bihar board 11 biology | गमन एवं संचलन
bihar board 11 biology | गमन एवं संचलन
(LOCOMOTION AND MOVEMENT)
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
1. ‘सही’ या गलत लिखें- [N.C.E.R.T. (Q.4)]
(a) एक्टिन पतले तंतु में स्थित होता है
उत्तर-सही।
(b) रेखित पेशी रेशे का H-क्षेत्र मोटे और पतले दोनों तंतुओं को प्रदर्शित करता है?
उत्तर-सही।
(c) मानव कंकाल में 206 अस्थियाँ होती हैं।
उत्तर-सही।
(d) मनुष्य में 11 जोड़ी पसलियाँ होती हैं।
उत्तर-गलत।
(e) उरोस्थि शरीर के अधर भाग में स्थित होती है।
उत्तर-सही।
2. स्तंभ I का स्तंभ ।। से मिलान करें- [N.C.E.R.T.(Q.6)]
स्तंभ I स्तंभ II
(i) चिकनी पेशी (a) मायोग्लोबिन
(ii) ट्रोपोमायोसिन (b) पतले तंतु
(iii) लाल पेशी (c) सीवन (suture)
(iv) कपाल (d) अनैच्छिक
उत्तर-(i)-(d); (ii)-(b); (iii)-(a); (iv)-(c).
3. निम्नलिखित जोड़ों के प्रकार बतायें- [N.C.E.R.T.(Q.9)]
(a) एटलस/अक्ष (एक्सिस) उत्तर-धुराग्र (पाइवट) संधि।
(b) अंगुठे के कार्पल/मेटाकार्पल उत्तर-सैंडल जोड़।
(c) फैलेंजेज के बीच उत्तर-रेशीय (Fibrous) जोड़।
(d) फीमर/एसिटैबुलम उत्तर-रेशीय (Fibrous) जोड़।
(e) कपालीय अस्थियों के बीच उत्तर-रेशीय (Fibrous) जोड़।
(f) श्रेणी मेखला की प्यूविक अस्थियों के बीच
उत्तर-कंदुक खल्लिका (Bull and socket) जोड़।
4. रिक्त स्थानों में उचित शब्दों को भरें। [N.C.E.R.T. (Q.10)]
(a) सभी स्तनधारियों में (कुछ को छोड़कर) ……. ग्रीवा कशेरुक होते हैं।
उत्तर-7 (सात)।
(b) प्रत्येक मानव पाद में फैलेंजेज की संख्या………..है।
उत्तर-14 (चौदह)।
(c) मायोफाइब्रिल के पतले तंतुओं में 2’F’ एक्टिन और दो अन्य दूसरे प्रोटीन, जैसे
…………और………. होते हैं।
उत्तर-ट्रोपोमाइसिन, ट्रोपोनिन।
(d) पेशी रेशा में कैल्सियम ……. में भंडारित रहता है।
उत्तर-सार्कोप्लाज्मिक रेटीकुलम (पेशी द्रव्य जालिका)।
(e) ……. और……. पसलियों की जोड़ियों को प्लानी पसलियों कहते हैं।
उत्तर 11 और 12
(1) मनुष्य का कपाल अस्थियों से बना होता है।
उत्तर-आठ (8)
5. शरीर की सबसे लंबी हड्डी का नाम बतायें।
उत्तर-फीमर (जांघ की हड्डी):
6. मनुष्य के शरीर के भार का कितना प्रतिशत भाग पेशियों का बना होता है?
उत्तर-40-50%
7. हमारे शरीर की कोशिका जो अमीबीय गति प्रदर्शित करता है।
उत्तर-महाभक्षकाणु (Macrophages) और श्वेताणु (Leucocytes)।
8. रेखित पेशी तंतुक में उपस्थित गहरे रंग की पट्टियों को क्या कहा जाता है?
उत्तर-A or Q बैड जो मायोसिन प्रोटीन का बना होता है।
9. रेखित पेशी तंतुक में उपस्थित सफेद रंग की पट्टियों को क्या कहा जाता है?
उत्तर-J or I बैंड जो एक्टिव प्रोटीन का बना होता है।
10. दो Z रेखाओं के बीच का भाग क्या कहलाता है?
उत्तर-सार्कोमियर।
11. श्रेणि मेखला (Plevicgirdle) में दो श्रेणि अस्थियाँ पायी जाती हैं। प्रत्येक श्रोणि
अस्थि तीन अस्थियों से बनी होती है, उनका नाम बतायें।
उत्तर-इलियम, इस्चियम एवं प्युबिस।
12. हड्डियों को पेशियों के साथ जोड़ने वाली रचना क्या कहलाती है?
उत्तर-टेंडन (Tendon)।
13. कशेरुक दंड (vertebral column) के विभिन्न क्षेत्रों का नाम बतायें।
उत्तर-ग्रीवा (cervical), वक्षीय (Thoracic), कटि (Lumber), त्रिक सेक्रमी
(sacral) एवं अनुत्रिक (cocygeal)।
14. कप के आकार की एक अस्थि जो घुटने को अधर की ओर से ढकेलती है।
उत्तर-पटेल्ला (Patella)।
15. मध्य कर्ण (Middle Ear) में उपस्थित तीन अस्थियों का नाम बतायें।
उत्तर-मैलियस, इन्कस एवं स्टेपस।
16 सार्कोमियर क्या है?
उत्तर-दो अनुक्रमित Z रेखाओं के बीच स्थित पेशी ऊतक का भाग जो संकुचन कार्य
इकाई बनता है, सार्कोमियर कहलाता है।
17. मनुष्य का कशेरुकीय सूत्र बतायें।
उत्तर-C7 T12L5S5C4 = 33
C-cervical, T-Thoracic, L-Lumber, S-Sacral, C-Coccygeal
18. Rigar Mortis क्या है?
उत्तर-मृत्यु के बाद पेशियों का कड़ा हो जाना।
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. कंकाल पेशी के एक सार्कोमियर का चित्र बनाएँ और विभिन्न भागों को चिन्हित ‘
करें। [N.C.E.R.T. (Q.1)]
उत्तर-
2. पेशी संकुचन के सी तंतु सिद्धान्त को परिभाषित करें। [N.C.E.R.T.(Q.2)]
उत्तर-सर्पी तंतु सिद्धान्त (Sliding filament theory)- इसके अनुसार पेशीय
रेशों का संकुचन पतले तंतुओं के मोटे तंतुओं के ऊपर सरकने से होता है। केंद्रीय तंत्रिका
तंत्र की प्रेरक तंत्रिका (Motor Nerves) के द्वारा एक संकेत प्रेषण से पेशी संकुचन प्रारभ
होता है।
3. इनके बीच अंतर स्पष्ट करें- [N.C.ER.T (Q.5).]
(a) एक्टिन एवं मायोसिन,
(b) लाल और श्वेत पेशियाँ,
(c) अंस मेखला एवं श्रेणि मेखला।
उत्तर-(a) एक्टिन एवं मायोसिन-
(b) लाल और श्वेत पेशियां-
(C) अंस मेल एवं श्रोणि मेखला-
4. मानव शरीर की कोशिकाओं द्वारा प्रदर्शित विभिन्न गतियाँ कौन सी हैं? [N.C.E.R.T.(Q.7.]
उत्तर-मानव शरीर की कोशिकाएँ मुख्यतः तीन प्रकार की गतियाँ दर्शाती हैं।
जैसे-अमीबीय गति, पक्ष्माभी गति एवं पेशीय गति।
अमिवीय गति-महाभक्षकाणु (Macrophages) एवं श्वेताणु (Leucocytes) रक्त
में इस प्रकार की गति होती है।
पक्षमाभी गति-यह अधिकांश नलिकाकार अंगों में जो पक्ष्माभ उपभिति से आस्तारित
होते हैं, पक्ष्माभ गति होती है।
जैसे-श्वास नली, मादा प्रजनन तंत्र में डिंब का परिवहन इत्यदि।
पेशीय गति-यह हमारे पादों, जबड़ों, जिह्वा, मनुष्य और अधिकांश बहुकोशिकीय
जीवों के चलन और अन्य गतियाँ इसी प्रकार की होती हैं।
5. पेशीय एवं कंकालतंत्र के विकार से उत्पन्न बीमारियों का उल्लेख करें।
उत्तर-(i) माइस्थेनिया ग्रेविस (Myasthenia gravis)-यह एक स्वप्रतिरक्षा
विकार है जो तंत्रिका-पेशी संधि को प्रभावित करता है। इससे कमजोरी और कंकाली पेशियों का पक्षाघात होता है।
(ii) पेशीय दुष्पोषण (Muscular dystrophy)-विकारों के कारण कंकाल पेशी का
अनुक्रमित होना।
(iii) अपतानिका (Tetanus) -शरीर में कैल्सियम की कमी से पेशियों में तीव्र ऐंठन।
(iv) संधि शोथ (Arthritis) -जोड़ों की शोथ।
(v) अस्थि सुषिरता (Osteoporosis)-यह उम्र संबंधित विकार है जिसमें अस्थि के
पदार्थों में कमी से अस्थि भंग की प्रबल संभावना रहती है। एस्ट्रोजेन स्तर में कमी इसका
सामान्य कारक हैं।
(vi) गाउट (Gout)-जोड़ों में यूरिक अम्ल कणों के जमा होने के कारण जोड़ों का
शोथ।
6. कंकाल तंत्र के मुख्य कार्यों का उल्लेख करें।
उत्तर-(i) यह शरीर का ढाँचा बनता है और इसे एक निश्चित आकार प्रदान करता है।
(ii) यह मस्तिष्क, फेफड़ा, हदय, आदि अंगों की रक्षा करता है।
(iii) यह मांसपेशियों के जुड़ने तथा सिकुड़ने के लिए दृढ़ एवं उपयुक्त सतह प्रस्तुत
करता है।
(iv) अन्तः कंकाल की कुछ हड्डियाँ लीवर्स (Levers) का काम करती हैं और हाथ-पैर
आदि बना लेती हैं, जिसके सहारे जन्तु जमीन पर खड़ा हो सकता है। पेशियाँ उन्हें
हिला-डुलाकर शरीर के विभिन्न भागों में गति लाती हैं तथा पूरे शरीर को चलने-फिरने में
मदद करती हैं।
(v) यह अनेक अंगों को आधार तथा सहारा प्रदान करती हैं, जैसे-हाएड (Hyoid),
जीभ को, रीढ़ की हड्डी अंतरंग अंगों (visceral organs) को।
(vi) लम्बी हड्डियों की मज्जा गुहा (Bone marrow cavity) वसा इकट्ठा करने का
कार्य करती हैं तथा लाल मज्जा गुहा (red bone marrow) के अन्दर लाल रक्त कणिकाओं
और कुछ श्वेत रक्त कणिकाओं का निर्माण होता है।
(vii) मध्य कर्ण की हड्डियाँ सुनने कि क्रिया में सहायता करती हैं।
7. संधि जोड़ क्या है? विभिन्न प्रकार के जोड़ों का वर्णन करें।
उत्तर- -जोड़ अस्थियों अथवा एक अस्थि एवं एक उपास्थि के बीच का संधि स्थल है।
जोड़ों को मुख्यतः तीन संरचनात्मक रूपों में वर्गीकृत किया गया है-
(i) रेशीय जोड़ (FibrousJoint)-इस तरह के जोड़ द्वारा कपाल की चपटी अस्थियाँ,
घने रेशीय संयोजी ऊतक की सहायता से सीवन के रूप में कपाल बनाने के लिए संयोजित
होती है। यह किसी प्रकार की गति नहीं होने देता।
(ii) उपास्थि युक्त जोड़ (cartilaginous bone)-कशेरुक दंड में दो निकटवर्ती
कशेरुकों के बीच इसी प्रकार के जोड़ होते हैं जो सीमित गति होने देते हैं।
(iii) साइनोवियल जोड़ (Synovial Joint) यह दो अस्थियों के बीच स्थित होता
है। जैसे-हयूमरस और अंस मेखला के बीच-कंदुक खल्लिका संधि, कब्जा संधि। एटलस और
अक्ष के बीच-धुराग्र (पाइवट) संधि कार्पल्स के बीच-विसी (ग्लाइडिंग) संधि। अंगूठे के
कार्पल और मेटाकार्पल के बीच-सैडल जोड़।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. पेशी संकुचन के प्रमुख चरणों का वर्णन करें। [N.C.E.R.T.(Q.3)]
उत्तर-केंद्रीय तंत्रिका तंत्र की प्रेरक तंत्रिका द्वारा एक संकेत प्रेषण से पेशी संकुचन का प्रांरभ होता है। इसकी क्रियाविधि के बारे में सर्वप्रथम हक्सले ने (1958-1965) बताया था।
प्रेरक न्यूटन तथा इसे पेशीय रेशे एक प्रेरक इकाई का गठन करते हैं। प्रेरक तंत्रिका और
पेशीय रेखा के सार्कोलेमा की संधि को तंत्रिका-पेशीय संगम या प्रेरक अंप्य पट्टिका कहते हैं।
इस संगम पर एक ऐसीटाइलकोलिन नाम हॉर्मोन स्रावित करता है जो संकुचन की प्रेरणा को
पेशियों में पहुंँचाता है। प्रत्येक पेशी तंतु में इस प्रेरणा को फैलने का कार्य एण्डोप्लामिक
जालिका करता है।
हक्सले के अनुसार पेशी तंतुक के सिकुड़न में A-पट्टियों की लंबाई तो उतनी ही रहती
है किन्तु । पट्टियों की लंबाई धीरे-धीरे कम हो जाती है, और इसकी लंबाई घटकर लगभग
65% ही रह जाती है। सिकुड़ने में सार्कोमियर की मायोसिन सूत्र मायोसिन सूत्रों के कंटकों
पर शीघ्रता पूर्वक बनते बिगड़ते तिरछे सेतु-बन्धनों की सहायता से सार्कोमियर के मध्य रेखा
की ओर M रेखा पर एक दूसरे से सट जाते हैं या यहाँ पर इनके सिरे एक दूसरे पर चढ़
जाते हैं और Z पट्टियाँ या रेखाएँ A- पट्टियों की मायोसिन सूत्रों को छूने लगती हैं। इसे
पेशी-संकुचन की फिसलन-सूत्र प्रक्रिया (Slinding Filament mechanism of muscle
contraction) कहते हैं।
इस प्रकार संकुचन का मालिक इकाई ‘साकीमियर’ हे आर आधकतम संकुचन के वक्त
पेशी की लम्बाई एक तिहाई घट जाती है क्योंकि सर्कोमियर के लगभग दो तिहाई भाग में
A- पट्टी फैली रहती है। इस प्रकार पेशी खंडों के छोटे होने से पेशी तंतुक सिकुड़ते हैं।
प्रेरणा-स्थान से शुरू होकर पेशी तंतु में संकुचन की लहर दोनों ओर फैल जाती है किन्तु
संकुचन एक ही दिशा में उसी ओर होता है जिस ओर पेशी किसी अचल हड्डी से जुड़ी रहती
है। पेशी के शिथिलन में एक्टिन एवं मायोसिन सूत्रों को जोड़नेवाले सेतु बन्ध खुल जाते हैं
जिससे कि एक्टिन वापस अपने सामान्य स्थान पर चले जाते हैं।
पेशियों के संकुचन में बहुत ऊर्जा व्यय होता है जो ATP से प्राप्त होता है। इस हेतु
पेशी तंतुओं में ऊर्जा उत्पादन एवं ATP का संश्लेषण अन्य कोशिकाओं की अपेक्षा बहुत
अधिक होता है। फलस्वरूप इनमें माइटोकॉण्ड्रिया की संख्या अधिक होती है। एक्टिन को
मायोसिन के लिए अत्यधिक आकर्षण रहता है और अगर कोई अवरोध न रहे तो एक्टिन
मायोसिन से जुड़कर संकुचनशील एक्टोमायोसिन कम्प्लेक्स के बनने में अवरोध का कार्य
करते हैं। प्रेरक तंत्रिका तंतु द्वारा उतेजित होते ही पेशु तंतु के एण्डोप्लाजिम्क जाल में Ca++ आयन सार्कोप्लाज्म में मुक्त हो जाता है और ट्रोपोनिन से जुड़कर ट्रोपोमायोसिन ट्रोपोनिन कम्पलेक्स को निष्क्रिय कर देता है जिससे कि एक्टिन अनुरूप मायोसिन सूत्र के कंटकों से प्रतिक्रिया करने के लिए स्वतंत्र हो जाता है और ट्रोपोनिन से जुड़कर ट्रोपोमायोसिन ट्रोपोनिन कम्पलेक्स को निष्क्रिय कर देता है जिससे कि एक्टिन अनुरूप मायोसिन सूत्र के कंटकों से प्रतिक्रिया करने के लिए स्वतंत्र हो जाता है। साथ ही मायोसिन सूत्रों के कंटकों पर मौजूद AT Pase एन्जाइम ATP अणुओं के जल अपघटन द्वारा ADP+Pi में बदलकर ऊर्जा मुक्त करता है। इस ऊर्जा द्वारा एक्टिन सूत्र मायोसिन के कंटकों से जुड़कर एक्टोमायोसिन के सेतुबंध बनाते हैं और कंटकों के लचीले जोड़ों के कारण m-रेखा की ओर सरक कर आपस
में जुड़ जाते हैं या एक-दूसरे पर चढ़ जाते हैं। इस तरह सार्कोमियर छोटा हो जाता है और पेशीतंतु सिकुड़ता है। इस क्रिया के तुरंत बाद Cat” आयनों को वापस एण्डोप्लाज्मिक जाल में भेज दिया जाता है जिसमें ATP की बहुत अधिक उर्जा खर्च होती है। Cat’आयनों के घटते ही ट्रोपोनिन एक्टिन सूत्रों को पुनः निष्क्रिय बना देती है जिससे सेतुबन्ध खुल जाता है; एक्टिन सूत्र अपने स्थान पर से हट जाते हैं और पेशियाँ फैल जाती है।
2. आप किस प्रकार अरेखित पेशी, रेखित (कंकाल)पेशी और हृदय पेशी में विभेद
करेगें। अथवा, आप किस प्रकार से कंकाल पेशी और हृदयपेशी में विभेद करेंगे।
[N.C.E.R.T.(Q.8)]]
उत्तर-
3. मानव कंकाल के विभिन्न अस्थियों के नाम व उनकी संख्या बतायें।
उत्तर-Name of Bones Numbers of bones
(A) Axial skeleton 80
(1) Skull 29
(a) carnium 8
(b) Face (Facial bones) 14
(c) Ear ossicles (Middle ear bones) 6
(d) Hyoid (Tongue bone) 1
(2) Vertebrae 26
(5 sacrals fused into one,
4 caudals fused into coccyx
(3) Ribs 24
(4) Sternum 1
(B) Appendicular skeleton 126
(1) Pectoral girdles 4
(a) Scapulae 2
(b)Clavicles 2
(2) Upper limb bones 60
(each limb with 30 bones)
(i) Humerus (upper Arm bones) 2
(ii) Radius (Fore arm bones) 2
(iii) Ulna (Fore arm bones) 2
(iv) Carpals (wrist bones) 16 (8 in each wrist)
(v) Metacarpals (Palm bones) 10 (5 in each palm)
(vi) Phalanges (Finger bones) 28 (14 in each hand
(3) Pelvicgirdles (llium, is chieum 2
and pubis fused into one bone
innominate on each side)
(4) Legs (Lower limbs) 60 (30 in each leg)
(i) Femur (Thigh bones) 2
(ii) Tibo (Shank bone) 2
(iii) Fibula (Shank bone) 2
(iv) Patella (Kneecap bone) 2
(v) Tarsals (Ankle bones) 14 (7,each Leg)
(vi) Metatarsals (sole bones) 10 (5,each Leg)
(vii) Phalanges (bones of toes 28 (14,each Leg)
2,3,3,3,3.)
4. मानव खोपड़ी का नामांकित चित्र बनायें।
उत्तर-
5. मनुष्य का कशेरुक दंड, पसलियाँ एवं पेंजर, अंस मेखला एवं श्रेणी मेखला का
नामांकित चित्र बनायें।
उत्तर-(i) कशेरुक दंड-
(ii) पसलियों तथा पिंजर-
(a) अंस मेखला-
दायाँ अंस मेखला तथा अग्रपाद अस्थियाँ (सामने से अभिदर्शित)
(b) श्रेणी मेखला-
दाई श्रेणि अस्थि एवं पश्च पाद अस्थियाँ (सामने से अभिदर्शित)
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. मानव कंकाल में अस्थियों की कुल संख्या होती है-
(क) 305
(ख) 206
(ग) 308
(घ) 209 उत्तर-(ख)
2. पेशी रेशों के चारों ओर स्थित झिल्ली को कहते हैं-
(क) साइकोलेमा
(ख) मायोमा
(ग) पेरिऑस्टियम
(घ) पदयुर्या उत्तर-(क)
3. रेखित पेशी के रेशों में स्थित गहरे रंग के पट्टियों को कहा जाता है-
(क) A-band
(ख) Z-band
(ग) I-band
(घ) कोई नहीं उत्तर-(क)
4. पेशियों में ऑक्सीजन भंडारित करनेवाला होता है-
(क) मायोसिन
(ख) मायोग्लोबीन
(ग) एक्टिन
(घ) लैक्टिक अम्ल उत्तर-(ख)
5. किस पेशी को कंकाल पेशी भी कहा जाता है-
(क) रेखित पेशी
(ख) आरेखित पेशी
(ग) हृदय पेशी
(घ) किसी को नहीं उत्तर-(क)
6. कपालीय (Cranial) अस्थियों की संख्या होती है-
(क) 18
(ख) 12
(ग) 8
(घ) 22 उत्तर-(ग)
7. अस्थियों और उपस्थियों के बीच स्थित जोड़ को कहते हैं-
(क) रेशीय
(ख) उपास्थि युक्त
(ग) साइनोवियल
(घ) उपर्युक्त सभी उत्तर-(ख)
8. प्रत्येक पेशी तंतुक में क्रमवार व्यवस्थित क्रियात्मक इकाइयों को कहते हैं-
(क) सार्कोलेमा
(ख) सार्कोमियर
(ग) मायोफाइब्रिल
(घ) सार्कोप्लाज्म उत्तर-(ख)
9. मनुष्य में पसलियों (Ribs) की संख्या होती है-
(क) 16 जोडी
(ख) 10 जोडी
(ग) 14 जोड़ी
(घ) 12 जोड़ी उत्तर-(घ)
10. पेशियों के संकुचन में किस आयन की भूमिका महत्वपूर्ण होती है-
(क) Ca++
(ख) K++
(ग) Na++
(घ) Mg++ उत्तर-(क)
11. मनुष्य की खोपड़ी होती है-
(क) Tricondylic
(ख) Acondylic
(ग) Dicondylic
(घ) Monocondyli उत्तर-(ग)
12. एसीटाबुलम किसका हिस्सा है?
(क) हमरस
(ख) पेल्विक गार्डिल
(ग) फीमर
(घ) पेक्टोरल गार्डिल उत्तर-(ख)
13. प्रथम केशेरुक को कहते हैं-
(क) एटलस
(ख) सरवाइकल
(ग) लम्बर
(घ) कोई नहीं उत्तर-(क)
14: ग्रीवा (cervical) कशेरुक पाया जाता है-
(क) गर्दन में
(ख) उदर में
(ग) वक्ष में
(घ) पुछ में उत्तर-(क)
15. सिग्मायड (sigmoid) नॉच (खांच) किसमें पाया जाता है-
(क) अल्ना में
(ख) टिबिया में
(ग) रेडियस में
(घ) ह्यूमरस में उत्तर-(ग)
16. मनुष्य में वक्षीय (Thoracic) कशेरुक की संख्या होती है-
(क) 12
(ख) 5
(ग) 7
(घ) 16 उत्तर-(क)
17. खोपड़ी के आननी (Facial) में कितनी अस्थियाँ होती हैं-
(क) 18
(ख) 14
(ग)6
(घ) 12 उत्तर-(ख)
18. मानव शरीर की सबसे लंबी हड्डी है-
(क) फीमर
(ख) पेक्टोरल गार्डिल
(ग) क्रेनियम
(घ) कशेरुकी उत्तर-(क)
19. Obturator foramen किसमें पाया जाता है-
(क) पेल्विक गार्डिल
(ख) पेक्टोरल गार्डिल
(ग) क्रेनियम
(घ) कशेरुकी उत्तर-(क)
20. खोपड़ी की हड्डियों के बीच स्थित जोड़ को कहते हैं-
(क) Hinge Joint
(ख) Fibrous Joint
(ग) Synovial Joint
(घ) Cartilaginous Joint उत्तर-(ख)
□□□