bihar board 9 class civics solutions – लोकतांत्रिक अधिकार
लोकतांत्रिक अधिकार
bihar board 9 class civics solutions
class – 9
subject – civics
lesson 6 – लोकतांत्रिक अधिकार
लोकतांत्रिक अधिकार
अध्याय की मुख्य बातें – लोकतंत्र में आम जनता की सत्ता में साझेदारी व्यक्ति के अधिकार के माध्यम से संभव हो पाती है। मनुष्य अच्छा जीवन जीना चाहता है। इसके लिए उसे कुछ विशेष सुविधाओं की जरूरत होती है। व्यक्ति इन सुविधाओं की मांग या दावे के रूप में रखता है जो तार्किक और विवेकपूर्ण होने चाहिए । इस प्रकार अधिकार लोगों के वे तार्किक दावे हैं जिसे समाज से स्वीकृति एवं अदालतों द्वारा मान्यता मिलती है अधिकार कहलाते हैं।
लोकतंत्र में हर नागरिक को वोट देकर प्रतिनिधि चुनने का और चुनाव लड़कर प्रतिनिधि बनने को संज्ञा दी गयी।
पहले बाल गंगाधर तिलक ने मौलिक अधिकारों का सवाल उठाया । 1918 के बम्बई अधिवेशन, 1953 के कराची अधिवेशन में नेहरू समिति ने 1928 में तथा सप्रूसमिति ने 1945 में मौलिक अधिकारों का मामला उठाया पर उसे यह स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद ही मिल सका । संविधान के
मूल ढांचे में उन अधिकारों को सूचीबद्ध किया गया जिन्हें सुरक्षा देनी थी उन्हें मौलिक अधिकारों की संज्ञा दी गई
मौलिक अधिकार अन्य अधिकारों से अलग है। इसकी गारंटी एवं उसकी सुरक्षा स्वयं संविधान करता है। मौलिक अधिकारों में परिवर्तन के लिए संविधान में संशोधन करना पड़ता है इसके अलावा सरकार का कोई भी अंग मौलिक अधिकारों के विरुद्ध कार्य नहीं कर सकता। हमारे संविधान में निम्नलिखित मौलिक अधिकारों का प्रावधान किया गया है।
समता का अधिकार जिसका संविधान में उल्लेख अनुच्छेद 19-22 में किया गया है। इसके अंतर्गत भाषण तथा विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, धार्मिक स्वतंत्रता, धर्म प्रचार को स्वतंत्रता का अधिकार देती है। इस प्रकार स्वतंत्रता वैसी छूट है जिसमें व्यक्ति किसी अन्य की स्वतंत्रता, सामाजिक कानूनी व्यवस्था को बिना ठेस पहुंचाए आजादी का उपयोग कर सकते हैं। भाषण तथा विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार के तहत लोगों को बोलकर, लिखकर, मुद्रण, प्रकाशन द्वारा या कला के विभिन्न रूपों में अपने विचारों को व्यक्त करना शामिल
है। संविधान के अंतर्गत भारत में नागरिकों को किसी भी धर्म को ग्रहण करने तथा उसका प्रचार-प्रसार करने तथा उसके लिए अन्य कार्य करने का अधिकार दिया गया है।
संविधान के द्वारा लोगों को सांस्कृतिक तथा शैक्षणिक अधिकार दिया गया है। इसके माध्यम से भारत में रहनेवाले हर प्रकार के लोगों को अपनी लिपि, भाषा तथा संस्कृति की रक्षा करने का अधिकार दिया गया है। इसके लिए उन्हें स्कूल, पाठशालाएँ, कॉलेज, संग्रहालय खोलने तथा
संचालित करने का अधिकार है। इसके साथ ही विभिन्न धर्मों पर आधारित वर्गों तथा अल्पसंख्यकों को अपनी भाषा, लिपि तथा संस्कृति की रक्षा करने का अधिकार दिया गया है।
भारतीय संविधान में जीवन तथा व्यक्तिगत स्वतंत्रता की सुरक्षा का अधिकार प्रदान किया गया है। इसके अनुसार किसी भी व्यक्ति को कानून द्वारा स्थापित प्रक्रिया के अतिरिक्त जीवन या व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता है। हमारे संविधान में शोषण के विरुद्ध अधिकार को मान्यता दी गई है जिसके अंतर्गत देवदासी प्रथा, बंधुआ मजदूरी आदि
कुप्रथाओं को समाप्त कर दिया गया है।
86वें संवैधानिक संशोधन 2002 के द्वारा भारत में शिक्षा का अधिकार मौलिक अधिकार बनाया गया है। इसकी व्यवस्था संविधान के भाग तीन में की गई है जिसमें नागरिकों के मूल अधिकार है। अब 6-14 वर्ष के आयु के बच्चों को शिक्षा का मौलिक अधिकार प्राप्त है। संवैधानिक उपचारों के अधिकार के तहत मामला को सीधे सर्वोच्च या उच्च न्यायालय में दायर किए जाते हैं। इसे लागू कराने में न्यायालय निर्देश देने, आदेश या लेख (रिट) जारी करता
है जो निम्नलिखित है—बंदी प्रत्यक्षीकरण, परमादेश, प्रतिषेध, उत्प्रेरण तथा अधिकारपृच्छा लेख।
वर्तमान में लोगों के अधिकारों का दायरा बढ़ता जा रहा है इसके अंतर्गत संपति के अधिकार को मौलिक अधिकार की जगह से अलग कर कानूनी अधिकार का दर्जा प्रदान कर दिया गया है।
इसी प्रकार लोकतंत्र की भावनाओं के अनुरूप भारत की संसद के द्वारा विधि निर्माण कर भारत के नागरिकों को सूचना प्रदान करने का अधिकार प्रदान किया गया है सूचना के अधिकार 2005 के तहत । भारतीय संविधान के 86वें संशोधन के तहत मौलिक कर्तव्यों को भी संविधान में जगह दे दी गई है। इसके अंतर्गत 10 मौलिक कर्तव्य निर्धारित किए गए हैं। जिसमें संविधान का पालन और उसके आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्रीय ध्वज तथा राष्ट्रीय गान का सम्मान आदि शामिल है।
प्रश्न और उत्तर
प्रश्न 1. निम्नलिखित में से कौन मौलिक अधिकार नहीं है।
(क) समानता का अधिकार ।
(ख) विदेश में घूमने का अधिकार ।
(ग) धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार ।
उत्तर-(ख) विदेश में घूमने का अधिकार ।
प्रश्न 2. मौलिक अधिकारों के रक्षक के रूप में कौन कार्य करता है ?
(क) राष्ट्रपति
(ख) प्रधानमंत्री
(ग) सर्वोच्च न्यायालय
(घ) सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालय ।
उत्तर-(घ) सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालय ।
प्रश्न 3. किस अधिकार को मूल अधिकारों की श्रेणी से निकाल दिया गया है।
(क) समता का अधिकार
(ख) स्वतंत्रता का अधिकार
(ग) सम्पत्ति का अधिकार
(घ) जीवन का अधिकार
उत्तर-(ग) सम्पत्ति का अधिकार ।
प्रश्न 4. आपातकाल में नागरिकों के मौलिक अधिकार ।
(क) स्थगित किए जाते हैं।
(ख) समाप्त किए जाते हैं।
(ग) इसके बारे में संविधान मौन है।
(घ) निरर्थक हो जाते हैं।
उत्तर-(क) स्थगित किए जाते हैं
प्रश्न 5. इनमें से कौन-सी स्वतंत्रता भारतीय नागरिकों को नहीं है-
(क) सरकार की आलोचना की स्वतंत्रता ।
(ख) सशस्त्र विद्रोह में भाग लेने की स्वतंत्रता।
(ग) सरकार बदलने के लिए आंदोलन शुरू करने की स्वतंत्रता ।
(घ) संविधान के केन्द्रीय मूल्यों का विरोध करने की स्वतंत्रता ।
उत्तर-(ख) सशस्त्र विद्रोह में भाग लेने की स्वतंत्रता ।
प्रश्न 6. भारत का संविधान इनमें से कौन-सा अधिकार देता है-
(क) काम का अधिकार
(ख) निजता का अधिकार
(ग) अपनी संस्कृति की रक्षा का अधिकार
(घ) पर्याप्त जीविका का अधिकार ।
उत्तर-(ग) अपनी संस्कृति की रक्षा का अधिकार ।
प्रश्न 7. दोनों में से कौन धार्मिक स्वतंत्रता की सही व्याख्या करता है?
(क) प्रत्येक व्यक्ति को अपनी इच्छानुसार किसी भी धर्म को अपनाकर उसका प्रचार करने की स्वतंत्रता है।
(ख) अगर किसी धर्म विशेष के द्वारा कोई शैक्षिक संस्था चलाई जाती है तो उसे आजादी है कि वह किसी अन्य धर्म के माननेवालों का उसमें प्रवेश नहीं दे ।
उत्तर-(क) प्रत्येक व्यक्ति को अपनी इच्छानुसार किसी भी धर्म को अपनाकर उसका प्रचार करने की स्वतंत्रता है।
प्रश्न 8. निम्नलिखित में से नागरिकों का स्वतंत्रता संबंधी अधिकार कौन है ?
(क) हथियार सहित सभा करने की स्वतंत्रता ।
(ख) सरकार के विरुद्ध षडयंत्र करने की स्वतंत्रता ।
(ग) भाषण तथा विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता ।
(घ) विदेश में घूमने की स्वतंत्रता ।
उत्तर-(ग) भाषण तथा विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता ।
प्रश्न 9. निम्नलिखित में से प्रत्येक के बारे में बताएँ कि वह सही है या गलत-
(क) भारत में अधिकारों की रक्षक न्यायपालिका होती है।
(ख) हमें सिर्फ अपने परम्परागत पेशा को चुनने का अधिकार है।
(ग) हमें सिर्फ उसी प्रदेश में रहने का अधिकार है जिसमें हमने जन्म लिया है।
(घ) विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब किसी भी व्यक्ति को कुछ भी बोल देने के अधिकार से है।
उत्तर-(क) सही।
(ख) गलत ।
(ग) गलत ।
(घ) गलत ।
प्रश्न 10. अपने राज्य में मानवाधिकार आयोग को एक पत्र लिखें जिसमें हाल में ही घटे एक मानवाधिकार के उल्लंघन का मामला उठाएँ।
उत्तर–
सेवा में,
अध्यक्ष महोदय
(बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग, पटना)
विषय मानवाधिकार मामलों का उल्लंघन
महाशय,
निवेदन है कि हमारे गाँव में एक निरपराध व्यक्ति की हत्या पुलिस के द्वारा कर दी गई। वह भी मात्र शक के आधार पर । उस परिवार का वही पालनकर्ता था। उसके चले जाने से उस व्यक्ति के परिवार की आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। इस बाबत जिला प्रकोष्ठ से
संपर्क भी मैंने किया था जिसका कोई साकारात्मक परिणाम हमारे सामने नहीं आया है। इस मृत व्यक्ति तथा उसके परिवार की स्थिति को ध्यान में रखकर आपकी संस्था से संज्ञान अगर लिया जायेगा तो ऐसी किसी भी घटना को कभी पुलिस के द्वारा अंजाम नहीं दिया जा सकेगा।
अतः श्रीमान से निवेदन है कि उपरोक्त मामलों के परिप्रेक्ष्य में जरूर कार्रवाई की जायेगी। इस आशा के साथ आपको मेरा सत्-सत् नमन।
आपका मानवाधिकारी सहभागी
राजीव कुमार
पता-c/o गुलबीघाट
महेन्द्रू, पटना-6
प्रश्न 11. निम्नलिखित स्थिति को पढ़ें और प्रत्येक स्थिति के बारे में बताएँ कि उसमें किस मौलिक अधिकार का उपयोग या उल्लंघन हो रहा है और कैसे?
(क) सुनीता दफ्तर में नौकरी के लिए आवेदन देने गयी। वहाँ उसका आवेदन इसलिए अस्वीकृत कर दिया गया क्योंकि वह एक महिला है।
(ख) सरकारी नीतियाँ की आलोचना करने वाले एक पुस्तक पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
(ग) उड़ीसा के लोग बिहार में अपनी भाषा एवं संस्कृति के प्रचार के लिए सांस्कृतिक संस्था चलाते हैं।
उत्तर-(क) सुनीता चूँकि एक महिला है इसलिए उसके साथ समानता के अधिकार का उल्लंघन हो रहा है। क्योंकि इस प्रकार के भेदभाव को संविधान इजाजत नहीं देता है।
(ख) इस मामले में विचार एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन हो रहा है। क्योंकि इसके तहत लोगों को सरकार की आलोचना करने का अधिकार है।
(ग) इस मामले में सांस्कृतिक तथा शैक्षणिक अधिकार का पालन किया जा रहा है। जिसके तहत लोग कहीं भी रहें उन्हें अपनी भाषा एवं संस्कृति के प्रचार के लिए सांस्कृतिक संस्था चलाने का अधिकार है।
प्रश्न 12. क्या आप मानते हैं कि नीचे लिखी स्थितियाँ स्वतंत्रता के अधिकार पर प्रतिबंधों की माँग करती है। अपने उत्तर के समर्थन में तर्क दें।
(क) शहर में दंगे के समय लोग हथियार सहित जुलूस निकालना चाहते हैं।
(ख) रमेश एवं सुरेश वैसे इलाकों में जाना चाहते हैं जो सैनिक दृष्टि से सुरक्षित है।
उत्तर-(क) शहर में दंगे के समय कयूं लगा दी जाती है इसलिए इस दौरान कोई भी व्यक्ति को सुरक्षा कारणों से जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी जा सकती है इसमें किसी प्रकार के स्वतंत्रता के अधिकार पर प्रतिबंध नहीं लगता है।
(ख) भारतीय संविधान में देश की एकता एवं अखंडता को बनाए रखने के लिए सैनिकों को विशेष अधिकार दिए गए हैं। इसलिए रमेश एवं सुरेश को सैनिक दृष्टि से सुरक्षित इलाकों में सुरक्षा के लिहाज से जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। इसमें किसी भी प्रकार के स्वतंत्रता के अधिकारों का उल्लंघन नहीं होता है न ही मौलिक अधिकारों का।
प्रश्न 13. इस अध्याय में पढ़े विभिन्न अधिकारों को आपस में जोड़नेवाला एक मकड़जाल बनाएँ जैसे आने-जाने की स्वतंत्रता का अधिकार तथा पेशा चुनने की स्वतंत्रता का अधिकार आपस में एक-दूसरे से जुड़े हैं। इसका एक कारण है कि आने-जाने की स्वतंत्रता के चलते व्यक्ति अपने गाँव या शहर के अंदर ही नहीं, दूसरे गाँव, दूसरे शहर और दूसरे राज्य तक जाकर काम कर सकता है। इसी प्रकार इस अधिकार को तीर्थाटनमें जोड़ा जा सकता है जो किसी व्यक्ति द्वारा अपने धर्म का अनुसरण करने की आजादीसे जुड़ा है। आप इस मकड़जाल को बनाएँ और तीर के निशानों से बताएं कि कौन-से अधिकार आपस में जुड़े हैं। हर तीर के साथ संबंध बतानेवाला एक उदाहरण भी दें।