Babita Phogat biography in hindi – बबिता फोगाट का जीवन परिचय
Babita Phogat biography in hindi – बबिता फोगाट का जीवन परिचय
Babita Phogat biography in hindi
आज इस आर्टिकल में हम बात करेगे बबीता फौगाट की, बबीता फौगाट एक भारतीय कुशती खिलाड़ी, पहलवान है। उन्होंने 2012 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता और 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीते।बबीता फौगाट का जन्म20नवंबर 1989 को बलाली गाँव, भिवानी ज़िला हरियाणा में हुआ था।
उनके पिता का नाम महावीर सिंह फोगाट तथा उनकी माता का नाम दया कौर है। उनकी बहनों के नाम गीता फोगाट, रितु, संगीता है। उनकी सबसे छोटी बहन रितु फोगाट वह एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पहलवान हैं और 2016 राष्ट्रमंडल कुश्ती चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। उनकी छोटी बहन, संगीता फोगाट भी एक पहलवान हैं।
व्यक्तिगत जानकारी | |
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राष्ट्रीयता | भारतीय |
जन्म | 20 नवम्बर 1989 भिवानी, हरियाणा |
निवास | गाँव बलाली, जिला भिवानी, हरियाणा |
ऊंचाई | 160 सेमी. |
खेल | |
देश | भारत |
खेल | कुश्ती |
प्रतिस्पर्धा | 55 किग्रा |
उपलब्धियाँ एवं खिताब | |
वर्ल्ड फाइनल | 2012 |
बबिता फोगाट का करियर:-
पंजाब के जालंधर में 2009 में कॉमनवेल्थ कुश्ती चैंपियनशिप हुई थी, जिसमे इन्होने 51 किलो ग्राम के भार वाले कुश्ती में गोल्ड मेडल जीता था. 2010 में दिल्ली में आयोजित हुई कॉमनवेल्थ गेम में इन्होने रजत पदक भी जीता है. ये जीत इनके करियर का एक अच्छा मोड़ साबित हुआ. इसके साथ ही 2012 के वर्ल्ड कुश्ती प्रतियोगिता में ब्रोंज मेडल भी प्राप्त किया है. फिर 2011 कॉमनवेल्थ कुश्ती चैम्पियनशिप में 48 किलो ग्राम के फ्रीस्टाईल में बबिता फोगाट ने गोल्ड मेडल जीता. 2013 एशियन कुश्ती चैम्पियनशिप टूर्नामेंट जोकि दिल्ली में आयोजित हुआ था, उसमे बबिता कुमारी ने उत्तर कोरिया की हान कुम ऑफ़ को 55 किलो ग्राम के फ्रीस्टाईल कुश्ती में हरा दिया था.
2014 का साल उनकी उपलब्धी के लिए नया आयाम था, 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों मे 55 किलो ग्राम की फ्रीस्टाईल कुश्ती में अपनी प्रतिद्वंदी स्कॉटलैंड की कथ्र्य्न मार्श को 4:1 से हराया. वह इंग्लैंड की लौइसा पोरोगोव्सका को हरा कर सेमी फाईनल में प्रवेश कर गई फिर कनाडा की ब्रित्तनी लावेर्दुरे को हराकर 3:1 से जीत हासिल की, और उन्होंने गोल्ड मेडल जीत लिया. 2014 के राष्ट्रमंडल कुश्ती चैम्पियनशिप में बबिता अपनी जीत को दोहरा नहीं पाई. वे इस प्रतियोगिता में ब्रोंज पदक ही जीत पाई.
2015 एशियन कुश्ती चैम्पियनशिप में बबिता कुमारी फाइनल में जाकर उत्तर कोरिया की पाक योंग मि से अंतिम के 5 सेकेण्ड में हार गई थी, और फाईनल में पहूँचने का अपना मौका खो दी.
2016 के रियो ओलिंपिक जोकि रियो डी जनेइरो में आयोजित हुआ था, में उन्होंने अपने चचेरे भाई विनेश फोगाट के साथ भारत का प्रतिनिधित्व किया. वह ओलम्पिक के लिए भारतीय कुश्ती में तीसरी और अंतिम प्रविष्टी थी. वह क्वालीफाईग टूनामेंट में डोपिंग टेस्ट में फेल कर गई. वह 1-5 से पहले राउंड में ही हार गई.
बबिता फोगाट को मिले अवार्ड और उपलब्धियां:-
- बबिता फोगाट को भारत सरकार की तरफ से अर्जुन पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है.
- डेव स्चुल्त्ज़ मेमोरियल टूर्नामेंट 2010 में छठा स्थान प्राप्त किया.
- इसी टूर्नामेंट के 2012 में उन्होंने ब्रोंज जीता.
- फिर 2014 में सिल्वर भी जीतने में कामयाब रही.
- 2010 में महिलाओं के लिए फ्रीस्टाईल कुश्ती में 51 किलो ग्राम के भार वर्ग में सिल्वर जीता.