे भारत का
आर्थिक विकास द्रुत गति से होने लगेगा जो निम्न प्रकार है-
1. प्रत्येक गाँव बड़े नगरों से जुड़ जायेगा ।
2. गाँव के किसान अपनी उपज को सीधे बड़े नगरों के मंडियों में ले जा सकेंगे जिससे उन्हें
उनके उत्पाद का अधिक मूल्य मिल सकेगा ।
3. यात्रियों और माल के परिवहन में वृद्धि होगी जिससे व्यापार में वृद्धि तथा तेजी आएगी।
4. उपभोक्ता के घर तक सड़क परिवहन पहुँच सकता है जिससे उपभोक्ता को लाभ होगा।
प्रश्न 11. भारत के प्रमुख पत्तनों की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखिए । किन्हीं दो राज्यों
के नाम लिखिए जहाँ दो प्रमुख पत्तन हैं ।
(Mention two characterisics of major ports. Write the names of two states which have two ports.)
उत्तर-भारत में 12 प्रमुख पत्तन हैं-जिनमें मुम्बई, कोलकाता, चेन्नई, तूतीकोरन, विशाखापटनम
और कांडला आदि मुख्य हैं ।
भारत के प्रमुख पत्तनों की विशेषताएँ-
(i) ये बन्दरगाह प्राकृतिक और कृत्रिम दोनों हैं।
(ii) ये सभी औद्योगिक प्रदेशों से जुड़े हैं ।
मुम्बई तथा न्हावा शेवा महाराष्ट्र के दो बन्दरगाह हैं । तमिलनाडु में चेन्नई तथा तूतीकोरन
दो बन्दरगाह हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer Type Question)
प्रश्न 1 भारत में रेलमार्ग के विकास का विस्तृत वर्णन करें तथा उनका महत्त्व बताएँ।
(Give a detailed account of the development of railways in India and
highlight their importance)
उत्तर-भारतीय रेल 1853 में आरम्भ की गई जो मुम्बई से थाणे तक चली । यह भारत
सरकार का सबसे बड़ा प्रक्रम है । भारतीय रेलजाल की कुल लम्बाई 63221 किलोमीटर है।
भारतीय रेलवे प्रबन्धन 16 क्षेत्रों में विभाजित है । भारतीय रेल द्वारा ढोई जाने वाली मुख्य वस्तुयें हैं जो निम्न तालिका से प्रदर्शित की गई हैं-
PHOTO 1
रेल मार्गों में 16272 किलामीटर का विद्युतीकरण कर दिया गया है। भारतीय रेलमार्ग पर
प्रतिदिन 12670 रेलगाड़ियाँ दौडती हैं ।
भाप के इंजनों के स्थान पर विद्युत इंजन दौड़ने लगे हैं जिससे प्रदूषण नहीं होता । पर्यावरण
स्वच्छ रहता है।
मैट्रो रेल का प्रारम्भ हो गया है जो कोलकाता दिल्ली में चलाई जा रही है । मैट्रो के द्वारा
सी, एन, जी बसें चलाई जा रही हैं जो पर्यावरण हितैषी परिवहन है।
प्रश्न 2. भारत में परिवहन के प्रमुख साधन कौन-कौन से हैं ? इनके विकास को
प्रभावित करने वाले कारकों की विवेचना करें।
(Which are the chief means of transportation in India ? Discuss the factors affecting their development.)
उत्तर-भारत में परिवहन के प्रमुख साधन रेलमार्ग, सड़क मार्ग, जलमार्ग और वायुमार्ग हैं।
इनमें रेलमार्ग तथा सड़क मार्ग प्रमुख साधन हैं । इनके विकास का निम्नलिखित कारक प्रभावित करते हैं-
1. आर्थिक कारक (Economic factors)-परिवहन साधनों के विकास में आर्थिक
स्थिति को देखा जाता है । उन्हीं क्षेत्रों में इनका विकास किया जाता है जहाँ आर्थिक क्रियाएँ
विकसित रही हैं और वह क्षेत्र समृद्ध है ।
2. भौगोलिक कारक (Geographical factors)-भारत के उत्तरी मैदानों में रेल तथा
सड़क मार्गों का जाल बिछा हुआ है । इस प्रदेश में समतल भूमि, सघन, जनसंख्या, समृद्ध कृषि और विकसित उद्योग तथा बड़े-बड़े नगर हैं ।
3. राजनैतिक कारक (Political factors)-अंग्रेजी शासन में रेलों को प्रमुख नगरों से
ही जोड़ा गया था लेकिन स्वतंत्रता के पश्चात् देश में रेलों और सड़कों का विकास हुआ ।
प्रश्न 3. भारत के आर्थिक विकास में सड़कों की भूमिका का वर्णन करें ।
(Discribe the role of roads in the economic development of India.)
उत्तर-भारत के आर्थिक विकास में सड़कों, का बड़ा योगदान है । लगभग 85% यात्री तथा
70% माल सड़कों द्वारा ही एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाया जाता है ।
सड़क परिवहन का ग्रामीण क्षेत्र में छोटे स्थानों को जोड़ने में बहुत महत्त्व है । इससे ग्रामीण
अर्थव्यवस्था में सुधार आ गया है । गाँव बड़े नगरों से जुड़ गये हैं। सड़कों के प्रबन्धन के अनुसार उनको राष्ट्रीय महामार्ग तथा राज्य महामार्ग में प्रमुख रूप से विभाजित किया है ।
कुल परिवहन के क्षेत्र में सड़क मार्गों की भागीदारी में निरन्तर प्रगति हो रही है । इसका
मुख्य चरण सड़क परिवहन का लचीला होना तथा दुर्गम क्षेत्रों में भी निर्माण संभव होता है ।
सड़कों की भागीदारी 1993-94 तक 1500 अरव यात्री किलोमीटर थी जो रेलों के अनुपात में चार गुणा अधिक था । अब यात्रियों की संख्या तथा माल ढुलाई भी कई गुना बढ़ गई है।
प्रश्न 4. जनसंचार में रेडियो और टेलीविजन के महत्त्व की विवेचना कीजिए।
(Explain the importance of Radio and T.V. in mass communication)
उत्तर-जनसंचार के साधनों में रेडियो और टेलीविजन का महत्त्व अधिक है । ये जनसंचार
के प्रमुख साधन हैं-
रेडियो (Radio)-भारत में आकाशवाणी से प्रसारण 1927 में मुम्बई और कोलकाता से
शुरू हुआ । रेडियो का मुख्य उपयोग जनता का मनोरंजन, शिक्षा और उन तक महत्त्वपूर्ण जानकारी पहुँचाना है । मनोरंजन के अतिरिक्त खेती-बाड़ी, स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण सम्बन्धी कार्यक्रमों का भी प्रसारण किया जाता है । आकाशवाणी का विदेश सेवा विभाग अपने विविध प्रकार के कार्यक्रमों के द्वारा राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व के मुद्दों पर भारतीय दृष्टिकोण को विशेष महत्त्व देकर प्रसारित करता है।
टेलीविजन (Television)-दूरदर्शन भारत का राष्ट्रीय टेलीविजन है । दूरदर्शन का पहला
कार्यक्रम 15 सितम्बर, 1959 को प्रसारित किया गया था । दूरदर्शन तीन स्तरों वाली-राष्ट्रीय,
प्रादेशिक, स्थानीय-बुनियादी कार्यक्रम प्रसारण सेवा है । दूरदर्शन अपने दर्शकों को राष्ट्रीय और
अन्तराष्ट्रीय महत्त्व के अनेक कार्यक्रम सीधे प्रसारण द्वारा दिखाता है ।
प्रश्न 5. भारत में सड़कों का घनत्व में प्रादेशिक भिन्नता का वर्णन कीजिए ।
(Describe the regional variation in the density of roads.)
उत्तर-प्रति 100 वर्ग किमी. क्षेत्र के अनुपात में सड़क मार्ग की लम्बाई को सड़क मार्ग का
घनत्व कहते हैं । सड़कों के प्रादेशिक घनत्व में बहुत अन्तर है । सड़कों का सबसे अधिक घनत्व केरल, गोआ, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उड़ीसा और पंजाब में पाया जाता है । 60 से 100 किमी. सड़क मार्ग के औसत घनत्व वाले राज्य असम, नागालैण्ड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तरांचल, पश्चिम बंगाल, आन्ध्र प्रदेश और हरियाणा हैं । गुजरात, हिमाचल प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, मध्य प्रदेश,, छत्तीसगढ़ और मणिपुर में सड़कों का घनत्व 40 से 60 किमी. प्रति 100 वर्ग किमी. है।
राजस्थान, मेघालय, मिजोरम और सिक्किम में सड़कों का घनत्व 20 से 40 किमी. तक है। सबसे कम घनत्व वाले राज्य अरुणाचल प्रदेश तथा जम्मू-कश्मीर हैं ।
प्रश्न 6. आधुनिक जीवन में उपग्रह और कम्प्यूटर के उपयोग का वर्णन कीजिए ।
(Describe the uses of satellites and computers in the present day life.)
उत्तर-उपग्रह (Saltellites)-कृत्रिम उपग्रहों के विकास और उपयोग के द्वारा संसार और
भारत के संचार तंत्र में एक क्रांति आ गई है । आकृति और उद्देश्यों के आधार पर भारत की
उपग्रह प्रणली को दो वर्गों में रखा गया है-
1. भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह प्रणाली, 2. भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रह प्रणाली । इन्सेट दूरसंचार,
मौसम विज्ञान संबंधी प्रेक्षण और उसके विविध आंकड़ों के एकत्रीकरण तथा कार्यान्वयन के लिए एक बहुउद्देशीय प्रणाली है । ये उपग्रह अनेक आँकड़े एकत्र करते हैं तथा विभिन्न उपयोगों के स्थलीय स्टेशनों को उनका प्रसारण करते हैं ।
कंप्यूटर (Computer)-कम्प्यूटर का अनेक प्रकार से उपयोग किया जाता है । यह चार
प्रकार के कार्य करता है-
1. निवेश के रूप में आँकड़ों को स्वीकार करता है ।
2. यह आँकड़ों का भंडारण करता है । स्मृति में संरक्षित रखता है ।
3. यह अभीष्ट सूचना के लिए निर्देशानुसार आँकड़ों का प्रसंस्करण करता है ।
4. यह सूचना को निर्गम के रूप में संचारित करता है । अपनी विभिन्न क्षमताओं के कारण
कम्प्यूटर का विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक उपयोग किया जाता है । शिक्षा के ज्ञान के प्रसार में कम्प्यूटर की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है ।
प्रश्न 7. भारत में रेलों के वितरण प्रतिरूप का विवरण दीजिए ।
(Give an account of distribution pattern of the railway in India.)
उत्तर-भारतीय रेलों के वितरण प्रतिरूप में भिन्नताएँ पाई जाती हैं। किन्हीं प्रदेशों में रेल
जाल अधिक घना है तो कहीं कम । पर्वतीय, पठारी, मैदानी भागों में भिन्न-भिन्न है।
1. मैदानी भाग (Plains) समतल भूमि होने के कारण मैदानों में रेल पटरियाँ बिछाना
सरल है तथा कृषि और औद्योगिक विकास के कारण रेल जाल सघन है।
2. उत्तरी-पूर्वी भाग (Northern-Eastern Region)-भारत के इस भाग में रेल जाल
विरल है । इस क्षेत्र में अधिक वर्षा के कारण घने वन हैं । इसके अतिरिक्त यह भाग पहाड़ी
है इसलिए रेल पटरियाँ बिछाना कठिन है।
3. पूर्वी तटीय मैदान तथा पश्चिमी तटीय मैदान (Eastcoastal plain and west
coastal plain)-इन भागों में भी रेलजाल अधिक सघन नहीं है क्योंकि समतल भूमि और कृषि तथा उद्योगों के लिए अनुकूल आर्थिक परिस्थितियाँ नहीं हैं ।
4. राजस्थान के मरुस्थलीय क्षेत्र (Desert regions of Rajasthan)–यहाँ रेल जाल
अत्यधिक विरल है । पश्चिमी राजस्थान की मरुभूमि रेल जाल बिछाने के लिए अनुकूल नहीं है।
5. हिमालय के पर्वतीय क्षेत्रों में भी रेल जाल विरल है । यह पहाड़ी उच्चावच तथा
ऊबड़-खाबड़ भूमि रेल पटरियाँ बिछाने के अनुकूल नहीं हैं । इन क्षेत्रों में आर्थिक विकास भी
भिन्न स्तर का है।
PHOTO 2
प्रश्न 8. अन्तर स्पष्ट करें-
(1) राष्ट्रीय महामार्ग और राज्य महामार्ग
(Distinguish between National Highway and State Highway.)
उत्तर-राष्ट्रीय महामार्ग (National Highways)
(i) राष्ट्रीय माहमार्ग राष्ट्रीय महत्त्व की सड़कें हैं।
(ii) राष्ट्रीय महामार्ग देश के विभिन्न राज्यों को आपस में जोड़ता है।
(iii) राष्ट्रीय महामार्ग की देखभाल, रख रखाव तथा निर्माण कार्य केन्द्रीय लोक निर्माण
विभाग करता है।
(iv) इसका देश के आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान होता है ।
(v) राष्ट्रीय महामार्ग देश के विभिन्न राज्यों के प्रमुख नगरों को निकट लाते हैं और व्यापार
को गति प्रदान करते हैं।
राज्य महामार्ग (State Highways)
(i) राज्य महामार्ग राज्य स्तर की महत्त्वपूर्ण सड़कें हैं।
(ii) राज्य महामार्ग एक राज्य के जिलों तथा प्रमुख नगरों को आपस में जोड़ते हैं ।
(iii) इनका निर्माण तथा रख-रखाव राज्य सरकार करती है।
(iv) राज्य के आर्थिक विकास और प्रगति पर इन मार्गों का प्रभाव पड़ता है।
(v) ये राज्य के नगरों को एक सूत्र में बाँधने तथा निकट लाने में लाभकारी होते हैं।
(2).परिवहन तथा संचार
परिवहन (Transport)
(i) एक स्थान से दूसरे स्थान को माल का लाना व ले जाना अथवा सवारियों का आना-जाना यातायात कहलाता है ।
(ii) यातायात के साधन बस, रेल, वायुयान तथा जलयान आदि हैं।
(iii) यातायात के साधनों को तीन भागों में विभाजित किया जाता है-थल यातायात,वायु यातायात तथा जल यातायात ।
(iv) प्राचीन काल में पशुओं द्वारा खींची जाने वाली गाड़ियाँ यातायात के साधन थे ।
(v) ये साधन पेट्रोल, डीजल तथा विद्युत शक्ति से चलते हैं।
संचार (Communication)
(i) समाचारों अथवा विचारों का एक स्थान से दूसरे स्थान को भेजना संचार कहलाता
(ii) संचार के साधनों में डाक, तार, टेलीफोन तथा इंटरनेट शामिल हैं।
(iii) संचार के साधनों को चार वर्गों में विभाजित किया जाता है-डाक, तार, टेलीफोन,
इंटरनेट ।
(iv) प्राचीन काल में संचार के साधन नहीं थे। परिवहन के साधनों का ही प्रयोग किया जाता था ।
(v) ये साधन विद्युत तरंगों से चालित होते हैं।
(3) व्यक्तिगत संचार तथा जन संचार (Personal Communication and Mass Communication)
व्यक्तिगत संचार (Personal Communication)
1. व्यक्तिगत संचार डाक सेवा द्वारा कंप्यूटर समर्पित दूरसंचार द्वारा सम्पन्न होता है ।
2. यह आधुनिक संचार प्रौद्योगिकी भारतीय अर्थव्यवस्था और समाज के तीव्र विकास
के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण है ।
3. इस तंत्र के द्वारा इंटरनेट और ई. मेल द्वारा सूचनाएँ एकत्र की जा सकती हैं ।
4. कंप्यूटर द्वारा दस्तावेजों को तीव्र गति और सस्ते में भेजा जा सकता है ।
जन संचार (Mass Communication)
1. जन संचार के लिए मुद्रण माध्यम (अखबार और पत्रिकाएँ), रेडियो और दूरदर्शन का
उपयोग किया जाता है ।
2. जनसंचार तंत्र सूचना और शिक्षा प्रदान करने में सहायक होता है।
3. ये राष्ट्रीय नीति और कार्यक्रम के विषयों में जागरूकता पैदा करने में सहायक हैं।
प्रश्न 8. भारत में सड़कों के असमान वितरण के लिये उत्तरदायी किन्हीं तीन कारणों
को स्पष्ट कीजिए।
(Explain any three reasons for the uneven distribution of roads in India.)
उत्तर-भारत में सड़कों के असमान वितरण के तीन कारण निम्नलिखित हैं-
1. भौतिक बनावट (Physiography) सड़क घनत्व भौतिक बनावट से प्रभावित होता
है। पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कों का घनत्व कम है, जबकि मैदानी भागों में घनत्व अधिक है।
2. जलवायु (Climate)-जलवायु के प्रभाव से भी सड़क वितरण प्रभावित होता है। उत्तरी
पूर्वी राज्यों में घनत्व इसलिये कम है कि यहाँ अधिक वर्षा होती है ।
3. आर्थिक विकास (Economic Development) आर्थिक रूप से विकसित प्रदेशों में
सड़कों का घनत्व अधिक है जबकि निम्न आर्थिक विकास स्तर के प्रदेशों में सड़कों का घनत्व
कम है। केरल में सबसे अधिक सड़क घनत्व 37.5 किमी. है जबकि अरुणाचल में यह सबसे
कम केवल 10 किमी. है।
प्रश्न 9. देश के आर्थिक विकास में रेलों का योगदान लिखिए। कोई चार बिन्दु
दीजिए।
(Write the contribution of railways in the development of country.)
उत्तर-भारतीय रेल मार्ग एशिया में प्रथम स्थान रखता है। इसका देश के आर्थिक विकास
में बड़ा योगदान है । रेलवे ने कृषि और उद्योगों के विकास की गति को तेज करने में योगदान
दिया है । रेल यात्रियों की भारी संख्या को दूरदराज के स्थानों तक ले जाती है तथा रेलें भारी
मात्रा में माल की ढुलाई करती हैं । औद्योगिक और कृषि क्षेत्रों के विकास में रेल परिवहन की
मांग में अधिक वृद्धि हुई है । यह निम्नलिखित उदाहरणों से स्पष्ट है-
1. कोयला रेलों द्वारा सबसे अधिक ढोया जाता है । 2001-02 में रेल द्वारा 230 करोड़
टन कोयला ढोया गया ।
2. लौह अयस्क, मैगनीज, चूना पत्थर आदि की ढुलाई औद्योगिक इकाइयों के लिए की गई है।
3. रेलें उर्वरक, मशीन आदि को कृषि कार्य के लिए पहुँचाती रहती हैं ।
4. रेलें तैयार माल को बाजारों तक पहुँचाती हैं ।
5. विदेशों से आयात किये गये माल को देश के आन्तरिक भागों तक पहुँचाती हैं ।
6. रेलों द्वारा श्रमिक एक स्थान से दूसरे स्थान को रोजगार के लिये जाते हैं ।
निम्न सारणी रेलों द्वारा ढोये गये माल की प्रकृति दर्शाती है-
रेलों द्वारा ढोये गये माल की प्रकृति
(1950-2002)
(दस लाख टनों में)
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प्रश्न 10. निम्न सारणी का अध्ययन करें तथा दिए गए प्रश्नों के उत्तर दें-
(Study the table given below and answer the following questions 🙂
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(i) चार मदों में से किस मद की 1950-51 से 1996-97 तक आनुपातिक वृद्धि हुई
है तथा कितनी?
उत्तर-विद्युत इंजन में =2519-72/72x 100 =35
(ii) इस वृद्धि के दो प्रमुख प्रभाव बताएँ ।
उत्तर-प्रदूषण में कमी तथा कार्यकुशलता में वृद्धि ।
प्रश्न 11. भारत में परम राजमार्गों का विकास
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ऊपर दी गई तालिका का अध्ययन कीजिए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(i) उत्तर-दक्षिण और पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर की कुल लम्बाई क्या है ?
(ii) इन दोनों कॉरिडोरों के निर्माण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य क्या है ?
(iii) भारत के उन चार महानगरों के नाम लिखिए जो स्वर्णिम चतुर्भुज से जोड़े जाएँगे ।
उत्तर-(i) 7300 किमी.
(ii) दिसम्बर 2007
(iii) दिल्ली-मुम्बई-चेन्नई-कोलकाता- दिल्ली
प्रश्न 12. भारत में अन्तःस्थलीय जल मार्गों का बहुत कम उपयोग हुआ है । क्यों ?
किन्हीं चार कारणों को स्पष्ट करिए ।
(Why are inland waterways under-utilised in India ? Explain with any
four reasons.)
उत्तर-भारत में 14500 किमी. लम्बे जलमार्ग हैं लेकिन इनका उपयोग बड़ा कम हुआ है।
केवल 1.6 करोड़ टन माल की ढुलाई की जा रही है। इसके निम्न कारण हैं-
1.जल प्रवाह में उतार-चढ़ाव-मौसम के अनुसार जल की मात्रा कम और अधिक हो जाती
है । ग्रीष्म ऋतु में जल सूख जाता है अथवा कम हो जाता है।
2. सिंचाई की नहरें-नदियों से सिंचाई की नहरें निकालने के बाद नदी में जल की मात्रा
कम हो जाती है।
3. आन्तरिक जल प्रवहन देश के कुछ भागों तक ही सीमित है ।
4. गाद का जमाव-नदियों के तल में गाद का जमाव हो जाता है। इसलिये अधिक दिन
तक जल परिवहन नहीं हो सकता ।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective Answer Type Question)
नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए-
प्रश्न 1. भारतीय रेल प्रणाली को कितने मंडलों में विभाजित किया गया है ?
(क)9
(ख) 12
(ग) 16
(घ) 14
प्रश्न 2. निम्नलिखित में से कौन-सा भारत का सबसे लम्बा राष्ट्रीय महामार्ग है ?
(क) एन एच-1
(ख) एन एच-6
(ग) एन एच-7
(घ) एन एच-8
प्रश्न 3. राष्ट्रीय जल मार्ग संख्या-1 किस नदी पर तथा किन दो स्थानों के बीच पड़ता है ?
(क) ब्रह्मपुत्र – सादिया – धुबरी
(ख) गंगा- हल्दिया -इलाहाबाद
(ग) पश्चिमी तट नहर-कोट्टापुरम से कोल्लाम
(घ) इनमें से कोई नहीं
प्रश्न 4. निम्नलिखित में से किस वर्ष में पहला रेडियो कार्यक्रम प्रसारित हुआ था ?
(क) 1911
(ख) 1936
(ग) 1927
(घ) 1923
प्रश्न 5. दिल्ली और अमृतसर के मध्य महामार्ग को क्या कहते हैं ?
(क) राष्ट्रीय माहामार्ग-2
(ख) राष्ट्रीय महामार्ग-1
(ग) राष्ट्रीय महामार्ग-3
(घ) राष्ट्रीय महामार्ग-4
प्रश्न 6. भारत में सड़कों की कुल लम्बाई कितनी है ?
(क) 39 लाख किमी.
(ख) 33 लाख किमी.
(ग) 30 लाख किमी.
(घ)35 लाख किमी.
प्रश्न 7. दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई, मुम्बई और दिल्ली को जोड़ने वाले छ: गलियों
वाले मार्ग को क्या कहा जाता है ?
(क) स्वर्ण चतुष्कोण परम राजमार्ग
(ख) सीमावर्ती मार्ग
(ग) राष्ट्रीय महामार्ग
(घ) राजकीय महामार्ग
प्रश्न 8. मनुष्य तथा वस्तुओं के आवागमन के साधन को क्या कहते हैं ?
(क) संचार
(ख) परिवहन
(ग) दोनों (क) और (ख)
(घ) इनमें से कोई नहीं
प्रश्न 9. नैरो गेज में दो पटरियों के बीच की दूरी कितनी होती है ?
(क) 1.676 मी.
(ख) 0.610 मी.
(ग) 1 मी.
(घ) 1.5 मी.
प्रश्न 10. भारतीय रेले प्रतिदिन कितने यात्रियों को उनके नियत स्थानों पर पहुँचाती हैं ?
(क) 25 लाख
(ख) 1करोड़
(ग) 10 करोड़
(घ) 50 लाख
प्रश्न 11. भारत में प्रतिदिन कितनी रेलगाड़ियाँ चलती हैं ?
(क) 12,670
(ख) 12,680
(ग) 10,500
(घ) 11,670
प्रश्न 12. दिल्ली और मुम्बई को कौन सा राष्ट्रीय महामार्ग जोड़ता है ?
(क) राष्ट्रीय महामार्ग-1
(ख) राष्ट्रीय महामार्ग-6
(ग) राष्ट्रीय महामार्ग-4
(घ) राष्ट्रीय महामार्ग-8
प्रश्न 13. भारत में पहली रेलगाड़ी कब चलाई गई ?
(क) 1853 में
(ख) 1856 में
(ग) 1840 में
(घ) 1836 में
प्रश्न 14. सीमा सड़क संगठन कब बनाया गया ?
(क) 1950
(ख) 1960
(ग) 1962
(घ) 1956
उत्तर
1. (ग) 2. (ग) 3. (क) 4. (ख) 5. (ख) 6. (ख) 7.(क) 8. (ख) 9. (ख) 10. (ख)
11. (क) 12. (घ) 13. (क) 14. (ख)
परियोजना कार्य
(क) उन सुविधाओं को ज्ञात करें जो भारतीय रेल यात्रियों को प्रदान करती हैं।
(Find out the facilities given by railways to the Passengers in India.)
उत्तर-भारत में रेल द्वारा दी जाने वाली सुविधाएँ निम्नलिखित हैं-
1. वातानुकूलित कुर्सीयान ।
2. वातानुकूलित द्वितीय शयनयान ।
3. वातानुकूलित तृतीय शयनयान ।
4.प्रथम दर्जा ।
5. द्वितीय दर्जा ।
6. साधारण ।
7. कम्प्यूटर द्वारा कहीं से भी कहीं का भी तथा वापसी यात्रा का अग्रिम आरक्षण करवाया
जा सकता है।
8. यात्रियों के समय की बचत के लिये तेज गति की गाड़ियाँ चलाई जा रही हैं।
(ख) आधुनिक युग में कम्प्यूटर के विभिन्न उपयोगों का पता लगाएँ।
(Find out the various uses of computer in modernage.)
उत्तर-1. कम्प्यूटर द्वारा किसी भी यात्रा के लिए अग्रिम आरक्षण सुलभ है ।
2. कम्प्यूटर द्वारा पुस्तकों का प्रकाशन आसान हो गया है।
3.चिकित्सा जगत में क्रान्ति ला दी है।