bihar board class 9th geography notes – जनसंख्या
जनसंख्या
bihar board class 9th geography notes
class – 9
subject – geography
lesson 6 – जनसंख्या
जनसंख्या
महत्वपूर्ण तथ्य-
किसी भी देश का आर्थिक विकास मुख्यतः दो बातों पर निर्भर करता है-प्राकृतिक संसाध न तथा मानवीय संसाधन जिसमें मानव संसाधन । ज्यादा आवश्यक है क्योंकि मानव संसाधन साधन भी है तथा साध्य भी । अर्थात् किसी देश का वास्तविक स्वरूप उस देश की भूमि एवं जलाशयों, पशुओं, धन-दौलत में नहीं बल्कि उस देश के स्वच्छ एवं सुखी पुरुषों, बच्चों एवं स्त्रियों में होता है । भारत में जनसंख्या का आकार एवं वृद्धि बहुत ही तीव्र है। इसे “जनसंख्या विस्फोट” कहा जाता है । 1 मार्च 2001 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या 102.8
करोड़ लाख थी जो विश्व की जनसंख्या का 16.7 प्रतिशत थी । हमारे यहाँ जनगणना प्रत्येक 10 साल के अन्तराल पर होती है, भारत की लगभग आधी जनसंख्या लगभग पाँच राज्यों में निवास करती है। ये राज्य हैं-उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल एवं आन्ध्रप्रदेश । 2001 की
मतगणना के अनुसार भारत का औसत जनसंख्या घनत्व 325व्यक्ति प्रति वर्ग कि. मी. है। मैदानी तथा तटीय भागों में सर्वाधिक घनत्व पाया जाता है तथा पर्वतीय भागों का घनत्व कम होता है । जनसंख्या वृद्धि का अर्थ होता है किसी विशेष समान अंतराल में देश/राज्य के निवासियों की संख्या में परिवर्तन । पहला सापेक्ष तथा दूसरे प्रतिवर्ष होने वाले प्रतिशत परिवर्तनों द्वारा भारत की आबादी
बहुत अधिक है । विशाल आकार की जनसंख्या में कम वार्षिक वृद्धि दर सापेक्ष वृद्धि बहुत अधिक है । भारत की वर्तमान जनसंख्या में वार्षिक वृद्धि दर 155 लाख है। जनसंख्या में होने वाले परिवर्तन की तीन मुख्य वजहें हैं-जन्म दर, मृत्यु दर एवं प्रवास । जन्म दर एवं मृत्यु दर के बीच के अंतर को वास्तविक प्राकृतिक वृद्धि कहते हैं । लोगों के एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में चले जाने को प्रवास कहते हैं। आन्तरिक प्रवास से जनसंख्या के आकार में कोई परिवर्तन नहीं होता है लेकिन यह भीतरी जनसंख्या के वितरण को प्रभावित करता है । आयु संरचना की दृष्टि से
जनसंख्या को तीन वर्गों में विभाजित किया गया है-किशोर वर्ग, प्रौढ़ वर्ग तथा वृद्ध वर्ग। प्रति 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या को लिंग अनुपात कहते हैं। यह समाज में पुरुषों एवं महिलाओं के बीच समानता की सीमा मापने के लिए प्रयोग किया जाता है । साक्षर जनसंख्या ही
देश की उन्नति में सहायक हो सकती है । 2001 की जनसंख्या के अनुसार देश की साक्षरता दर 64.84 प्रतिशत है जिसमें 79% पुरुष तथा 53.67% महिला हैं । भारत में जनसंख्या को उनकी क्रियाशीलता अर्थात् व्यवसायों के आधार पर बाँटा गया है जिसे व्यावसायिक संरचना कहते हैं । स्वस्थ आबादी विकास की प्रक्रिया को गतिशील तथा प्रभावकारी बनाती है। भारत का स्वास्थ्य
स्तर विकसित देशों की तुलना में कम है, लेकिन अब धीरे-धीरे विकास की प्रक्रिया में तेजी से सुधार हो रहा है।
स्वतंत्रता के बाद भारत के खाद्य उत्पादन, रोजगार के अवसरों और औद्योगिक संरचना
में भारी वृद्धि हुई है, लेकिन जनसंख्या वृद्धि के कारण सभी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं हो पाती है।
आज भी भारत में आधे से अधिक बच्चे कुपोषण के शिकार हैं तथा प्रति व्यक्ति खाद्य उपलब्धता 450 ग्राम से कम है । जनसंख्या विस्फोट के कारण देश को गरीबी, बेरोजगारी, निरक्षरता तथा कुपोषण जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है । इसे नियंत्रित करने के लिए सरकार जनसंख्या नियंत्रण की नीति अपनाती रहती है, भारत विश्व का पहला ऐसा देश है जिसने प्रथम पंचवर्षीय योजना के दौरान परिवार नियोजन कार्यक्रम को सरकारी कार्यक्रम घोषित किया। 1976 ई० में राष्ट्रीय स्तर पर जनसंख्या नीति की घोषणा की गई जिसके अनुसार विवाह की आयु लड़कों के लिए 21 वर्ष रखी गई है । भारत की जनसंख्या नीति ‘छोटा परिवार सुखी परिवार’ पर
आधारित है।
(वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर)
1.भारत में सर्वाधिक साक्षरता दर किस राज्य की है ?
(क) पश्चिम बंगाल
(ख) महाराष्ट्र
(ग) बिहार
(घ) केरल
उत्तर-(घ)
2.भारत की औसत आयु संरचना क्या है ?
(क) 64.6 वर्ष
(ख) 64.9 वर्ष
(ग) 81.6 वर्ष
(घ) 70.2 वर्ष
उत्तर-(क)
3. 2001 की जनगणना में प्रति 1000 पुरुषों पर महिलाओं के अनुपात की क्या स्थिति है ?
(क) 927 महिलाएँ
(ख) 990 महिलाएँ
(ग) 933 महिलाएँ
(घ) 1010 महिलाएँ
उत्तर-(क)
4. भारत का औसत जनसंख्या घनत्व प्रति वर्ग किमी क्या है ?
(क) 318 व्यक्ति
(ख) 325 व्यक्ति
(ग) 302 व्यक्ति
(घ) 288 व्यक्ति
उत्तर-(ख)
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.1951 ई० में भारत की जनसंख्या कितनी थी?
उत्तर-1951 में भारत की जनसंख्या 361.0 (लाख में) थी।
प्रश्न 2. भारत में 2001 ई० में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत क्या था?
उत्तर-2001 ई. में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत 29.78 था ।
प्रश्न 3. केरल में प्रति 1000 पुरुष पर महिलाओं की संख्या क्या है ?
उत्तर-केरल में प्रति 1000 पुरुष पर महिलाओं की संख्या 1008 है ।
प्रश्न 4. भारत की साक्षरता दर का वर्णन करें।
उत्तर-2001 की जनगणना के अनुसार देश की साक्षरता दर 64.84 प्रतिशत है जिसमें 73%पुरुष तथा 59.63 महिलाओं का प्रतिशत है।
प्रश्न 5. भारत में लिंग अनुपात की विशेषताएँ बताएँ ।
उत्तर-प्रति 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या को लिंग अनुपात कहते हैं । समाज में पुरुषों एवं महिलाओं के बीच समानता को मापने का एक सामाजिक मापक है । हमारे देश में लिंग अनुपात महिलाओं के पक्ष में नहीं है।
लिंग अनुपात सारणी
वर्ष अनुपात
1951 946
1961 941
1971 930
1981 934
1991 929
2001 933
प्रश्न 6. जनगणना से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-जनसंख्या वृद्धि अर्थात् किसी विशेष समान अंतराल में राज्य/देश की जनसंख्या में परिवर्तन को ज्ञात करने की प्रक्रिया को जनगणना कहते हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. भारत की जनसंख्या की विशेषताओं को बताएँ ।
उत्तर-भारत की जनसंख्या वृद्धि की विशेषताएँ-भारत की जनसंख्या को मुख्यतः पाँच भागों में विभाजित किया गया है-
(i) आयु संरचना (ii) लिंग अनुपात (iii) साक्षरता दर (iv) व्यावसायिक संरचना (v) स्वास्थ्य ।
(i) आयु संरचना-आयु संरचना की दृष्टि से भारतीय जनसंख्या को चार भागों में बाँटा गया है-
(1) किशोरी वर्ग-15 वर्ष से कम आयु
(2) युवा वर्ग-15-40 वर्ष की आयु
(3) प्रौढ़ वर्ग-40-50 वर्ष की आयु
(4) वृद्ध वर्ग-60 वर्ष या इससे अधिक
प्रौढ़ वर्ग की जनसंख्या को श्रमजीवी अथवा कार्यरत आयुवर्ग कहा गया है तथा प्रथम और अन्तिम वर्ग को आधारित जनसंख्या कहा गया है । भारत में किशोर वर्ग के अन्तर्गत 36.5 प्रतिशत जनसंख्या है । युवा वर्ग 7.9 प्रतिशत है । प्रौढ़ वर्ग के अन्तर्गत 56.7 प्रतिशत तथा वृद्ध वर्ग में 6.8 प्रतिशत जनसंख्या है। स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार से जहाँ वृद्ध की जनसंख्या में वृद्धि की संभावना है वहीं जनसंख्या नियंत्रण के प्रति बढ़ती जागरूकता और प्रबंधन के उपायों के कारण किशोर वर्ग की जनसंख्या में कमी आने की संभावना है।
(ii) लिंग अनुपात-प्रति 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या को लिंग अनुपात कहा जाता है। किसी दिए गए समय में समाज में पुरुषों और महिलाओं के बीच समानता की सीमा मापने के लिए एक महत्वपूर्ण सामाजिक मापक है। । देश में लिंग अनुपात महिलाओं के पक्ष में नहीं है।
उदाहरण के लिए-दिल्ली में प्रति 1000 पर 821 तथा हरियाणा में प्रति 1000 पुरुषों पर केवल 861 महिलाएँ हैं ।
(ii) साक्षरता दर-साक्षर जनसंख्या किसी भी देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है । एक शिक्षित और जागरूक नागरिक ही अपनी बुद्धि से सही निर्णय ले सकता है तथा शोध एवं विकास का कार्य कर सकता है । साक्षरता दर में कमी आने से देश की आर्थिक प्रगति में बाधा पहुँचती
है। भारत की साक्षरता दर में धीरे-धीरे वृद्धि हो रही है । 2001 ई० की जनसंख्या के अनुसार देश की साक्षरता दर 64.84 प्रतिशत, पुरुषों का 73 प्रतिशत और महिलाओं 53.67 प्रतिशत है।
(iv) व्यावसायिक संरचना-जनसंख्या को व्यवसाय के आधार पर विभाजित करने की विधि को व्यावसायिक संरचना कहते हैं । व्यवसायों को सामान्यतः प्राथमिक, द्वितीयक एवं तृतीयक श्रेणियों में विभाजित किया गया है ।
प्राथमिक व्यवसाय के अन्तर्गत कृषि, पशुपालन, वृक्षारोपण एवं मछली पालन तथा खनन जैसी क्रियाएँ शामिल हैं । द्वितीयक व्यवसाय के अन्तर्गत उत्पादन करने वाले उद्योग, भवन एवं अन्य निर्माण कार्य आते हैं । तृतीयक व्यवसाय के अन्तर्गत परिवहन, संचार, वाणिज्य, प्रशासन तथा विविध प्रकार की सेवाएँ आती हैं । भारत में कुल जनसंख्या का 64 प्रतिशत भाग केवल कृषि-कार्य करता है । द्वितीयक एवं तृतीयक क्षेत्रों में कार्यरत लोगों की संख्या का अनुपात क्रमशः 13 तथा 20 प्रतिशत है।
(v) स्वास्थ्य-स्वस्थ आबादी विकास की प्रक्रिया को स्वस्थ एवं प्रभावकारी बनाती है। भारत का स्वास्थ्य स्तर अन्य विकसित देशों की तुलना में कम है । यहाँ प्रति व्यक्ति कैलोरी की खपत का स्तर भी बहुत कम है । भारत की जनसंख्या का एक बड़ा भाग कुपोषण का शिकार है। शुद्ध पीने का पानी तथा मूल स्वास्थ्य सुविधाएँ ग्रामीण जनसंख्या के केवल एक-तिहाई लोगों को ही उपलब्ध है। वर्तमान में स्वास्थ्य स्थिति में सुधार हो रहा है । 1951 में मृत्यु दर 25 प्रति हजार थी, 2001 में घटकर 3 प्रति हजार रह गई है।
प्रश्न 2. भारत में विषम जनसंख्या घनत्व का वर्णन कीजिए ।
उत्तर-जनसंख्या घनत्व का तात्पर्य भूमि के प्रति इकाई पर बसनेवाले जनसंख्या से है । इस दृष्टि से भारत की जनगणना 2001 के अनुसार औसत जनसंख्या घनत्व 325 व्यक्ति प्रति वर्ग कि०मी० है । लेकिन जनसंख्या घनत्व में पूरे देश में विषमता है । मैदानी तथा तटीय राज्यों में जनसंख्या घनत्व अधिक है तथा पर्वतीय राज्यों में कम है । भारतीय राज्यों में सर्वाधिक घनत्व प० बंगाल का है। यहाँ औसतन प्रतिवर्ग 904 व्यक्ति रहते हैं। इसके बाद बिहार (881), केरल (819) का स्थान है । सबसे कम घनत्व अरुणाचल प्रदेश अर्थात् पर्वतीय राज्य का है जहाँ औसत घनत्व 13 व्यक्ति प्रति वर्ग कि०मी० है । केन्द्र शासित प्रदेशों को शामिल करने पर सर्वाधिक घनत्व दिल्ली 9340 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है। अंडमान निकोबार द्वीप समूह का घनत्व मात्र 34 व्यक्ति प्रतिवर्ग कि.मी. है।