12-geography

Bihar Board 12 Geography notes | भौगोलिक परिपेक्ष्य में चयनित

Bihar Board 12 Geography notes | भौगोलिक परिपेक्ष्य में चयनित

भौगोलिक परिपेक्ष्य में चयनित कुछ मुद्दे एवं समस्याएँ                 

      [ Geographical Perspective on selected issues andProblems ]
                                   भौगोलिक शब्द तथा परिभाषाएँ
◆जल प्रदूषण (Water Pollution)-प्राकृतिक या मानवीय क्रियाओं के फलस्वरूप जल की
गुणवत्ता में ऐसे परिवर्तनों को प्रदूषण कहा जाता है जो मानव तथा अन्य जीवों के स्वास्थ्य,
कृषि, मछली पालन या मनोरंजन के लिए अनुपयुक्त या खतरनाक होते हैं ।
◆वायु प्रदूषण (Air Pollution)-वातावरण में किसी भी प्रकार की अनचाही गंध, गैस
अथवा धूल का सम्मिश्रण तथा रहन-सहन की अवस्था में किसी भी प्रकार का अनावश्यक
हस्तक्षेप वायु प्रदूषण कहलाता है ।
◆भूख (Hunger)-स्वस्थ शरीर के सामान्य विकास तथा उत्पादक कार्य को पूरा करने के
लिए आवश्यक मात्रा में पौष्टिक भोजन का प्रतिदिन न मिलना ही
◆पर्यावरण (Environment)-वायु, भूमि, जल, वनस्पति, जीव-जन्तुओं व सूक्ष्म जीवों का
समूह ही पर्यावरण है।
◆प्रदूषण (Pollution)-पर्यावरण में जीव-जन्तुओं और पेड़-पौधों के लिए हानिकारक
परिवर्तन प्रदूषण है।
                                        पाठ के कुछ तथ्य
◆पर्यावरण में जीव-जन्तुओं और पेड़-पौधों के लिये हानिकारक परिवर्तन कहलाता हैं।
-प्रदूषण
◆वायु, भूमि, जल (नदियाँ, समुद्र), वनस्पति तथा जीव-जन्तुओं का समूह कहलता है।
-पर्यावरण
◆प्राकृतिक या मानवीय क्रियाओं के फलस्वरूप जल की गुणवत्ता में आए परिवर्तन को कहते
हैं।-प्रदूषण
◆यमुना में कई लाख टन कचरा जो उद्योगों से आता है जिनकी संख्या है -70,000
◆2001 में प्रतिदिन प्रति व्यक्ति खाद्यान्न की क्षमता थी-417 ग्राम
◆विशेषज्ञों द्वारा गरीबों की संख्या के आंकलन के लिये अपनाई गई विधि-उपभोग तथा व्यय
 के आंकड़ों के आधार पर 1993 में देश के कुल ग्रामीण परिवारों का प्रतिशत जिन्हें दो वक्त भरपेट भोजन मिलता था-93% लगभग
◆भारत का वह महानगर जहाँ मोटर वाहनों द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रदूषकों की सबसे अधिक
मात्रा उत्सर्जित होती है।-दिल्ली
             एन. सी. ई. आर. टी. पाठ्यपुस्तक एवं कुछ अन्य परीक्षोपयोगी प्रश्न
            अति लघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer Type Question)
प्रश्न 1. प्रदूषण की पहचान करने के लिए उपयुक्त कसौटी का नाम बताएँ ।
(Mention the criteria used for identifying pollution.)
उत्तर-प्रदूषण की पहचान के लिए तीन कसौटियों का उपयोग किया जाता है-
1. मानवीय क्रियाकलाप से उत्पन्न अपशिष्ट पदार्थ तथा मानवीय अपशिष्टों का निपटान ।
2. प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से फेंके गये अपशिष्टों से उत्पन्न हानि ।
3. परिस्थितियाँ जहाँ हानि का दुष्प्रभाव तीसरे पक्ष को सहना पड़ता है ।
                   लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type Question)
प्रश्न 1. प्रदूषण और प्रदूषकों में क्या भेद दें ।
(What is the difference between pollution and pollutants ?)
उत्तर-प्रदूषण(Pollution)
1. मानवीय क्रियाकलाप से उत्पन्न अपशिष्ट उत्पादों से कुछ पदार्थ और ऊर्जा मुक्त होती
है जिससे प्राकृतिक पर्यावरण में परिवर्तन होते हैं । ये हानिकारक होते हैं जिन्हें प्रदूषण कहते हैं ।
2. प्रदूषण की स्थिति में वायु, भूमि तथा जल के भौतिक, रासायनिक एवं जैविक लक्षणों
में अनचाहे परिवर्तन होते हैं जो हानिकारक हैं।
प्रदूषकों (Pollutants)
1. पारितंत्र के विद्यमान प्राकृतिक सन्तुलन में हास और प्रदूषण उत्पन्न करने वाले ऊर्जा या
पदार्थ के किसी भी रूप को प्रदूषक कहा जाता है । ये गैस, तरल तथा ठोस रूप में हो सकते हैं।
2. प्रदूषक विविध माध्यमों के द्वारा विकीर्ण तथा परिवाहित होते हैं ।
प्रश्न 2. वायु प्रदूषण के प्रमुख स्रोतों का वर्णन कीजिए ।
(Describe the major sources of air pollution.)
उत्तर-वायु प्रदूषण के प्रमुख स्रोत निम्नलिखित हैं-
1. उद्योग (Industries)-उद्योगों से निकलने वाला धुआँ वायु प्रदूषण का प्रमुख कारण
है। जहरीला गैस, राख आदि वायुमंडल में मिल जाती है ।
2. मोटर वाहन (Automobile)-बड़े नगरों में वायु प्रदूषण का 50 से 60% सड़क पर
चलने वाले वाहनों से होता है।
3. ताप बिजली घर (Thermal Power Stations)-इनसे बहुत धुआँ और राख निकलती
है। उदाहरण के लिए 500 मेगावाट के ताप बिजली घर से प्रतिदिन धुएँ के साथ-साथ 2000
टन राख निकलती है।
4.शहरी कचरा (Urban Waste)-नगरों और महानगरों से प्रतिदिन लाखों टन कचरा
निकलता है । इस कचरे का निपटान खर्चीला और असाध्य है । परिणामस्वरूप प्रदूषण फैलता है।
5.खदानों से निकली धूल (Mine Dust)-पत्थर की खानों अथवा अन्य खानों से भारी
मात्रा में धूल निकलकर वायुमण्डल में फैलकर वायु को प्रदूषित करती है ।
प्रश्न 3. भारत में नगरीय अपशिष्ट निपटान से जुड़ी प्रमुख समस्याओं का उल्लेख
कीजिए ।
(Mention major problems associated with the urban waste disposal in
India.)
उत्तर-नगर की पर्यावरणीय समस्याओं में जल, वायु और शोर प्रदूषण तथा विषैले और
खतरनाक अपशिष्टों का निपटान शामिल है । इसके कारण निम्नलिखित हैं-
1. मानव मल के सुरक्षित निपटान के लिए सीवर अथवा अन्य माध्यमों की कमी है ।
2. कूड़ा-कचरा संग्रहण की सेवाओं की अपर्याप्त व्यवस्था । कूड़ा-कचरा नदियों के जल
को प्रदूषित करता है।
3. औद्योगिक अपशिष्टों को नदियों में बहाया जाना जल प्रदूषण का मुख्य कारण है।
4. नगर आधारित उद्योगों के अपशिष्ट जल और अनुपचारित मल जल से उत्पन्न प्रदूषण
जल नगरों में स्वास्थ्य की गंभीर समस्याएँ पैदा करता है ।
5. नगरों में ठोस अपशिष्ट के संग्रहण में असमर्थता एक गम्भीर समस्या है।
प्रश्न 4. मानव स्वास्थ्य पर वायु प्रदूषण के क्या प्रभाव पड़ते हैं ?
( (Give the bad effects of air pollution.)
उत्तर-वायु प्रदूषण का मानव स्वास्थ्य तथा पेड़-पौधों के जीवन पर दुष्प्रभाव पड़ता है ।
1. वायु प्रदूषण क्लोरोफ्लोरो कार्बन की परत समाप्त कर देता है ।
2. इसके परिणामस्वरूप सूर्य की पराबैंगनी किरणें पृथ्वी पर पहुँच जाती हैं जो मनुष्य की
त्वचा पर प्रभाव डालती हैं।
3. गैसों के कारण धूम कुहरा छा जाता है । यह मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है ।
4. वायु प्रदूषण से फेफड़े, हृदय, स्नानु तंत्र और परिसंचरण के रोग होते हैं ।
5. वायु प्रदूषण से साँस की बीमारियां हो जाती हैं।
प्रश्न 5. प्रदूषण पहचान के लिये उपयोग में आने वाली तीन कसौटियों की व्याख्या
कीजिये।
(Explain three criteria which hase used for identification of pollution.)
उत्तर-पूदषण की पहचान के लिए निम्नलिखित तीन कसौटियों का उपयोग किया जाता है-
1. मानव क्रियाकलापों से उत्पन्न अपशिष्ट पदार्थों तथा मानवीय अपशिष्ट का निपटान ।
2. प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से फेंके गये अपशिष्टों से उत्पन्न हानि ।
3. परिस्थितियाँ जब हानि का दुष्प्रभाव तीसरे पक्ष को सहना पड़ता है।
                    दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Type Question)
प्रश्न 1. भारत में गंदी बस्तियों की समस्याओं का वर्णन कीजिए ।
(Describe the problems of slums in India.)
उत्तर-भारत में मलिन बस्तियों की समस्यायें कई प्रकार की होती है। मलिन बस्तियों की
स्थापना ग्रामीण क्षेत्रों से लोग जो रोजगार की तलाश में नगरों में जाते हैं, वे नगर के बाहरी क्षेत्र
में पटरियों के साथ रहने लगते हैं । इन लोगों को मजबूर होकर यहाँ बसना होता है । ये लोग
पर्यावरणात्मक अधूरी एवं स्तरहीन क्षेत्रों में कब्जा कर रहते हैं । यहाँ जीर्ण शीर्ण मकान, खराब स्वास्थ्य, स्वच्छता परिस्थितियां होती हैं । खराब हवा का आवागमन तथा पेय जल, प्रकाश तथा शौच सुविधाओं जैसी आधारभूत आवश्यक चीजों से अभावपूर्ण होते हैं । यहाँ आने जाने की सुविधा नहीं होती । गलियाँ संकरी और मलिन होती हैं । खराब परिस्थितियों के कारण लोग बीमारियों से ग्रस्त रहते हैं । सुलभ शिक्षा का प्रबन्ध नहीं होता । ये लोग नशीली दवाओं के आदि शराबी, अपराध, गुंडागिरी आदि कुरीतियों के शिकार ही आते हैं।
प्रश्न 2. भारत में जल प्रदूषण की प्रकृति का वर्णन कीजिए I
(Describe the nature of water pollution in India.)
उत्तर-जनसंख्या वृद्धि तथा औद्योगीकरण के साथ जल की मांग भी बढ़ी है। जिसके कारण
जल की गुणवत्ता काफी घट गई है । जल की गुणवत्ता के हास के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं-
1. जनसंख्या में तीव्र वृद्धि (Rapid increase in population)-जनसंख्या वृद्धि से
जल की माँग में वृद्धि हो गई है।
2. उद्योगों का तेजी से विस्तार (Rapid expansion of industries)
जल प्रदूषण के निम्नलिखित स्रोत हैं-प्राकृतिक स्रोत-इसके अन्तर्गत अपरदन, भूस्खलन,
पेड़-पौद्यों और जीव-जन्तुओं के सड़ने से भी जल प्रदूषित होता है।
मानव स्रोत-मानव स्रोत से अधिक जल प्रदूषण होता है जो एक गम्भीर चिंता का विषय है।
औद्योगिक स्रोत-उद्योगों के अवांछनीय उत्पाद जैसे औद्योगिक अपशिष्ट, प्रदूषित अपशिष्ट
जल, विषैली गैस आदि प्रवाहित जल में बहा दिये जाते हैं जिससे जल प्रदूषित हो जाता है। ऐसे उद्योग हैं-चमड़ा उद्योग, कागज उद्योग और रसायन उद्योग ।
नगरीय स्रोत-जल-मल और घरेलू उपयोग में आया जल तथा नगरपालिका का कचरा
आदि ।
नगरीय अपशिष्टों से नदियों का जल अधिक प्रदूषित होता है । कानपुर के चमड़े के कारखानों
से प्रतिदिन 58 लाख लीटर अपशिष्ट जल बहता है जो गंगा को गटर बना रहा है। दिल्ली के
निकट यमुना में 17 खुले गंदे नाले मल जल डालते हैं । गंगा नदी के किनारे महानगरों से प्रतिदिन गंदा जल डालने वाले गंदे नाले गंगा को अपवित्र करते हैं।
कृषीय स्रोतों में अजैव उर्वरक, कीटनाशक आदि जल में बहकर नदियों के जल को प्रदूषित
करते हैं।
इसके अतिरिक्त अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक स्रोत जैसे तीर्थयात्राओं, धार्मिक मेलों, पर्यटन आदि
के कारण भी जल प्रदूषित होता है ।
प्रश्न 3. देश में भूमि प्रदूषण को कम करने के दो उपाय बताइए ।
Suggest two measures for reduction of land pollution in India.
अथवा, भू-निम्नीकरण को कम करने के उपाय सुझाइए ।
Suggest measures to save the land from pollution.
उत्तर-1. किसानों को रासायनिक पदार्थों का उचित प्रयोग करने के लिये प्रशिक्षण देना
चाहिए । डी. डी. टी. आदि के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगा देना चाहिए ।
2. नगरीय तथा औद्योगिक गन्दे पानी को साफ करके सिंचाई के लिये प्रयोग किया जा
सकता है।
3. सड़ी-गली सब्जियों और फलों तथा पशुओं के मल-मूत्र को उचित प्रौद्योगिकी द्वारा
बहुमूल्य खाद में परिवर्तित किया जा सकता है ।
4. मलिन बस्तियों के लोगों को सुलभ शौचालय की सुविधा देकर भूमि प्रदूषण को काफी
हद तक कम किया जा सकता है।
5. प्लास्टिक के बने पदार्थों को जल के प्रवाह में न जाने दिया जाए । इससे जल प्रदूषित
होता है जो भूमि को भी प्रदूषित करता है ।
इन उपर्युक्त उपायों से भूमि प्रदूषण को कम किया जा सकता है ।
प्रश्न 4. जल प्रदूषण के प्रभावों का वर्णन करें।
(Describe the effects of the water pollution.)
उत्तर-जल प्रदूषण के अनेक प्रभाव हैं-
1. रोगों का प्रसार (Spreading of disease)—प्रदूषित जल के सेवन से मनुष्य को अनेक
रोग लग जाते हैं । जैसे-हैजा, चेचक, पीलिया, टाइफाइड, पेचिश आदि ।
2. जलीय पौधों और जीव-जन्तुओं की मौत (Death of animals and water
plants) विषैले जल जलीय पौधे और जीव-जन्तु मर जाते हैं ।
3. फसलों का नाश (Destruction of Crops)—प्रदूषित जल की सिंचाई से फसलें नष्ट
हो जाती हैं या उनमें रसायन विष घुल जाते हैं ।
4. मिट्टी की उर्वरता का नाश (Destruction of fertility of soil)—प्रदूषित जल
मिट्टी को प्रदूषित करके उसकी दुर्वरक को नष्ट कर देता है । मृदा के जीवाणु और अन्य सूक्ष्म
जीव मर जाते हैं।
5. सुपोषण (Eutrophication)—जलाशयों में जैविक अजैविक पोषक तत्त्वों की भरमार
होती है । इससे अवांछित पौधों और जीव-जन्तुओं की संख्या में भारी वृद्धि हो जाती है ।
6. सागरीय जल का प्रदूषण (Pollution of sea water) समुद्र के जल में पेट्रोलियम
पदार्थों के मिल जाने से समुद्र में पाये जाने वाले जीव-जन्तु मरने लगते हैं ।
                    वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective Answer Type Question)
                             निम्नलिखित विकल्पों में से सही उत्तर चुनें-
 (Choose the right answer of the following from the given options 🙂
प्रश्न 1. निम्नलिखित में से सर्वाधिक प्रदूषित नदी कौन-सी है ?
(क) ब्रह्मपुत्र
(ख) सतलुज
(ग) यमुना
(घ) गोदावरी
प्रश्न 2. निम्नलिखित में से कौन-सा रोग जल जन्य है ?
(क) नेत्रश्लेष्मला शोथ
(ख) अतिसार
(ग) श्वसन संक्रमण
(घ)श्वासनली शोथ
प्रश्न 3. निम्नलिखित में से कौन-सा अम्ल वर्षा का एक कारण है ?
(क) जल प्रदूषण
(ख)भूमि प्रदूषण
(ग) शोर प्रदूषण
(घ) वायु प्रदूषण
प्रश्न 4. प्रतिकर्ष और अपकर्ष कारक उत्तरदायी हैं
(क) प्रवास के लिए
(ख) भू निम्नीकरण के लिए
(ग) गंदी बस्तियाँ
(घ) वायु प्रदूषण
प्रश्न 5. गरीबी का सबसे कम अनुपात किस राज्य में है ?
(क) पंजाब
(ख) हरियाणा
(ग) जम्मू और कश्मीर
(घ) उड़ीसा
प्रश्न 6. 2001 की कुल जनसंख्या में गरीबी का अनुपात कितने प्रतिशत था ?
(क) 28%
(ख) 26%
(ग) 27.1%
(घ) 23.6%
प्रश्न 7. राष्ट्रीय नियोजन समिति का गठन कब किया गया था ।
(क) 1938
(ख) 1948
(ग) 1928
(घ) 1930
प्रश्न 8. मानव जीवन में अभाव के किन पक्षों की ओर ध्यान दिया जाता है ?
(क) दीर्घजीविता
(ख) ज्ञान
(ग) अच्छा जीवन स्तर
(घ) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 9.2001 में खाद्यान्नों की प्रति व्यक्ति उपलब्धता कितनी थी?
(क) 469 ग्राम
(ख) 417 ग्राम
(ग) 420 ग्राम
(घ) 380 ग्राम
प्रश्न 10. बिहार में गरीबी की रेखा के नीचे कितने प्रतिशत लोग हैं ?
(क) 30 प्रतिशत
(ख) 40 प्रतिशत से अधिक
(ग) 30 और 40 के मध्य
(घ) 50 प्रतिशत
प्रश्न 11. कौन-सी गैस ओजोन परत में छेद कर देती है ?
(क) सल्फर डाई ऑक्साइड
(ख) कार्बन मोनोक्साइड
(ग) क्लोरो-फ्लूरो कार्बन
(घ) कार्बन डाइ सल्फाइड
प्रश्न 12. मृदा की गुणवत्ता किस प्रदूषण से नष्ट होती है ?
(क) जल प्रदूषण
(ख) भूमि प्रदूषण
(ग) वायु प्रदूषण
(घ) ध्वनि प्रदूषण
प्रश्न 13. वायु प्रदूषण से कौन से रोग होते हैं ?
(क) फेफड़ों के रोग
(ख) हैजा
(ग) मलेरिया
(घ) क और ख
                                                   उत्तर:-
1. (ग) 2. (ख) 3. (घ) 4. (क) 5. (ग) 6. (ख) 7. (क) 8. (घ) 9. (क) 10. (ख)
11. (ग) 12. (ख) 13. (क)
                                            परियोजना कार्य
(क) प्रमुख प्रदूषकों के बारे में लिखिए तथा उनके नियंत्रण के उपाय सुझाइए ।
(Write about major pollutants and give measures for control them.)
उत्तर-प्रमुख प्रदूषक-कारखाने, नगर केन्द्र, मोटरवाहन वायुयान, उर्वरक, पीड़क जीवनाशी,
ताप बिजलीघर आदि द्वारा छोड़े गए राख, धूल, गंधक, नाइट्रोजन ऑक्साइड, कार्बन डाइऑक्साइड, मोनोऑक्साइड और सीसा मुख्य वायु प्रदूषक हैं । भूस्खलन, पेड़-पौधों और जीव-जन्तुओं की सड़न और विघटन से प्रदूषक उत्पन्न होते हैं । औद्योगिक अपशिष्ट, अनेक भारी वस्तुएँ, धूल, धुआँ आदि जल प्रदूषक हैं। अजैवप उर्वरकों, पीड़कनाशकों और खरपतवारनाशकों में प्रयुक्त अनेक प्रकार के रसायनों से प्रदूषण फैलता है।
नियंत्रण के उपाय : (i) ठोस अपशिष्टों को संसाधन मानकर इनका उपयोग ऊर्जा और खाद
उत्पादन के लिए किया जाना चाहिए।
(ii) कारखाने को नगर के बाहर उचित दूरी पर स्थापित करना चाहिए।
(iii) नगरपालिका द्वारा अपशिष्टों का संग्रहण उचित स्थान पर होना चाहिए।
(ख) आपके पड़ोस में पर्यावरणीय प्रूदषण का क्या स्वरूप है ? पहचान कीजिए।
(What is the pattern of environmental pollution in your neighbour ?
Identify.)
उत्तर-पर्यावरण प्रदूषण के मुख्य कारण निम्न हैं-
(i) मानवीय क्रियाकलापों से उत्पन्न अपशिष्ट पदार्थ तथा मानवीय अपशिष्टों का निपटान ।
(ii) प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप में फेंके गए अपशिष्टों से उत्पन्न हानि ।
ऐसी परिस्थितियों में पर्यावरण प्रदूषित होता है । मच्छर, कीड़े-मकोड़े उत्पन्न होते हैं, वायु
प्रदूषित होती है, जिससे अनेक बीमारियां फैलती हैं जिनका दुष्प्रभाव अन्य लोगों को सहना
पड़ता है।
THE END

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *